अर्थ
-
ट्रस्टीशिप का सिद्धांत – गांधी के शब्दों में
🔊 सुनें ईश्वर सर्वशक्तिमान है। उसे कोई चीज जमा करके रखने की जरुरत नही। वह हर दिन सृष्टि करता है।…
Read More » -
रबी फसलों के मूल्य में मात्र दो फ़ीसदी की वृद्धि से किसान नाराज़
भारत सरकार ने आज रबी फसलों के समर्थन मूल्य में लगभग दो फ़ीसदी की वृद्धि की है, जिस पर किसान…
Read More » -
मुजफ्फरनगर में रविवार को किसान महापंचायत की तैयारियों ज़ोरों पर
किसान नेता धर्मेन्द्र मलिक का अनुमान है कि इस पंचायत में लाखों किसान जुटेंगे और इससे भी बड़ी बात यह…
Read More » -
कारपोरेट मैनेजर में नेतृत्व गुणों का विकास
कारपोरेट जगत को मैनेजर ऐसे चाहिए जिनमें नेतृत्व लीडरशिप के गुण हों. यानी जिसमें लक्ष्य के प्रति जोश और जुनून…
Read More » -
ग्राम स्वराज्य की असली वाहक खादी ही है – आचार्य विनोबा
विनोबा खादी को सर्वोदय-समाज और स्वराज्य -शक्ति का सबसे असरदार साधन मानते थे। विनोबा ने देश की प्रगति और लोक…
Read More » -
कोरोना जैसी महामारियों का अर्थव्यवस्था पर दुष्प्रभाव
महामारी काल में मृत्यु भय से कम अर्थ भय नहीं होता है।महामारियों के समय जीवन के लय के साथ अर्थव्यवस्था…
Read More » -
उत्तराखण्ड में भू कानून को लेकर आन्दोलन : गरमाने लगा माहौल
अपने पुरखों से विरासत में मिली जमीनों को बाहरी जमीनखोरों से बचाने के लिये कुछ अन्य हिमालयी राज्यों की तरह…
Read More » -
नये रोज़गार और हुनर की कमी New Jobs &Skill Gaps
🔊 सुनें नये जमाने के उद्योग धंधों की टेक्नोलॉजी बहुत तेज़ी से बदली है जबकि शिक्षा पद्धति उस गति से नहीं बदली. अक्सर कहा जाता है कि भारत में शिक्षित बेरोजगार तो बहुत हैं लेकिन रोज़गार पाने लायक़ लोग बहुत कम . ऐसा इसलिए कि हमारी शिक्षा पद्धति में पर्याप्त व्यावहारिक ज्ञान नहीं मिलता . विशेषकर नयी औद्योगिक टेक्नोलॉजी के साथ स्किल या हुनर का गैप बहुत ज़्यादा है. मीडिया स्वराज यूट्यूब चैनल में आज शाम 7.30 बजे इसी विषय पर चर्चा है. विशेषज्ञ हैं प्रो आर डी मिश्र , पूर्वनिदेशक, नेशनल प्रोडक्टिविटी कौंसिल. कृपया समय निकालकर चर्चा सुनें और कमेंट बॉक्स में अपने सवाल भी पूछें .
Read More » -
संसद में किसान आंदोलन का नारा “काले कानून रद करो, रद करो, रद करो” लगना आंदोलन की जीत
🔊 सुनें प्रधानमंत्री द्वारा विपक्षी सांसदों पर महिलाओं, वंचित समाज और किसानों के खिलाफ होने का आरोप लगा कर बरगलाने…
Read More » -
क्या गॉंधी यंत्रों के ख़िलाफ़ थे
🔊 सुनें ‘प्रश्न – क्या आप तमाम यंत्रों के खिलाफ हैं?‘ रामचंद्रन् ने सरल भाव से पूँछा। गांधीजी ने मुस्कराते…
Read More »