राजनीतिक दल क्यों हमला करते हैं विरोधी
राजनीति में विरोधी दलों के बीच जुबानी जंग तो चलती रहती है, आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चलता रहता है, लेकिन जब बात हमले और हिंसा तक पहुंच जाए तो यह लोकतंत्र के लिए बड़ी चिंता का विषय है।
गुरुवार को शारीरिक हमले की दो घटनाएं सामने आईं। ऐसे में यह सवाल फिर से खड़ा हो गया कि क्या देश में राजनीतिक दलों के बीच प्रतिस्पर्धा का स्तर गिरता जा रहा है?
पहली घटना घटी पश्चिम बंगाल में, जहां बीजेपी ने आरोप लगाया कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ताओं ने हमला किया।
बीजेपी सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि नड्डा के काफिले पर हमला हुआ जब वह भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे।
इसमें पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई नेता घायल हो गए। पार्टी ने यहां तक कहा कि यह हमला ‘राज्य प्रायोजित’ था।