क्लिकबेट क्या होता है , जानिये फ़ायदे और नुक़सान

यानि किसी भी पब्लिशर द्वारा इंटरनेट के माध्यम से व्यूअर्स को अपनी वेबसाइट तक ले जाने के लिए आकर्षक, सेंसेशनल और आई कैचिंग थंबनेल या फोटोग्राफ और हेडलाइंस का इस्तेमाल करना जिसे देखकर या पढ़कर दर्शक या पाठक उस लिंक को क्लिक किए बिना ना रह पाए और उससे उनकी वेबसाइट पर अच्छा खासा ट्रैफिक जनरेट हो जिससे एडवर्टाइजिंग के ज़रिए अच्छे पैसे आएं। क्लिकबेट टर्म दो शब्दों से मिलकर बना है, क्लिक और बेट। क्लिक का अर्थ है किसी लिंक के ज़रिए पाठक या दर्शक को किसी वेबसाइट तक ले जाना और बेट का अर्थ है जाल में फंसाना ।  यह जाल होता है आकर्षक तस्वीरों, भ्रमित करने वाली या ओवर प्रॉमिसिंग हेडलाइंस का जो आपको उस लिंक को क्लिक करने पर मजबूर कर देती हैं। जब आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं तो उस वेबसाइट पर ऐसा कुछ भी नहीं मिलता जिसकी आपने उम्मीद की थी यानि खोदा पहाड़ और निकली चुहिया वाली स्थिति हो जाती है। उदहारण के तौर पर ऐसी लिंक जो ये दावा करें कि महज़ एक हफ्ते में गंजापन दूर करें या कैसे दस दिनों में आप पा सकते हैं शिल्पा शेट्टी जैसा फिगर या फिर सलमान किससे करेंगे शादी तो ऐसी हेडलाइन आपको उस लिंक पर क्लिक करने को मजबूर करती हैं पर जब आप उस लिंक के ज़रिए उस वेबसाइट पर पहुंचते हैं तो वहां ऐसा कुछ भी नहीं मिलता। क्लिकबेट यानि ओवर प्रॉमिस, अंडर डिलीवरी।क्लिकबेट के नुक्सान:अगर आप किसी वेबसाइट को चलाते हैं और क्लिकबेट का सहारा लेते हैं तो ये लॉन्गटर्म के लिए आपके लिए हानिकारक हो सकता है क्योंकि हो सकता है पाठक एक बार आपके झांसे में आ जाए पर अगली बार से वह सतर्क हो जाएगा। आप अपनी ऑडियंस का भरोसा खो देंगे। इससे लोग आपकी वेबसाइट पर लंबे समय तक नहीं रुकेंगे और आपकी वेबसाइट पर बाउंस रेट बढ़ने से आपकी साइट की गूगल रैंकिंग धीरे धीरे नीचे होती जाएगी और हो सकता है ऐसा करने पर गूगल आपकी वेबसाइट को ही बैन कर दे। क्लिकबेट के ज़रिए एक बार तो आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक आ जाएगा पर इस शॉर्टकट के चक्कर में आप अपनी ऑडियंस से लॉन्गटर्म रिश्ता नहीं बना पायेंगे।

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