अयोध्या शिलान्यास : मोदी , योगी के आने से पहले कोरोना संक्रमित निकले पुजारी व 14 सुरक्षाकर्मी
(मीडिया स्वराज डेस्क)
अयोध्या. राम जन्म भूमि पूजन को लेकर नए- नए विघ्न सामने आ रहे हैं। अब राम मंदिर भूमि पूजन पर कोरोना का साया मंडरा रहा है। राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों के बीच कोरोना ने दस्तक दे दी है। यहां साधु-संतों के साथ राम जन्म भूमि की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के भी कोरोना संक्रमित होने की सूचना है। यहां ये गौर करने वाली बात है कि कुछ दिन पूर्व शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने भूमि पूजन के लिए तय वक्त को अशुभ घड़ी बताया था। कुछ लोग दबी जुबान इसकी भी चर्चा कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक राम जन्मभूमि के पुजारी प्रदीप दास कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। वह प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के शिष्य हैं। प्रदीप दास भी सत्येंद्र दास के साथ राम जन्मभूमि की पूजा करते हैं। बता दें कि राम जन्मभूमि में प्रधान पुजारी के साथ-साथ 4 पुजारी राम लला की सेवा करते हैं। कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पुजारी प्रदीप दास को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। वहीं, राम जन्मभूमि की सुरक्षा में लगे 14 पुलिसकर्मी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ है।
आपको बता दें कि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या आगमन है उनके साथ मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ और सैकड़ों अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहेंगे। इस भूमि पूजन कार्यक्रम की भव्यता और प्रचार में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।ऐसे में अब कोरोना की दस्तक से हड़कंप मच गया है।
वहीं स्थानीय लोगों में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की उस बात का भी जिक्र हो रहा है, जिसमें उन्होंने भूमि पूजन कि घड़ी को अशुभ बताया था। पुजारी और सुरक्षाकर्मियों के कोरोना संक्रमित निकलने के मामले को लोग इससे जोड़कर भी देख रहे हैं।
आपको बता दें कि शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का मानना है कि 5 अगस्त को दक्षिणायन भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। शास्त्रों में भाद्रपद मास में गृह, मंदिरारंभ कार्य निषिद्ध है। इसके लिए विष्णु धर्म शास्त्र और नैवज्ञ बल्लभ ग्रंथ का हवाला दिया है।
जबकि, काशी विद्वत परिषद ने शंकराचार्य के तर्कों को निराधार बताते हुए कहा कि ब्रह्मांड नायक राम के खुद के मंदिर पर कैसे सवाल उठाया जा सकता है।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हम तो राम भक्त हैं, राम मंदिर कोई भी बनाए हमें प्रसन्नता होगी, लेकिन उसके लिए उचित तिथि और शुभ मुहूर्त होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मंदिर जनता के पैसों से बन रहा है तो उनकी भी राय लेनी चाहिए।
हालांकि, इस बारे में श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट का दावा है कि इससे भूमि पूजन कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ेगा और सभी कार्य निर्विघ्न सम्पन्न होंगे।