रवींद्र कुमार
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दीपावली: सत्य व प्रकाश का प्रतीक वैश्विक पर्व
कार्तिक अमावस्या के दिन ही चौबीसवें जैन तीर्थंकर वर्धमान महावीर को मोक्ष प्राप्त हुआ था। वे सत्य की पराकाष्ठा पर…
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स्वतंत्रता के पचहत्तर वर्षों में भारतीय महिलाएँ
लेकिन, वर्ष 1993 ईसवीं में, देश की स्वाधीनता के छियालीस वर्षों के बाद, संविधान में 73वें-74वें संशोधनों द्वारा पंचायतों-नगर-निकायों में महिलाओं के लिए तैंतीस प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था, वास्तव…
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समावेशी भारतीय संस्कृति
🔊 सुनें प्रोफ़ेसर रवींद्र कुमार भारतीय संस्कृति सनातन मूल्यों पर आधारित हैIसनातन मूल्य शाश्वत हैंI इसीलिए, इन मूल्यों से जुड़े रहना अपरिहार्य…
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सत्यता की अनुभूति और स्वीकृति का समय: अभी नहीं, तो कभी नहीं
वर्तमान मानव-सभ्यता के अनेकानेक जीव-जन्तु व पशु भी प्रमुख रूप से मानव द्वारा उत्पन्न की गई इसी स्थिति के कारण…
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तीर्थंकर भगवान महावीर
🔊 सुनें डॉ0 रवीन्द्र कुमार तीर्थंकर महावीर (599-527 ईसा पूर्व), वर्तमान में जैन परम्परा –धर्म और दर्शन के, जिसके मूल में जीवन और उसकी निरन्तरता की…
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मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम और रामराज्य
"राम” शब्द की अनुभूति, विचार और स्मृति से हृदय और मस्तिष्क की शुद्धता का मार्ग प्रशस्त होता है; धर्म पालन…
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