Search Results for: पर्यावरण
-
पर्यावरण
पृथ्वी दिवस –पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिवस
भारतीय संस्कृति की मान्यता के अनुसार पृथ्वी हमारी माता है और आकाश हमारे पिता हैं। वायु ,जल ,सूर्य वन ,पर्वत…
Read More » -
कृषि
युवा पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की रिहाई की माँग
आज के युवा पर्यावरणविद यह भली भांति समझते है कि वर्तमान खेती नीतियां न सिर्फ किसानों के लिए शोषणकारी है…
Read More » -
पर्यावरण
पर्यावरणविद चितकबरी कोयल ट्रैक करेंगे, जलवायु परिवर्तन पर रिसर्च
🔊 सुनें नई दिल्ली. देश के बहुप्रतिष्ठित संस्थान वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग ने…
Read More » -
तकनीकी
5 G पर्यावरण के लिए गंभीर ख़तरा
🔊 सुनें डा चन्द्र विजय चतुर्वेदी , वैज्ञानिक . प्रयागराज संचार क्रांति के इस युग में हमारे चरण अब 4…
Read More » -
तकनीकी
चन्द्रयान-3 की बधाईयों के साथ कुछ वैज्ञानिक सवाल
आम लोगों के जीवन का लक्ष्य मात्र दो समय रोटी तक था,पहने को कपड़े तक नहीं थे। फिर भी विक्रम…
Read More » -
प्रमुख खबरें
जोशीमठ त्रासदी के लिए कौन जिम्मेदार?
🔊 सुनें अभी कुछ समय पहले तक उत्तराखंड का रैनी गाँव सुर्खियों में था। और अब, पास का ही जोशीमठ खबरों…
Read More » -
प्रमुख खबरें
जोशीमठ त्रासदी पर सुंदर लाल बहुगुणा की याद
🔊 सुनें विनोद कोचर उत्तराखंड में चमोली जिले के जोशीमठ में जमीनें फट रही हैं, पहाड़ खिसक रहे हैं, जमीन से पानी के स्रोतफूट रहे हैं। ऐसे में पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की यादें फिर से ताजा हो गई हैं। मत प्रकृति अंग पर कर प्रहार’ यह शत्रु नहीं, जननी उदार!! आज नौ जनवरी को उनका जन्मदिवस है और जोशीमठ सहित पहाड़ों में विकास के नाम पर किए जा रहेनिर्माण कार्यों के खिलाफ फिर से बड़े आंदोलन की जरूरत महसूस होने लगी है क्योंकि विकास के नाम परजिस तरह से पहाड़ों का सीना चीरा जा रहा है,धरती के नीचे लंबी लंबी विशालकाय सुरंगें खोदी जा रही हैं, प्रकृति के साथ बलात्कारकिया जा रहा है, उसके खिलाफ समय समय पर बहुगुणाजी आंदोलन करते रहे। आज उनकी जन्मतिथि पर एक बार फिर से उत्तराखंड के पर्यावरण को बचाने के लिए एक बड़े आंदोलन कीजरूरत महसूस की जा रही है। …
Read More » -
Uncategorized
स तीर्थराजो जयति प्रयागः –तीन
🔊 सुनें गतांक से आगे डा चंद्र्विजय चतुर्वेदी चंद्रविजय चतुर्वेदी सितासिते यत्र तरंग चामरेंनद्यो विभाते मुनि भानु कन्यके नीलात्पत्रम वट…
Read More »