RRB-NTPC मामले में YouTuber Khan Sir पर FIR, खान सर बोले- मैंने मामले को दबाया

खान सर, जोकि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये कोचिंग देते हैं, पर सोमवार को पटना में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़काने का आरोप है

रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) में नन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) परीक्षा और परिणाम को लेकर छात्रों के उग्र प्रदर्शन मामले में जाने माने शिक्षक और YouTuber खान सर समेत कई अन्य शिक्षकों पर पटना में FIR दर्ज की गयी है. यह FIR भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत पत्रकार नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।

खान सर, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर खान जीएस रिसर्च सेंटर (Khan GS Research Centre) चलाते हैं और अपनी अनूठी शिक्षण शैली के लिए भी जाने जाते हैं. खान सर, जोकि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये कोचिंग देते हैं, पर सोमवार को पटना में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़काने का आरोप है. रेलवे में नौकरी पाने के इच्छुक हजारों नौजवान उम्मीदवार सोमवार को राजेंद्र नगर रेलवे टर्मिनल पर एकत्र हुए. उन पर आरोप है कि उन्होंने पांच घंटे से अधिक समय तक ट्रेन संचालन को बाधित किया. फिर, सरकारी संपत्ति रेलवे में तोड़फोड़ की और उसे नुकसान पहुंचाया.

क्या कहती है FIR

यह FIR खान सर समेत कुछ अन्य कोचिंग सेंटर संचालकों और अन्य 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गयी है. खान सर के अलावा एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगनप्रताप सर, गोपाल वर्मा सर समेत बाजार समिति के कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. इन सभी के खिलाफ IPC की धारा 147, 148, 149, 151, 152, 186, 187, 188, 330, 332, 353, 504, 506 और 120-बी के तहत केस दर्ज हुआ है. उन पर हिंसा की साजिश रचने और मंगलवार शाम को राजेंद्र नगर रेलवे टर्मिनल और भीखना पहाड़ी पर रेलवे की सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.

छात्रों से पूछताछ में आया नाम

सोमवार को पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर छात्रों ने जोरदार हंगामा किया था. इसी मामले में 300 से 400 अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है. इसी की पड़ताल में छात्र किशन कुमार, रोहित कुमार, राजन कुमार और विक्रम कुमार को हिरासत में लिया गया था. यह FIR सोमवार 24 जनवरी और मंगलवार 25 जनवरी को गिरफ्त में आये छात्रों के पुलिस के सामने दिए बयानों के आधार पर ही खान सर और दूसरे कोचिंग संस्थान चलानेवालों पर दर्ज किया गया.

पुलिस के अनुसार इन छात्रों ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल खान सर का एक वीडियो देखने के बाद ही वे हिंसा के लिये प्रेरित हुये थे. उस वीडियो में खान सर ने कथित तौर पर छात्रों को संबोधित करते हुये कहा था कि अगर आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा रद्द नहीं की गई तो उन्हें सड़कों पर आंदोलन करने के लिए उतर जाना चाहिये थे. बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गई थी.

FIR में कहा गया है कि पुलिस को मिले इन बयानों और वीडियो क्लिप्स के आधार पर यह स्पष्ट है कि “आंदोलनकारी छात्रों ने कोचिंग संस्थान के संचालकों या मालिकों के साथ मिलकर कानून व्यवस्था को खतरे में डालने के लिए पटना में बड़े पैमाने पर हिंसा की साजिश रची.”

खान सर ने कहा

हालांकि, छात्रों के प्रदर्शन पर Khan Sir ने बुधवार शाम को कहा था कि आरआरबी ने जो अभी फैसला लिया है, अगर वो 18 तारीख को ही ले लिया जाता, तो यह नौबत नहीं आती. लेकिन आज एक अच्छा कदम यह उठाया है कि 16 फरवरी तक सभी स्टूडेंट से सुझाव मांगा है.

प्रेस वालों से बातचीत करते हुये खान सर ने इस आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि वे तो पहले ही दिन से छात्रों को रोकने में लगे हैं. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को रोकना आसान नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों के गुस्से और उग्र प्रदर्शन का कारण रेलवे बोर्ड का अचानक से परीक्षा की तिथि घोषित करना भी है.

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रिजल्ट को लेकर तीन दिन से हंगामा

बिहार के अलग-अलग शहरों में पिछले तीन दिनों से आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट को लेकर हंगामा हो रहा है. रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए छात्र सड़कों पर हैं. आक्रोशित अभ्यर्थियों ने सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को पहुंचाया है. इसकी वजह से कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं, जबकि कई का रूट बदलना पड़ा. पटना जिला प्रशासन ने कोचिंग संचालक खान सर समेत ऐसे कोचिंग संस्थानों के ऊपर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है, जो कहीं न कहीं छात्रों को सपोर्ट कर रहे थे.

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के लिए बता दें कि रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) भर्ती सीबीटी-1 परीक्षा के रिजल्ट 14 व 15 जनवरी, 2022 को जारी किए गए थे. इस परिणाम के आधार पर सीबीटी-2 यानी दूसरे चरण की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाना है.उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि आरआरबी एनटीपीसी परिणाम में धांधली हुई है.

इसको लेकर बिहार के कई जिलों में विरोध और रेलवे भर्ती बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने एक यात्री ट्रेन को आग के हवाले कर दिया.

रेल मंत्री ने की छात्रों से भावुक अपील छात्रों के प्रदर्शन के बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नौकरी चाह रहे अभ्यर्थियों से ‘सार्वजनिक संपत्ति’ को नष्ट नहीं करने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि वे इसे नुकसान पहुंचाएंगे तो उचित कार्रवाई की जाएगी. अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘मैं अपने छात्र मित्रों से निवेदन करना चाहूंगा कि रेलवे आपकी संपत्ति है, आप अपनी संपत्ति को संभालकर रखें. आपकी जो जो शिकायतें और बिंदु अब तक उभर कर आए हैं उन सबको हम गंभीरता से देखेंगे. कोई भी छात्र कानून को हाथ में न ले.’

देखिये ये वीडियो…

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