शिक्षा

  • Photo of हिजाब के नाम पर लड़कियों की पढ़ाई न हो बाधित

    हिजाब के नाम पर लड़कियों की पढ़ाई न हो बाधित

    🔊 सुनें ज़किया सोमन ज़किया सोमन ईरान की औरतों ने कट्टरवाद और पितृसत्तात्मक ताकतों के सामने लोकतांत्रिक जंग का ऐलान…

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  • Photo of स्मार्ट युवा फिल्म फेस्टिवल : मलिन बस्तियों के बच्चों द्वारा बनाई गई प्रेरणादायक फिल्में

    स्मार्ट युवा फिल्म फेस्टिवल : मलिन बस्तियों के बच्चों द्वारा बनाई गई प्रेरणादायक फिल्में

    🔊 सुनें स्मार्ट युवा फिल्म फेस्टिवल के अंतर्गत लखनऊ की मलिन बस्तियों के युवाओं द्वारा बनाई गई प्रेरणादायक फिल्मों का…

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  • Photo of Skills Enhancement: Way Forward for Indian Madrassas 

    Skills Enhancement: Way Forward for Indian Madrassas 

    🔊 सुनें Asad Mirza Asad Mirza There is a genuine case for Indian madrassas to reorient their studies with skills…

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  • Photo of शिक्षा दर्शन पर लखनऊ विश्वविद्यालय में व्याख्यान

    शिक्षा दर्शन पर लखनऊ विश्वविद्यालय में व्याख्यान

    🔊 सुनें “आजादी के अमृत महोत्सव” के तत्वावधान में दर्शनशास्त्र विभाग में शोध विद्यार्थियों के नेतृत्व में “शिक्षा-दर्शन” एवं “विवेकानंद…

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  • Photo of AMU Faculty  to receive award from Iran President

    AMU Faculty  to receive award from Iran President

    🔊 सुनें  Aligarh: Prof Ali Mohammad Naqvi, Director, Sir Syed Academy, Aligarh Muslim University (AMU) will be conferred with plaques…

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  • Photo of विज्ञान पुस्तकें मुख्यमंत्री योगी को भेंट

