Priyanka Gandhi हुई फेसबुक पर लाइव, यूपी में महिला सशक्तिकरण के लिए उठाएंगी ये कदम

Priyanka Gandhi: प्रियंका गांधी ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वर्तमान में न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न मुझे बहुत पसंद हैं।

Priyanka Gandhi: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Up Election 2022) नजदीक हैं। ऐसे में सभी पार्टियां अपने-अपने दांव लगा रही हैं। कांग्रेस पार्टी का प्रचार जोरों पर है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi )ने फेसबुक पर लाइव होकर वर्चुअल संवाद किया। इस वर्चुअल संवाद में प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस ने कोविड की वजह से अपनी रैलियां स्थगित कर दी है। मैंने तय किया कि हम फेसबुक लाइव के माध्यम से बात करें। मेरी कोशिश रहेगी कि हम लगातार आपसे जुड़ें और अनौपचारिक रूप से बातचीत करें।

प्रियंका गांधी ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वर्तमान में न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न मुझे बहुत पसंद हैं। वे महिला हैं, बहुत मजबूत हैं और जनता से अच्छी तरह जुड़ती हैं। वह बहुत सादगी में रहती हैं। मेरी दादी इंदिरा गांधी भी मेरी प्रेरणा हैं और मैं उनसे भी प्रभावित हूं। वह एक सभा में भाषण दे रही थीं तभी पथराव हो हुआ और उन्हें एक पत्थर आकर नाक पर लगा। खास बात ये है कि वे पीछे नहीं हटीं। फिर से खड़ी हुईं और भाषण पूरा किया। इंदिरा गांधी साहस की मिसाल थीं और उन्होंने हमेशा सही निर्णय लिया। वह आयरन लेडी थीं लेकिन उतनी ही मजाकिया थीं। हमारे साथ खेलती थीं और साथ ही उनमें धैर्य, निडरता तथा वीरता थी। वह महिला सशक्तिकरण की भी मिसाल हैं।

अपने दादी इंदिरा गांधी की बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं बार बार कहती हूं कि अगर आपको महिलाओं को सशक्त बनाना है तो ये एक गैस सिलेंडर वाली प्रथा बंद होनी चाहिए। उन्हें रोजगार, शिक्षा, सेहत और सुरक्षा कैसी मिल रही है, ये महत्वपूर्ण है। हमने अपने शक्ति विधान में महिलाओं के लिए काफी कुछ लिखा है कि हम उनके लिए क्या करना चाहते हैं। दूसरा ये है कि हमारा सशक्तिकरण कैसे होगा? हमसे कहा जाता है कि सहने की आदत बना लो। ये सही है कि हम महिलाओं में सहने की शक्ति है, लेकिन महिलाओं को अपनी शक्ति पहचाननी होगी। महिलाओं को अपने हक के लिए लड़ना होगा।

अपने भाषण में प्रियंका ने उन्नाव में हुए बलात्कार की बात भी उठाई। उन्होंने कहा उन्नाव की पीड़िता का केस उन्नाव में दर्ज नहीं हुआ। वह केस रायबरेली में दर्ज हुआ। वह खुद ट्रेन लेकर रायबरेली जाती थी। उसकी मदद उसकी भाभी कर रही थी। अन्याय के खिलाफ सारी लड़ाईयां महिलाएं लड़ रहीं हैं। अत्याचार के खिलाफ लड़ रही पीड़िताओं से प्रेरणा लेकर ही ये नारा निकला है कि लड़की हूं लड़ सकती हूं। महिलाएं बहुत बड़ी फोर्स हैं। अगर ये ताकत एकजुट हो जाए तो परिवर्तन निश्चित है। दरअसल महिलाओं के लिए 40% आरक्षण एक सही भागीदारी नहीं है। सही है कि यह हिस्सेदारी 50% तक की होनी चाहिए।

प्रियंका गांधी ने भगवान बुद्ध, नानक और गांधी की बात करते हुए कहा कि नफरत से निपटने का एक ही रास्ता प्रेम का है। इससे सकारात्मकता से लड़ सकते हैं। बेरोजगार युवा, किसान, महिलाएं, गरीब सब परेशान हैं। इन लोगों तक विकास नहीं हो रहा। विकास ऐसे नहीं हो सकता कि चुनाव के पहले एयरपोर्ट का उद्घाटन कर दिया और एयरपोर्ट बना ही नहीं। नफरत और हिंसा की राजनीति इसलिए की जाती है ताकि उनसे कोई सवाल न पूछा जाए और लोग इसी में फंसे रहें। लेकिन इसका समाधान यही है कि सकारात्मकता और प्रेम से सही विकास की ओर कदम बढ़ाया जाए।

प्रियंका ने कहा कि लखीमपुर में एक महिला की साड़ी खींची गई और वह उनकी पार्टी में नहीं थी, सपा में थी। अब वह चुनाव लड़ रही है और पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ है। हमें ये करना पड़ेगा ताकि महिलाएं निडर होकर राजनीति में आएं। सेहत के मामले में यूपी आज भी एकदम निचले पायदान पर है। महिलाओं के स्वास्थ्य के मामले में प्रदेश की हालत और खराब है। हम प्रदेश में डॉक्टरों के सभी रिक्त पद भरेंगे। प्रत्येक परिवार को दस लाख तक का इलाज फ्री देंगे। हर स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं के लिए अलग से डॉक्टर होंगे। हम मानसिक स्वास्थ्य के लिए पूरे प्रदेश में एक तंत्र बनाना चाहते हैं ताकि बाकी समस्याओं के साथ– साथ युवाओं और महिलाओं समेत सभी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाए।

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