राजनीति
-
इमर्जेंसी : जब काग़ज़ के पुर्ज़े ही क़ीमती स्मृति चिन्ह बन जाते हैं !
🔊 सुनें -श्रवण गर्ग, पूर्व सम्पादक दैनिक भास्कर एवं नई दुनिया पच्चीस जून ,1975 का दिन।पैंतालीस साल पहले।देश में ‘आपातकाल’ लग…
Read More » -
इंदिरा गांधी केस, जब पहले खबर देने के लिए रिपोर्टर हाईकोर्ट की छत से कूद गया
🔊 सुनें राम दत्त त्रिपाठी, राजनीतिक विश्लेषक 12 June 1975 तब आज की तरह टीवी चैनल्स नहीं थे. मोबाइल फ़ोन…
Read More » -
प्रधानमंत्री मोदी की सीधी आलोचना पर कांग्रेस में मतभेद, राहुल सख़्त
🔊 सुनें (मीडिया स्वराज डेस्क) प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सीधी आलोचना को लेकर कांग्रेस के बड़े नेताओं में एक…
Read More » -
-
वे दिन वे लोग : राव बीरेंद्र सिंह की साफ़गोई
🔊 सुनें — त्रिलोक दीप, वरिष्ठ पत्रकार राव बीरेंद्र सिंह मेरे बहुत अच्छे मित्र थे। बेशक़ वह कई बार केंद्रीय…
Read More » -
चीन से हिंसक झड़प : जनता से भी तो पूछिए कि वह क्या चाहती है !
🔊 सुनें -श्रवण गर्ग, पूर्व प्रधान सम्पादक दैनिक भास्कर एवं नई दुनिया पूर्व सेना प्रमुख और वर्तमान में केंद्रीय सड़क,परिवहन…
Read More » -
चीन भारत से लंबी अवधि का युद्ध कदापि नहीं लड़ सकता है
🔊 सुनें –पंकज प्रसून , वरिष्ठ पत्रकार, दिल्ली आखिर वही हुआ जिसका अंदेशा था। इस वर्ष के अंत में बिहार…
Read More » -
चीन षडयंत्रकारी कूटनीतिज्ञ रहा है ,वह कई फ्रंट पर युद्ध की रणनीति का प्रयोग करता रहा है
🔊 सुनें डा चन्द्रविजय चतुर्वेदी ,प्रयागराज चीन के वर्त्तमान विवाद को ,सम्पूर्ण देश के नागरिकों को ,देश के नेतृत्व वर्ग…
Read More »