संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 12 अक्टूबर को पूरे भारत में शहीद किसान दिवस
SKM की विरोध कार्यवाही
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 12 अक्टूबर को पूरे भारत में शहीद किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा. कल लखीमपुर खीरी हत्याकांड के शहीदों की अंतिम अरदास तिकुनिया में साहेबजादा इंटर कॉलेज में होगी. इस प्रार्थना सभा में हजारों किसानों के शामिल होने की उम्मीद है और उसी के लिए तैयारी की जा रही है.
कल पूरे भारत में शहीद किसान दिवस मनाया जाएगा. लखीमपुर खीरी के शहीदों की अंतिम अरदास कल (12 अक्टूबर) तिकोनिया में होगी. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने पूरे देश में प्रार्थना और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित करने की अपील की है . दिन को यादगार बनाने के लिए कल शाम मोमबत्ती मार्च निकाला जाएगा.
मोर्चे की ओर से बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा (कक्का जी), युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव ने एक संयुक्त बयान जारी किया है.
एसकेएम ने अजय मिश्रा टेनी के केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बने रहने और उनकी गिरफ्तारी न होने पर निराशा व्यक्त की. एसकेएम ने कहा, लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार में उनकी भूमिका स्पष्ट है और पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा अब तक की कार्रवाई नहीं किया जाना शर्मनाक है. यह तथ्य कि भाजपा और मोदी सरकार अभी भी अजय मिश्रा टेनी का बचाव कर रही है, हमारे इस रुख की पुष्टि करती है कि किसान आंदोलन को कमजोर करने और नष्ट करने के लिए सांप्रदायिक राजनीति और हिंसा को लाया जा रहा है.
एसकेएम की विरोध कार्यवाही किसी धर्म या आस्था के खिलाफ नहीं है. 15 अक्टूबर की कार्यवाही का आह्वान दशहरा की भावना, बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए है.
एसकेएम के आह्वान पर 12 अक्टूबर को पूरे भारत में शहीद किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा. लखीमपुर खीरी हत्याकांड के शहीदों की अंतिम अरदास तिकुनिया में साहेबजादा इंटर कॉलेज में होगी. इस प्रार्थना सभा में हजारों किसानों के शामिल होने की उम्मीद है और उसी के लिए तैयारी की जा रही है.
एसकेएम ने देश भर के किसान संगठनों और अन्य प्रगतिशील समूहों से पूरे देश में प्रार्थना और श्रद्धांजलि सभा आयोजित करके शहीद किसान दिवस को यादगार बनाने की अपील की है. शाम को एसकेएम के आह्वान पर मोमबत्ती मार्च आयोजित किया जाएगा. एसकेएम ने लोगों से कल रात 8 बजे अपने घरों के बाहर 5 मोमबत्तियां जलाने का आग्रह किया है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि अजय मिश्रा टेनी को अभी तक बर्खास्त नहीं किया जाना मोदी सरकार की ओर से शर्म की बात है. जहाँ लखीमपुर खीरी की घटनाओं के बाद अजय मिश्रा टेनी के पहले के आपराधिक मामलों का इतिहास लोगों की नजरों में आ गया है. यह स्पष्ट है कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड में भी उनकी भूमिका थी.
उन्हीं के वाहन उस काफिले में थे, जिसने निर्दोष लोगों को कुचल कर मार डाला.
उनका भाषण डराने-धमकाने वाला था, वो भी एक जनसभा में जहां वे गर्व से अपने आपराधिक इतिहास का भी जिक्र कर रहे थे. इस आधार पर अब तक कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए थी, जिससे लखीमपुर खीरी हत्याकांड के पूरे प्रकरण को रोका जा सकता था. यह भी स्पष्ट है कि उन्होंने अपने बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार होने से बचाने की पूरी कोशिश की.
बयान के मुताबिक़ इस तरह के अहंकार के कारण किसानों के आंदोलन को अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखना पड़ रहा है, जबकि पिछले साल लाखों किसानों के पहली बार दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे ग्यारह महीने हो चुके हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा ने अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने का 11 तारीख का अल्टीमेटम पहले ही जारी कर दिया था. कल लखीमपुर खीरी में नरसंहार के शहीदों के लिए आयोजित प्रार्थना सभाओं में एसकेएम अपनी घोषित कार्ययोजना को आगे बढ़ायेगा.
