अध्यात्म
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संयम मूर्ति होता है स्थितप्रज्ञ
🔊 सुनें गीता प्रवचन दूसरा अध्याय संत विनोबा कहते हैं कि ‘स्थितप्रज्ञ’ यानी स्थिर बुद्धिवाला मनुष्य, यह तो उसका नाम…
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हमें खुद कर्म करना चाहिए
🔊 सुनें आज का वेद चिंतन प्रस्तुति : रमेश भैया विनोबा भावे ईशावास्य उपनिषद का तीसरा मंत्र पढ़ते हैं –…
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नाना रूप धरा देवी ने
🔊 सुनें नवरात्रि आ गयी है यानी कि 9 दिनों तक शक्ति की उपासना के लिए देवी के अलग-अलग रूपों…
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मुक्ति के लिए कर्म छोड़ने की जरूरत नहीं
🔊 सुनें आज का वेद चिंतन विचार प्रस्तुति : रमेश भैया ईशावास्य उपनिषद जिजीविषेत् शतं समाः – जिजीविषा यानी जीने…
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भक्ति प्राप्त करने को मिलता है जन्म
🔊 सुनें संत विनोबा कहते हैं कि पुंडलीक के उदाहरणसे यह मालूम हो जाता है कि फल-त्याग किस मंजिल तक…
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कर्म करने वाला ही जीने का अधिकारी
🔊 सुनें संत विनोबा ईशावास्य उपनिषद मंत्र पढ़ते हैं कि कुर्वनेवेह कर्माणि जिजीविषेत् शतम समा: एवं त्वयि नान्यथेतोअस्ति न कर्म…
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भक्ति ही भक्त का स्वधर्म है
🔊 सुनें गीता प्रवचन दूसरा अध्याय* 32 फल-त्यागके दो उदाहरणसंतजनों ने अपने जीवनके द्वारा यह बात सिद्ध कर दी है।…
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जीवन दो भाग त्याग और एक भाग भोग
🔊 सुनें विनोबा का आज का वेद चिंतन विचार प्रस्तुति : रमेश भैया ईशावास्य उपनिषद अंश तेन त्यकतेन भुनजीथा, यह…
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त्याग जीवन का मूल तत्व
🔊 सुनें आज का वेद चिंतन विचार प्रस्तुति : रमेश भैया संत विनोबा ईशावास्य उपनिषद अंश पढ़ते हुए कहते हैं…
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पूर्ण से पूर्ण की ओर आत्मविकास का सनातन सूत्र
🔊 सुनें संत विनोबा का आज का वेद चिंतन विचार प्रस्तुति : रमेश भैया ईशावास्य उपनिषद – शांति मंत्र –…
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