भाजपा हार के डर से बौखलायी है – अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है की भाजपा हर के डर से बौखलायी है और इसीलिए कन्नौज में इत्र व्यापारियों के यहाँ छापे डाले जा रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर 2021 को कन्नौज में प्रेस वार्ता का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने पत्रकारों के हर तरह के सवालों के जवाब दिये।

प्रेस वार्ता की शुरुआत अखिलेश ने पत्रकार साथियों को धन्यवाद देकर शुरू किया। उन्होंने कहा कि मैं आप लोगों से लंबे समय से कई मुद्दों पर बात करना चाहता था। इधर आप लगातार देख रहे हैं, समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों पर छापे पड़ रहे हैं और दिल्ली से जब भी भारतीय जनता पार्टी का यूपी में कार्यक्रम होता है, लगता है कि अपने साथ वे इन विभागों को भी बुलाते हैं। साथ लाकर और निर्देश देकर उनको लाया जाता है और लगातार छापे पड़ रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी बताए कि इतने बड़े पैमाने पर कैसे काला धन जमा हुआ?

जिस भारतीय जनता पार्टी ने यह बताया कि नोटबंदी के बाद कालाधन खत्म हो जाएगा। जीएसटी के बाद व्यापार का सरलीकरण हो जाएगा। जो डिजिटल इंडिया का सपना दिखाया था उन्होंने, वो भी फेल हो गया। ढूंढने गए थे समाजवादी पार्टी के पुष्प राज जैन को और खोज निकाला इन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी पीयूष जैन को।

अब अपनी इस गलती की खींझ मिटाने के लिए इन्होंने फिर छापा मारा है उन पुष्प राज जैन पर, जिन्होंने समाजवादी इत्र बनाया है। इसके लपेटे में और भी कई व्यापारी आ गए हैं। क्योंकि अब इन्हें दिखाना है कि ये निष्पक्ष हैं और यह एक जगह छापा नहीं मार रहे हैं। पिछले कई दिनों से ऐसी सूचनाएं आ रही थीं कि समाजवादियों पर छापे पड़ेंगे। कई बार अखबार में भी छोटी बड़ी ऐसी खबरें हमें पढ़ने को मिलती रही थीं कि समाजवादियों के यहां छापे पड़ेंगे।

अब अपनी इस गलती की खींझ मिटाने के लिए इन्होंने फिर छापा मारा है उन पुष्प राज जैन पर, जिन्होंने समाजवादी इत्र बनाया है। इसके लपेटे में और भी कई व्यापारी आ गए हैं। क्योंकि अब इन्हें दिखाना है कि ये निष्पक्ष हैं और यह एक जगह छापा नहीं मार रहे हैं। पिछले कई दिनों से ऐसी सूचनाएं आ रही थीं कि समाजवादियों पर छापे पड़ेंगे। कई बार अखबार में भी छोटी बड़ी ऐसी खबरें हमें पढ़ने को मिलती रही थीं कि समाजवादियों के यहां छापे पड़ेंगे।

तीन काले कानून उन्हें वापस लेने पड़े

कोई कुछ भी कहे, हम बधाई देते हैं देश के किसानों को, जिन्होंने इस आंदोलन को चलाया लेकिन मैं बधाई देना चाहता हूं जनता को, जो गाजीपुर से लेकर लखनऊ तक सालभर वहां डटे रहे, जिसे पूरे उत्तर प्रदेश की जनता का समर्थन मिला और परिणाम यह हुआ कि तीन काले कानून उन्हें वापस लेने पड़े।

अखिलेश ने आगे कहा कि समाजवादी विजय रथ यात्रा में जनता सड़कों पर आ रही है। जनता का भारी समर्थन उन्हें मिल रहा है इसीलिए भारतीय जनता पार्टी बौखलाई हुई है। मुझे वह दिन याद है, जिस समय समाजवादी विजय रथ गाजीपुर से चला। जब हम गाजीपुर पहुंचे थे, सुबह से लेकर शाम और शाम से लेकर रात और सुबह जब लखनऊ पहुंचे थे और जब विजय रथ यात्रा समाप्त हुई तो उसके बाद सुनने में आया कि दिल्ली से तीन काले कानून वापस हो गए।

सपा सरकार का हर काम अधूरा

यह भाजपा के लोग नफरत फैलाने वाले लोग हैं। जो लोग आगरा की तरफ जाते होंगे, तालग्राम में वह देखते होंगे कि एक फॉरेंसिक लैब बन रही थी वहां जो ऊंची सी बिल्डिंग दिखती है वह फॉरेंसिक लैब की थी जिससे कि लॉ एंड ऑर्डर में कानून व्यवस्था को लेकर या कोई क्राइम हो जाए, उसकी मदद के लिए उसमें रिसर्च हो सके और सही जगह पर सही लोगों को जगह मिल सके, उस फॉरेंसिक लैब से पुलिस को मदद मिलती, पर वह फॉरेंसिक लैब वैसी की वैसी पड़ी हुई है।

जो सड़कें सपा सरकार में बन रही थीं, उनको भी अभी पूरा नहीं कर पाए हैं, ना काली नदी पर कोई नया पुल बनाया है, ना गंगा पर कोई पुल बनाया है ना स्टेडियम, जो समाजवादियों ने दिया था, वह स्टेडियम भी चालू नहीं कर पाए। वह इंजीनियरिंग कॉलेज जैसा बना था, वैसे का वैसा आज भी पड़ा हुआ है।

