पर्यावरण
-
Reflections on Earth Day theme 2024 : Planet vs. Plastics
🔊 सुनें Siby K. Joseph Siby K Joseph an Gandhian scholar The theme of Earth day 2024 is Planet vs.…
Read More » -
सोनम वांगचुक पाँच दिनों से लेह के एन डी एस स्टेडियम में आमरण अनशन पर
🔊 सुनें लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पाँच दिनों से लेह के एन डी एस स्टेडियम में आमरण अनशन…
Read More » -
Uttarakhand हर्षिल में ताजी बर्फबारी,धरती पर एक वास्तविक स्वर्ग
🔊 सुनें ताजी गिरी बर्फ की मोटी परत से ढके Uttarakhand हर्षिल का दृश्य वास्तव में विस्मयकारी है। पूरा परिदृश्य…
Read More » -
भारतीय सांस्कृतिक रिक्थ और पर्यावरण
🔊 सुनें डा चंद्र्विजय चतुर्वेदी ,प्रयागराज भारतीय संस्कृति की मान्यता है कि मानव पञ्च महातत्वों –जल ,अग्नि ,आकाश, पृथ्वी ,तथा…
Read More » -
जोशीमठ त्रासदी के लिए कौन जिम्मेदार?
🔊 सुनें अभी कुछ समय पहले तक उत्तराखंड का रैनी गाँव सुर्खियों में था। और अब, पास का ही जोशीमठ खबरों…
Read More » -
जोशीमठ त्रासदी पर सुंदर लाल बहुगुणा की याद
🔊 सुनें विनोद कोचर उत्तराखंड में चमोली जिले के जोशीमठ में जमीनें फट रही हैं, पहाड़ खिसक रहे हैं, जमीन से पानी के स्रोतफूट रहे हैं। ऐसे में पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा की यादें फिर से ताजा हो गई हैं। मत प्रकृति अंग पर कर प्रहार’ यह शत्रु नहीं, जननी उदार!! आज नौ जनवरी को उनका जन्मदिवस है और जोशीमठ सहित पहाड़ों में विकास के नाम पर किए जा रहेनिर्माण कार्यों के खिलाफ फिर से बड़े आंदोलन की जरूरत महसूस होने लगी है क्योंकि विकास के नाम परजिस तरह से पहाड़ों का सीना चीरा जा रहा है,धरती के नीचे लंबी लंबी विशालकाय सुरंगें खोदी जा रही हैं, प्रकृति के साथ बलात्कारकिया जा रहा है, उसके खिलाफ समय समय पर बहुगुणाजी आंदोलन करते रहे। आज उनकी जन्मतिथि पर एक बार फिर से उत्तराखंड के पर्यावरण को बचाने के लिए एक बड़े आंदोलन कीजरूरत महसूस की जा रही है। …
Read More » -
क्यों डरे सहमें हैं जोशीमठ के लोग
🔊 सुनें अखिलेश पाण्डेय जोशीमठ कस्बे के लोग किसी बड़ी अनहोनी की आशंका से डरे सहमे हुए हैं। लगभग 14…
Read More » -
गोवा में कल्पवास
🔊 सुनें कई मित्रों ने यह जानने की उत्सुकता ज़ाहिर की है कि भला मैं गोवा में क्या कर रहा था ? एक शब्द में कहूँ मैं गोवा में कल्पवास कर रहा था , यानी प्रकृति के बीच रहते हुए आहार और सेहत पर एक कार्यशाला अटेंड कर रहा था. राम दत्त त्रिपाठी इसका आयोजन एक पत्रकार मित्र ने ही किया था और प्रशिक्षक ग़ाज़ियाबाद दिल्ली से आयी थीं . सबसे जरूरी बात यह कि हम गोवा के मडकई गॉंव के जिस कैम्पस में टिकाये गये वह एक छोटे से गाँव में यह कैम्पस अद्भुत है . यहॉं तरह -तरह के पेड. पौधे वनस्पतियाँ हैं . आम , जामुन , नारियल , सुपारी , तेज पत्ता . इलायचीऔर काली मिर्च आदि आदि. इसलिए हवा में औषधियॉं . जैसे कभी लोग नैनीताल के भुवाली में स्वास्थ्य लाभके लिए जाते थे. इसलिए यहाँ रहना प्रयागराज के कल्पवास जैसा…
Read More » -
पर्यावरण विनाश के मूल में कंपनी और सरकार का भ्रष्टाचार
🔊 सुनें राम दत्त त्रिपाठी , वरिष्ठ पत्रकार बड़ी कंपनियों और सरकारों का मिला जुला भ्रष्टाचार दुनिया के पर्यावरण को…
Read More » -
Compensation for Destruction Caused By Climate Change
🔊 सुनें Asad Mirza Various reports highlight the fact that Climate Change has been caused by the rich nations and…
Read More »