समाजवादी इत्र के कारोबारी के घर छापे पर BJP और SP के बीच ठनी, सोशल मीडिया पर चल रही उठापटक

पिछले महीने 9 नवंबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में इत्र कारोबारी द्वारा बनाए गए समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था। उस समय यह दावा किया गया था कि इसके निर्माण में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 22 तरह के प्राकृतिक इत्र का प्रयोग किया गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि इसे 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बनाया गया है और इसकी खुशबू का असर 2022 के चुनाव में दिखाई देगा।

  • समाजवादी इत्र बनाने वाले के यहां छापा
  • गिनती के लिए 4 मशीनें कम पड़ीं
  • मिले 150 करोड़: IT टीम ने खोजे अलमारियों में रखे नोटों के बंडल

समाजवादी पार्टी के कार्यालय में समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले कारोबारी के यहां पड़े जीएसटी के छापे में करोड़ों रुपये की कैश बरामदगी को लेकर भाजपा और सपा में ठन गई है। सपा पर तीखा निशाना साधते हुये भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले पीयूष जैन के यहां पड़े जीएसटी छापे में 100 करोड़ से ज्यादा की कैश बरामदगी पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि यह कौन से समाजवाद की काली कमाई है।

संबित ने आगे अपने ट्वीट में लिखा, “समाजवादी पार्टी के कार्यालय में समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले पीयूष जैन के यहां जीएसटी के छापे में बरामद 100 प्लस करोड़ कौन से समाजवाद की काली कमाई है?”

दरअसल, कर चोरी की आशंका के मामले में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय की टीम ने गुरुवार को इत्र कारोबारी के घर, फैक्ट्री, ऑफिस और इनसे जुड़े अन्य ठिकानों पर छापा मारा था, जिसमें भारी मात्रा में नकद राशि भी बरामद हुई। भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसी को लेकर सपा पर राजनीतिक हमला बोला है।

आपको बता दें कि, पिछले महीने 9 नवंबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में इत्र कारोबारी द्वारा बनाए गए समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था। उस समय यह दावा किया गया था कि इसके निर्माण में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 22 तरह के प्राकृतिक इत्र का प्रयोग किया गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि इसे 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बनाया गया है और इसकी खुशबू का असर 2022 के चुनाव में दिखाई देगा।

हालांकि, 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और सपा में राजनीतिक बयानबाजी और घमासान लगातार जारी है और अब समाजवादी इत्र बनाने वाले कारोबारी के यहां पड़े छापे और कैश बरामदगी को लेकर भी आने वाले दिनों में राजनीतिक घमासान मचना तय ही माना जा रहा है।

सपा के नेतागण इस मुद्दे पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुये सोशल मीडिया पर एक एक कर कई ट्वीट किये। डालिये, एक नजर…

कानपुर में पड़े कारोबारी के यहां इनकम टैक्स के छापे का सपा से कोई लेना देना नहीं है, और नहीं समाजवादी इत्र बनाने वालों से इनका कोई नाता है।

आप झूठ भ्रम और नफरत की दुर्गंध ना फैलाएं इसलिए आपको असली समाजवादी इत्र भेज रहे हैं।

सप्रेम सुगंध भेंट!

डबल इंजन की सरकार में लूट भी डबल हो गई, कानपुर का व्यापारी भी बीजेपी की हिस्सेदारी का ही आदमी है,बीजेपी का काला मन है, इसीलिए वो जबरदस्ती व्यापारी को समाजवादी से जोड़ रही है, समाजवादी का व्यापारी के न इत्र से न बीजेपी के मित्र से कोई लेना देना नहीं।

जो लोग पीयूष जैन को सपा एमएलसी पम्पी जैन के साथ जोड़कर समाजवादी पार्टी को बदनाम कर रहे तो वे लोग यह जान लें कि नीरव भी “मोदी” हैं और अमित “शाह” भी “जैन” हैं ,

भाजपा का दुष्प्रचार तंत्र और मीडिया में बैठे भाजपाई सपा को बदनाम करने की हर संभव कोशिश कर रहे लेकिन जनता सब जानती है!

कानपुर में शिखर पान मसाला ग्रुप और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पड़े छापों और बरामद नकदी नोटबन्दी की विफलता की कहानी बयां कर रही है,

भाजपा व मीडिया पीयूष जैन और शिखर पान मसाले को सपा से जबरन जोड़कर सपा को बदनाम कर रही,

सपा एमएलसी पम्पी जैन से पीयूष जैन का कोई मतलब नहीं,



कुछ अख़बार वाले खबरें भी भाजपा कार्यालय से लेते हैं!