    विज्ञान पुस्तकें मुख्यमंत्री योगी को भेंट

    🔊 सुनें डॉ दीपक कोहली, संयुक्त सचिव, सहकारिता विभाग ने अपनी  दो नवीन पुस्तकें “विज्ञान के दर्पण में मानवजीवन” एवं “विज्ञान विमर्श” मुख्यमंत्री मंत्री  आदित्यनाथ योगी को भेंट की।  इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री से दोनों पुस्तकों के वैज्ञानिक लेखों पर विचार- विमर्श भी हुआ। इनपुस्तकों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, पारिस्थितिकी, कोविड महामारी, वैज्ञानिकों की जानकारी, विज्ञानमें करियर निर्माण तथा अन्य नवीनतम वैज्ञानिक विषयों पर अद्यतन जानकारियां दी गई हैं।  पुस्तकों में हरित अर्थव्यवस्था: स्वस्थ्य पर्यावरण के साथ विकास, पर्यावरण संरक्षण में आत्मनिर्भर भारत, भारतीय चिंतन में पर्यावरण संरक्षण की अवधारणा, जैव ईंधन की भूमिका एवं संभावनाएं, जैव विविधताअभिसमय की प्रासंगिकता, जीवन के लिए ओजोन, ऑर्गेनिक खेती- पर्यावरण अनुकूल कृषि प्रणाली, पर्यावरणीय परिणामों का आकलन, प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण हेतु इलेक्ट्रिक वाहन, समुद्री वर्षा वन याप्रवालभित्तियां- समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र, सौर वृक्ष: किसानों के लिए उपयोगी, सूक्ष्म जीवों से जैव ईंधन, वैश्विक ऊर्जा संक्रमण, वनों की पुनर्स्थापना- आज की आवश्यकता, वन्य प्राणियों की सुरक्षा, डाल्फिन- अस्तित्व पर खतरा, वेटलैंड – समृद्ध जैव विविधता का परिचायक, क्लाइमेट चेंज परफारमेंस इंडेक्स तथाजलवायु परिवर्तन, इकोसिस्टम इंजीनियर है समुद्री घास, मधुमक्खियां: स्वस्थ पर्यावरण क़े संकेतक, अंटार्कटिका में वैज्ञानिक अध्ययन, गंगा नदी की जैव विविधता, हाथी गलियारों की उपादेयता, भारत में बढ़ताबाघों का कुनबा, कोरोना महामारी और डिजिटल शिक्षा, कोविड-19 से लड़ने में सहायक रोबोट, कोविड-19 और कुपोषण की चुनौती, लॉकडाउन का पर्यावरण पर प्रभाव, कोरोना के बाद बर्ड फ्लू का प्रकोप, इबोलावायरस -एक गंभीर और जानलेवा बीमारी, टेलीमेडिसन- ई स्वास्थ्य सुविधा, आयुर्वेदिक उपाय बढ़ाएं रोगप्रतिरोधक क्षमता, मानसिक स्वास्थ्य है बहुत जरूरी आदि उपयोगी लेख सम्मिलित हैं। यह पुस्तकें भारत कीयुवा पीढ़ी के लिए निश्चित ही वरदान सिद्ध होंगी क्योंकि इनमें नए भारत के निर्माण हेतु युवाओं के लिएमहत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध हैं।  माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा भारतीय शास्त्रों एवं ग्रन्थों में वैज्ञानिक शोध एवं खोज तथा स्वदेशी विज्ञान परअपना बहुमूल्य परामर्श भी प्रदान किया।  चर्चा के दौरान डॉ कोहली ने बताया कि भारत के नव निर्माण में हमारे अनेक वैज्ञानिकों ने नए-नए कीर्तिमानस्थापित करके सिद्ध कर दिया है कि देश को विश्वगुरु बनाने में वैज्ञानिक भी पीछे नहीं हैं। इस अवसर पर डॉदीपक कोहली के सुपुत्र एवं साफ्टवेयर इंजीनियर श्री अभिनव कोहली भी उपस्थित रहे।

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  • Photo of जब मैं अपने पुराने छात्र से मिलने गढ़वाल के बग्याली  गाँव जा पहुँचा 

    जब मैं अपने पुराने छात्र से मिलने गढ़वाल के बग्याली गाँव जा पहुँचा 

    4 अप्रैल को 11 बजे एकेश्वर के लिए सबसे छोटा और आसान रास्ता लिया हरिद्वार,  लालढांग, कोटद्वार, गुमखाल और सतपुली…

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  • Photo of उत्तर प्रदेश सरकार ने बोर्ड परीक्षा नकल विहीन करने के लिए कमर कसी

