मायावती को पसंद नहीं आया विपक्षी नेताओं का रविदास जन्मस्थली जाना
संत रविदास जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के नेताओँ ने उन्हें श्र्द्धांजलि दी, लेकिन बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती को यह रास नहीं आया.
अखिल भारतीय कांग्रेस महासचिव एवं प्रभारी उ0प्र0 श्रीमती प्रियंका गांधी शनिवार को रविदास जयन्ती के मौके पर वाराणसी स्थित संत रविदास की जन्मस्थली शीर गोवर्धन में सत्संग में शामिल हुईं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि संत रविदास जी ने जो धर्म सिखाया- वह सच्चा धर्म था, सच्चा धर्म है और उस धर्म को धारण करते हुए उसको आप निभाते हैं। वह एक सरल धर्म है। क्योंकि सच्चा धर्म हमेशा सरल धर्म होता है उसमें कोई राजनीति नहीं होती, कोई भेदभाव नहीं होता, किसी का संप्रदाय नहीं देखा जाता, जाति नहीं देखी जाती सिर्फ इन्सानियत देखी जाती है और वह सच्चा धर्म जो होता है, जब आप दिल में उस धर्म को धारण करते हैं तो आपके दिल में, आपके मन में- दया का भाव, करुणा का भाव, सच्चाई का भाव और सेवा का भाव जागृत होता है।
श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि जब पिछले साल कोरोना शुरू हुआ, तब मेरी कोशिश थी कि उत्तर प्रदेश के जो कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं वह भी लोगों की, जनता की सेवा करें। खासतौर से जब लाॅक डाउन हुआ था और तमाम लोग घर के लिए अपने गांव के लिए शहरों से पैदल रवाना हुए। उस समय भी जब हमारे लोगों ने रसोइयां खोलीं, सेवा की.
प्रियंका गांधी ने कहा कि आपसी प्रेम व सद्भाव हो और एक दूसरे की सेवा की जाए। यह ख्वाहिश राजनीति में भी कायम रहे। मेरी तरह जो लोग राजनीति में आते हैं, वह इसी सेवा भाव से देश की सेवा करें।
योगी ने मंदिर के सौन्दर्यीकरण को कहा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने लखनऊ में सन्त रविदास जयन्ती के अवसर पर सन्त रविदास मन्दिर, कृष्णा नगर में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कैण्ट विधायक श्री सुरेश चन्द्र तिवारी से सन्त रविदास के इस मन्दिर के सौन्दर्यीकरण की योजना बनाकर प्रस्तुत करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 645 वर्ष पूर्व महान सन्त रविदास जी का प्राकट्य हुआ था, जिन्होंने काशी की धरती पर जन्म लेकर भारत के सनातन धर्म की परम्परा को नयी ऊँचाइयां दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा काशी स्थित सन्त रविदास जी की जन्मस्थली का सौन्दर्यीकरण कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय मनीषा ने धर्म को कर्तव्य माना है और उसकी जीती जागती प्रतिमूर्ति सन्त रविदास जी हैं। रविदास जी ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। यदि हम अन्तःकरण से शुद्ध हैं, तो साधना का प्रतिफल भी उसी रूप में प्राप्त होता है। सन्त रविदास जी ने जीवनपर्यन्त तमाम प्रकार के पाखण्डों का सामना करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया।
अखिलेश ने लंगर में प्रसाद भी ग्रहण किया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज वाराणसी में सीर गोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर पहुंच कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। मंदिर के मुख्य द्वार पर रैदासियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी का स्वागत किया। उसके उपरांत संत रविदास मंदिर के मुख्य रैदासी स्वामी निरंजन दास जी ने श्री यादव को आशीर्वाद दिया। श्री यादव ने लंगर में प्रसाद भी ग्रहण किया.
श्री यादव ने कहा कि संत रविदास समता, बंधुत्व, सौहार्द और भेदभाव के विरोध की विचारधारा को बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी कृतसंकल्प हैं।
मायावती की प्रतिक्रिया
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर राजनीतिक स्वार्थ में संतों के धर्मस्थल पर जाने का आरोप लगाया.
ज़ाहिर मायावती को कांग्रेस और दूसरी पार्टियों के नेताओं का रविदास जयंती मनाना पसंद नहीं आया. लगता है उन्हें दलित वोट खिसकने की चिंता सता रही है.