एसकेएम ने दोहराया है कि भाजपा-आरएसएस के सांप्रदायिक कार्ड खेलने से किसान आंदोलन को न तो खत्म किया जा सकता है और न ही कमजोर किया जा सकता है और देश के किसान संघर्ष में एकजुट हैं.
आज लखीमपुर खीरी में सत्र न्यायालय में सुनवाई के बाद आशीष मिश्रा टेनी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि यूपी एसआईटी ने 14 दिनों के लिए उनकी हिरासत मांगी है.
आंदोलन में किसान दशहरा मनाएंगे और 15 अक्टूबर को भाजपा नेताओं के पुतले दहन में भी शामिल होंगे. एसकेएम ने पहले ही घोषणा कर दी है कि 12 अक्टूबर के बाद की कार्रवाई अजय मिश्रा टेनी को गिरफ्तार और बर्खास्त नहीं करने की स्थिति में है और अब यह सुनिश्चित करना भाजपा सरकारों की जिम्मेदारी है कि न्याय सुनिश्चित हो.
सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास अघाड़ी ने लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के खिलाफ आज महाराष्ट्र में राज्यव्यापी बंद की घोषणा की. एसकेएम की भी रिपोर्ट बता रही है कि बंद सफल रहा.
उत्तर प्रदेश पुलिस कई किसानों और किसान नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए घेराबंदी कर रही है. प्रयागराज के बारा में कई एआईकेएमएस के नेताओं को अवैध रूप से हिरासत में लिए जाने की खबरें आई हैं.
रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि उत्तर प्रदेश सरकार एसकेएम के आह्वान के अनुसार किसानों के विरोध की प्रत्याशा में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात कर रही है. यह वास्तव में खेदजनक है कि कार्रवाई का आश्वासन देने के बजाय जो न्याय बहाल करे और इस तरह विरोध प्रदर्शन को खत्म करे, यूपी सरकार भाजपा से जुड़े दोषियों को बचाने के अपने प्रयास में, सही कार्रवाई के अभाव में हो रहे विरोध प्रदर्शन के खिलाफ तैयारी कर रही है.
बयान के अनुसार लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड खुद भाजपा नेताओं को शर्मसार और असहज करने वाला है, भले ही पार्टी द्वारा कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही हो. यह भाजपा सांसद वरुण गांधी के और यूपी राज्य भाजपा अध्यक्ष के बयानों से स्पष्ट है, जिन्होंने इस घटना को सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने वाली घटना के रूप में देखा है.
प्रदर्शन जारी
किसानों का विभिन्न जगहों पर भाजपा नेताओं और उनके कार्यक्रमों के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. जींद में कल भाजपा की एक कार्यशाला के विरोध में जींद-पानीपत राजमार्ग पर शांतिपूर्ण जाम लगा रहा. खबर है कि इस आयोजन से भाजपा नेताओं और भाजपा के कुछ विधायकों को पिछले दरवाजे से छिप कर भागना पड़ा.
हरियाणा के एलेनाबाद में भाजपा-जजपा उम्मीदवार गोविंद कांडा को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा. इस बीच चंडीगढ़ में खबर है कि भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे. किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और पीटा है.
गांधी जयंती पर चंपारण में शुरू हुई लोकनीति सत्याग्रह पदयात्रा उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गई है. सैकड़ों प्रदर्शनकारियों का पैदल मार्च 20 अक्टूबर को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेगा. कल यात्रा सीताब दियारा (लोकनायक जयप्रकाश नारायण के पैतृक गांव) पहुंची और दुबे छपरा में रात बिताई.
इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के संदर्भ में संपूर्ण क्रांति का आह्वान करने वाले स्वतंत्रता सेनानी, समाजवादी और राजनेता, भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की आज 119वीं जयंती है. संयुक्त किसान मोर्चा इस अवसर पर लोकनायक को सम्मान के साथ याद करता है.
हरियाणा के गोहाना में किसानों ने राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को 13 अक्टूबर को गोहाना में एक कार्यक्रम में भाग लेने के खिलाफ चेतावनी दी है और कहा है कि अगर सीएम कार्यक्रम में शामिल होते हैं तो वे काले झंडे से विरोध करेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा,319वां दिन, 11 अक्टूबर 202
ईमेल: samyuktkisanmorcha@gmail.com