स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा दिया, अखिलेश यादव से मुलाक़ात , कुछ और मंत्री विधायक छोड़ सकते हैं भाजपा
भाजपा को तगड़ा झटका
स्वामी प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश योगी मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया है। वह श्रम एवं सेवा योजन विभाग के मंत्री थे। उनकी मुलाक़ात समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से हो चुकी है। चर्चा है कि कुछ और मंत्री विधायक भी त्यागपत्र दे सकते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघ मित्र मौर्य भाजपा से सांसद हैं।
मौर्य का जाना भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में योगी सरकार को दलित, पिछड़ा और छोटे व्यापारियों का विरोधी बताया। उनके कहना था कि भाजपा हाई कमान ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्य इससे पहले समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिल चुके हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपना त्यागपत्र ईमेल से भेजा। इसके बाद उन्होंने त्यागपत्र की प्रिंट कापी तिलहर से विधायक रोशन लाल वर्मा का हाथों। भेजी।
विधायक का कहना है कि मकर संक्रांति तक कुछ और विधायक मंत्री भी भाजपा छोड़ सकते हैं।
खबर है कि कानपुर के बिल्हौर से भाजपा विधायक भगवती सागर और बांदा के तिंदवारी से भाजपा MLA बृजेश प्रजापति ने भाजपा से इस्तीफ़ा दिया। इन सभी के सपा में जाने की चर्चा है !!
पिछले क़रीब दो महीनों से अटकलें चल रही थीं कि स्वामी प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं। उन्होंने लम्बे समय तक बहुजन समाज पार्टी की सेवा की और जब बसपा का पराभव हुआ वह भाजपा में चले गए थे।
भाजपा नेताओं की दिल्ली में बैठक
स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके साथियों ने उस समय भाजपा छोड़ी है जब भाजपा आलाकमान उम्मीदवारों की सूची को लेकर दिल्ली में बैठक कर रहा है। चर्चा है कि लोकल जनता की नाराज़गी के चलते भाजपा अपने एक तिहाई यानी लगभग सौ विधायकों के टिकट काटाकर नए उम्मीदवार उतारा सकती है।
स्वामी प्रसाद मौर्य का त्यागपत्र
माननीय राज्यपाल जी , राज भवन, लखनऊ,उत्तर प्रदेश। महोदय, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं ।सादर, स्वामी प्रसाद मौर्य