राम दत्त त्रिपाठी
Ram Dutt Tripathi, Senior Journalist, BBC Landon.
-
सूर्य ब्रह्मांड की आत्मा हैं
🔊 सुनें मकर संक्रांति पर्व पर वरिष्ठ लेखक और भारतीय संस्कृति के विद्वान हृदय नारायण दीक्षित का लेख – सूर्य…
Read More » -
गोवा में कल्पवास
🔊 सुनें कई मित्रों ने यह जानने की उत्सुकता ज़ाहिर की है कि भला मैं गोवा में क्या कर रहा था ? एक शब्द में कहूँ मैं गोवा में कल्पवास कर रहा था , यानी प्रकृति के बीच रहते हुए आहार और सेहत पर एक कार्यशाला अटेंड कर रहा था. राम दत्त त्रिपाठी इसका आयोजन एक पत्रकार मित्र ने ही किया था और प्रशिक्षक ग़ाज़ियाबाद दिल्ली से आयी थीं . सबसे जरूरी बात यह कि हम गोवा के मडकई गॉंव के जिस कैम्पस में टिकाये गये वह एक छोटे से गाँव में यह कैम्पस अद्भुत है . यहॉं तरह -तरह के पेड. पौधे वनस्पतियाँ हैं . आम , जामुन , नारियल , सुपारी , तेज पत्ता . इलायचीऔर काली मिर्च आदि आदि. इसलिए हवा में औषधियॉं . जैसे कभी लोग नैनीताल के भुवाली में स्वास्थ्य लाभके लिए जाते थे. इसलिए यहाँ रहना प्रयागराज के कल्पवास जैसा…
Read More » -
राम होने का मतलब : सबके राम
🔊 सुनें राम दत्त त्रिपाठी , वरिष्ठ पत्रकार आज राम का नाम लेने वाले तो बहुत हो गये हैं लेकिन बहुतों को पता ही नहीं राम होने का मतलब क्या होता है? वरिष्ठ पत्रकार राम दत्त त्रिपाठी का लेख हिन्दू या वैदिक धर्म की सबसे बड़ी खूबी है कि इंसान को अंतरात्मा की पूरी आज़ादी है . वह ईश्वर को माने ,या न माने जिस रूप में चाहे उस रूप में माने , कोई उसे धर्म से बाहर नहीं कर सकता . उसमें विचारों पर पहरा नहीं है . मुंडे मुंडे मतिर्भिन्ना . …
Read More » -
व्यवस्था परिवर्तन बिना संपूर्ण रोज़गार संभव नहीं
🔊 सुनें राम दत्त त्रिपाठी राम दत्त त्रिपाठी भारत में बेरोज़गारी की समस्या साल दर साल बढ़ती गई है, क्योंकि…
Read More » -
चुनाव खर्च की सीमा और चंदे की पारदर्शिता के बिना कैसा लोकतंत्र
🔊 सुनें राम दत्त त्रिपाठी , वरिष्ठ पत्रकार चुनाव खर्च की सीमा और चंदे की पारदर्शिता दो अहम मुद्दे हैं…
Read More » -
राज्य के दमन से नागरिकों की रक्षा कैसे हो!
🔊 सुनें राम दत्त त्रिपाठी हाल ही में अनेक मामलों से एक बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि राज्य…
Read More » -
कठघरे में तीस्ता सीतलवाड
सुप्रीम कोर्ट देश में क़ानून के शासन और नागरिकों के अधिकारों का संरक्षक है . लेकिन तीस्ता मामले में फ़ैसले…
Read More » -
Exhibition on underground literature during Emergency
Indira Gandhi’s autocratic actions during the Emergency rule seemed to prove that a change of leadership was not enough to…
Read More »