मेडिकल कॉलेज में जो ऑक्सीजन प्लांट लगना था, वह नहीं लगाया

लखनऊ में पैरामेडिकल शुरू होना चाहिए था और बड़े-बड़े शहरों में जिस तरह से बिल्डिंग बनती हैं, उस तरह का पैरामेडिकल, लेकिन उसका काम भी ठप कर दिया। कार्डियोलॉजी का डिपार्टमेंट था वह ठप कर दिया। कैंसर का प्राइमरी इलाज हो जाता पर वह भी बंद कर दिया। मेडिकल कॉलेज में जो ऑक्सीजन प्लांट बनना था, लगना था, वह नहीं लगाया। फिर अलग से एक और कोशिश की गई लगाने की, भारतीय जनता पार्टी ने इस का भी सत्यानाश कर दिया।

लखनऊ में पैरामेडिकल शुरू होना चाहिए था और बड़े-बड़े शहरों में जिस तरह से बिल्डिंग बनती हैं, उस तरह का पैरामेडिकल, लेकिन उसका काम भी ठप कर दिया। कार्डियोलॉजी का डिपार्टमेंट था वह ठप कर दिया। कैंसर का प्राइमरी इलाज हो जाता पर वह भी बंद कर दिया। मेडिकल कॉलेज में जो ऑक्सीजन प्लांट बनना था, लगना था, वह नहीं लगाया। फिर अलग से एक और कोशिश की गई लगाने की, भारतीय जनता पार्टी ने इस का भी सत्यानाश कर दिया।

भाईचारे और सौहार्द का इतिहास है कन्नौज का

कन्नौज समाजवादियों से बहुत जुड़ा हुआ क्षेत्र रहा है, यहां का इतिहास उठा कर देखें तो पायेंगे कि यहां का इतिहास भाईचारे और सौहार्द का रहा है। कन्नौज में कोई भी विकास का काम बड़ा नहीं किया गया है।

अगर कन्नौज में विकास का कोई बड़ा काम किया है तो कोई हमें बताएं?

भाजपा ने केवल परफ्यूमरी का ही काम नहीं रोका है, यहां समाजवादी सरकार में जितने भी कार्य हो रहे थे, उन सभी को रोक दिया है। पूरा का पूरा आर्किटेक्ट और जमीन बजट सब कुछ चिन्हित हो गया था, लेकिन भाजपा की सरकार के आते ही वह परफ्यूमरी पार्क, वह परफ्यूम का म्यूजियम, वैसा का वैसा ही पड़ा हुआ है।

सुना है कि चुनाव से पहले भाजपा ने उस को कैबिनेट से पास कर कोशिश की है कि दुबारा उस योजना को शुरू किया जाए। समाजवादी सरकार में उसके लिए बजट दिया गया था, जमीन दी गई थी और कोशिश की गई थी कि वह यहां बन जाए।

किसानों को होगा लाभ

परफ्यूमरी पार्क से यह फायदा होगा कि यहां का जो किसान फूल पैदा करता है, फूलों की खेती करता है अगर वह सीधे जाकर ऐसेंस निकालने का काम करेगा तो एसेंस निकाल सकेगा और एसेंस निकालकर उसके कारोबार में वैल्यू एडिशन हो जाएगा।

कन्नौज में इत्र कोई आज से नहीं बन रहा है, बहुत वर्षों से यहां इत्र बन रहा है। इत्र के कारोबार से न केवल व्यापारी जुड़े हुए हैं बल्कि जो व्यापार करते हैं, यहां के बड़े पैमाने पर किसान भी जुड़े हुए हैं।

कन्नौज की अपनी पहचान इत्र की रही है। कन्नौज इत्र की राजधानी है। यह सुगंध की राजधानी है, यह कारोबार बहुत बड़ा कारोबार है कितने ही लोग इससे जुड़े हैं। कितने ही लोगों को यह रोजगार देता है। यह सब देखकर ही यहां एक परफ्यूमरी पार्क लगाया गया था।

इन्होंने राजनीति को दूषित किया है नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले लोग हैं। यह कन्नौज के लोग जो सुगंध को पसंद करते हैं, आने वाले समय में इन लोगों को सबक सिखाने का काम करेंगे।

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भाजपा नफरत, दुर्गंध और झूठ फैलाने के लिए काम कर रही

अखिलेश यादव ने कहा कि हिटलर के जमाने में तो प्रोपेगेंडा का एक विभाग होता था लेकिन यहां पर पूरी भाजपा नफरत, दुर्गंध और झूठ फैलाने के लिए काम कर रही है। यूपी के नए चीफ सेक्रेटरी को लेकर सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा यूपी के चुनाव को लेकर हर जुगाड़ अपना रही है। जिस अधिकारी को 2 दिन के बाद रिटायर होना था, उसे केंद्र सरकार ने एक साल का एक्सटेंशन देकर यूपी का मुख्य सचिव बना दिया। यहां बाबा मुख्यमंत्री सोते रहे।

भाजपा के डबल इंजन एक दूसरे से टकरा रहे हैं। उत्तर प्रदेश को डबल इंजन सरकारों से कोई लाभ नहीं हुआ है। समाजवादी पार्टी का एक रथ भाजपा के छह रथो पर भारी साबित हुआ है। इसीलिए भाजपा अब अनैतिक और अलोकतांत्रिक व्यवहार पर उतर आई है। सन् 2022 में जनता इसके लिए उसे माफ नहीं करेगी।

लखनऊ से लेकर दिल्ली, दिल्ली से लेकर लखनऊ वाले, सब झूठ बोल रहे थे। अगर इतने लोग झूठे होंगे तो हम किस भरोसा करेंगे? यह डबल इंजन की जो सरकार है, आखिर क्या कर रही है, झूठ फैला रही है। यह झूठ के फूल लखनऊ से दिल्ली तक जाते हैं और दिल्ली से लखनऊ आ जाते हैं।

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