संस्कृति
-
योग: आध्यात्म से चिकित्सकीय विकल्प तक
वास्तविक योग जिसकी उत्पत्ति देवाधिदेव शिव से कही गयी है, वह शब्दार्थ के अनुसार जोड़ने के संदर्भ में ही है।जिसका…
Read More »
शिव क्या सर्वहारा के अधिक प्रिय हैं ! गांजा भांग जिसकाआहार हो, भूतप्रेत जिसके संगीसाथी हों, तन ढकने के पर्याप्त परिधान भी न हो। ऐसे व्यक्ति को कौनसरमायेदार कहेगा? राजमहल की जगह श्मशान, सिंहासन के बजाय बैल, सर पर न किरीट, न आभूषण। बसभभूत और सूखी लटे-जटायें। शिव गरीब नवाज है। बाबा भोलेनाथ की विशेषता पर वरिष्ठ पत्रकार के. विक्रम राव का लेख .
Read More »🔊 सुनें यूनेस्को विश्व धरोहर धोलावीरा सिंधु सभ्यता का प्रमुख शहर है. धोलावीरा के विशाल और विस्मयकारी खंडहर के प्रत्यक्षदर्शी वरिष्ठ…
Read More »🔊 सुनें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर वाराणसी के कार्यों की प्रगति का…
Read More »A revisit to Gandhian approach to communication, politics, patriotism and nationalism is therefore necessary for a balance. Gandhi was known…
Read More »जस्टिस नरीमन ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा,'आज अखबार देखने पर हमें इस बात पर परेशानी हुई कि कोविड-19…
Read More »🔊 सुनें नमस्कार , …. आज 12 जुलाई , 2021 है …. सोमवार का दिन ….. और जिन खबरों पर हमारी…
Read More »आजकल विश्व में ‘‘शक्तिः परेशां परपीडनाय‘‘ का सिद्धान्त ही ज्यादा प्रचलन में है। संसार के कई क्षेत्रों से शान्ति-शान्ति की…
Read More »🔊 सुनें प्रोफ़ेसर रवींद्र कुमार भारतीय संस्कृति सनातन मूल्यों पर आधारित हैIसनातन मूल्य शाश्वत हैंI इसीलिए, इन मूल्यों से जुड़े रहना अपरिहार्य…
Read More »कमाख्या मंदिर एक आदिम मंदिर है,पुराणों के अनुसार यहाँ शती का प्रजननांग गिरा था। यह मूलतः शाक्त सम्प्रदाय के परम…
Read More »वास्तविक योग जिसकी उत्पत्ति देवाधिदेव शिव से कही गयी है, वह शब्दार्थ के अनुसार जोड़ने के संदर्भ में ही है।जिसका…
Read More »