    उत्तर प्रदेश सरकार ने बोर्ड परीक्षा नकल विहीन करने के लिए कमर कसी

    🔊 सुनें उत्तर प्रदेश में नकल विहीन बोर्ड परीक्षा 2022 सम्पन्न कराना सर्वोच्च प्राथमिता . सी0सी0टी0वी0 कैमरे की नजर में करायी जायेगी परीक्षायें. प्रथम बार साफ्टवेयर के माध्यम से परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षकों तथा अन्य कार्मिकों की तैनाती. 15 मार्च, 2022 लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा वर्ष 2022 की उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतु वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम सेप्रदेश के समस्त मण्डलायुक्तों, पुलिस आयुक्तों, जिलाधिकारियों तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठककी गई।  उन्होंने निर्देश दिया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रश्न पत्रों के पहुंचने से पूर्व ही प्रश्न पत्रों की सुरक्षा हेतुआवश्यकतानुसार पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए उन्हें जनपद मुख्यालय में सुरक्षित स्थान पर पुलिसअभिरक्षा में रखवाया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न पत्रों का वितरणजिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी की निगरानी में  जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा पुलिस अभिरक्षा में करायाजाये। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि समस्त परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा की अवधि मेंपर्याप्त सशस्त्र सुरक्षा बल उपलब्ध रहे। मुख्य सचिव द्वारा जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये कि नकल विहीन परीक्षा कराने हेतु जनपद में जोनलतथा सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात कर लिए जाये, जो परीक्षा अवधि में परीक्षा केन्द्रों का नियमित निरीक्षण तथापर्यवेक्षण करें। संगठित रूप से नकल कराने वालों पर रा0सु0का0 के तहत तत्काल कार्यवाही की जाये।अफवाह फैलाने वालों पर विशेष ध्यान रखा जाये तथा उन पर सख्त कार्यवाही की जाये। संवेदनशील केन्द्रों परएस0टी0एफ0 द्वारा नजर रखी जाये।  मुख्य सचिव द्वारा यह भी अपेक्षा की गयी कि समस्त जिलाधिकारी नकल विहीन व शान्तिपूर्ण परीक्षा संचालनहेतु संबंधित अधिकारियों की बैठक शीघ्र कर लें तथा टीम बनाकर परीक्षा केन्द्रों की आधारभूत सुविधाओं काशत प्रतिशत स्थलीय निरीक्षण करा लें। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा अवधि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति कीव्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाय। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग, नगर विकास विभाग, पचायती राज विभाग से अपेक्षा की गयी कि बोर्ड परीक्षा के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रों पर आवश्यक सुविधाओंउपलब्ध करायें, जिससे परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। मुख्य सचिव द्वारासमस्त जिलाधिकारी एवं पुलिस  अधिकारियों से अपेक्षा की गई कि वह स्वयं भी परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षणकर लें। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला द्वारा बताया गया कि प्रदेश में 8,373 परीक्षा केन्द्रों पर51,92,689 परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे है। प्रश्न पत्रों को रखने की व्यवस्था डबल लाक युक्त अलमारी मेे कियागया है। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र के प्रत्येक परीक्षा कक्ष में सी0सी0टी0वी0 तथा राउटर स्थापित किया गया है।इसके पर्यवेक्षण हेतु माध्यमिक शिक्षा के शिविर कार्यालय, लखनऊ में केन्द्रीयकृत राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूमकी स्थापना की गयी है। इस कन्ट्रोल रूम से परीक्षा अवधि में प्रत्येक जनपद के प्रत्येक परीक्षा केन्द्र के प्रत्येकपरीक्षा कक्ष कीं निगरानी की जायेगी। नकल विहीन परीक्षा कराना प्रत्येक जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षकका दायित्व होगा, जो निरन्तर जिला प्रशासन से समन्वय बनाये रखेगें।  उन्होंने बताया कि प्रदेश की बोर्ड परीक्षा में प्रथम बार साफ्टवेयर के माध्यम से कक्ष निरीक्षकों एवं अन्यकार्मिकों की तैनाती की जा रही है, जिसमें उनकी दैनिक उपस्थिति होगी। परीक्षा केन्द्र पर मोबाइल फोन लेजाना वर्जित रहेगा। वीडियो कान्फ्रेन्सिंग में पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ऑनलाइन उपस्थित थे। इनके अतिरिक्त अपर मुख्यसचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशककानून-व्यवस्था प्रशान्त कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक एस0टी0एफ0 अमिताभ यश, सचिव बेसिक शिक्षाअनामिका सिंह, सचिव गृह तरूण गाबा, विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा शम्भु कुमार व जय शंकर दुबे, निदेशकमाध्यमिक शिक्षा विनय कुमार पाण्डेय सहित शासन तथा विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

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  • Photo of Ensuring Justice for every child: A Girl Child Lights the Lamp of Education

    Ensuring Justice for every child: A Girl Child Lights the Lamp of Education

    Pooja was an active member of the BMG and participated in its activities. By continuing her education, she inspired and…

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  • Photo of आनंदीबेन ने किया डॉ दीपक कोहली की पुस्तक ‘विज्ञान विमर्श’ का लोकार्पण

    आनंदीबेन ने किया डॉ दीपक कोहली की पुस्तक ‘विज्ञान विमर्श’ का लोकार्पण

    पुस्तक के लेखक डॉ दीपक कोहली ने बताया कि यह पुस्तक भारत की युवा पीढ़ी के लिए वरदान सिद्ध होगी,…

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