कानपुर के कारोबारी की अखबारों में छपी तस्वीर से भाजपा का नाता है, इनका समाजवादी इत्र और समाजवादियों से कोई लेना देना नहीं है।

सपा से नहीं कोई नाता, फिर भी अखबारों ने सपा का बता कर छापा।

आपको बता दें कि कर चोरी की आशंका में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की टीम ने गुरुवार सुबह इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप पर छापा मारा। यह कार्रवाई कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई स्थित प्रतिष्ठानों पर एक साथ की गई। पीयूष जैन ने एक माह पहले समाजवादी नाम से इत्र भी लांच किया था।

अधिकारियों ने मौके से दस्तावेज और नकदी जब्त की है। सूत्रों के मुताबिक, अभी तक 150 करोड़ रुपये की कर चोरी के सुबूत हाथ लगे हैं। मुखौटा कंपनियों के जरिये 100 करोड़ रुपये से अधिक का लोन लेने की भी बात सामने आई है। इत्र कारोबारी पीयूष जैन मूलरूप से कन्नौज के छिपत्ती के रहने वाले हैं। वर्तमान में जूही थानाक्षेत्र के आनंदपुरी में रहते हैं। ये सपा के एक नेता के करीबी भी हैं।

कन्नौज में इनकी इत्र की फैक्ट्री, कोल्डस्टोरेज और पेट्रोल पंप है। इत्र कंपनी का हेड ऑफिस मुंबई में है और वहां एक घर भी है। गुरुवार सुबह मुंबई की एक टीम कानपुर के अधिकारियों के साथ आनंदपुरी स्थित घर पहुंची। टीम अपने साथ नोट गिनने वाली चार मशीनें लाई थी। परिवार के लोगों से घर में बंद कर पूछताछ की।

अधिकारियों ने बताया कि कन्नौज स्थित फैक्ट्री से इत्र मुंबई जाता है। यहां से इत्र पूरे देश और विदेश में बेचा जाता है। पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां हैं, जिसमें दो सऊदी अरब, दो देश के पूर्वी राज्यों में हैं। समाजवादी इत्र की लांचिंग में पहुंचे थे अखिलेश पीयूष जैन ने एक माह पहले समाजवादी इत्र की लांचिंग लखनऊ में की थी।

यह लांचिंग समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों की गई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि 2022 के चुनावों को देखते हुए यह इत्र 22 फूलों से बनाया गया है। इसकी खुशबू देश ही नहीं, विदेश तक फैलेगी। लांचिंग के समय सपा एमएलसी पम्पी जैन ने कहा था कि यह इत्र ऐसा है, जिसके इस्तेमाल से समाजवाद की खुशबू आएगी और 2022 में नफरत खत्म कर सभी में प्रेम बढ़ाएगी।

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर इनकम टैक्स की बड़ी छापेमारी हुई है। कानपुर में इत्र के बड़े कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा है। इस रेड में इतने नोट मिले कि लोगों के होश उड़ गए। इनकम टैक्स को अब तक करीब 160 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति की जानकारी मिली है।

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर इनकम टैक्स की बड़ी छापेमारी हुई है। कानपुर में इत्र के बड़े कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा है। इस रेड में इतने नोट मिले कि लोगों के होश उड़ गए। इनकम टैक्स को अब तक करीब 160 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति की जानकारी मिली है। छापेमारी में अब तक 100 करोड़ से ज्यादा कैश मिला है, नोटों की गिनती लगातार चल रही है। आयकर की टीम ने एसबीआई की चार मशीनों से नोटों की गिनती की। नोटों को ले जाने के लिए 25 बॉक्स मंगाए गए।

बता दें कि कल रात से ही यूपी और मुंबई के 6 ठिकानों पर ये कार्रवाई की गई है। इत्र कारोबारी पीयूष जैन की कंपनी ने पिछले महीने समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था। खुद अखिलेश यादव ने सपा दफ्तर में ये इत्र लॉन्च किया था। कानपुर के आनंदपुरी कॉलोनी में ये छापा पड़ा। घर के अंदर अलमारी में बंडल बनाकर नोट रखे गए थे। इनकम टैक्स की टीम ने पीयूष जैन के बिजनेस से जुड़े दस्तावेज जब्त किए। इसके अलावा परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं।

पीयूष जैन के 6 ठिकानों पर छापा

इनकम टैक्स की टीमें अभी भी पीयूष जैन के आवास पर पर नोटों की गिनती कर रही है। इस छापेमारी में इनकम टैक्स की टीम को कुल 160 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति मिली है। 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का कैश मिला है, इसके साथ ही बिजनेस से जुड़े दस्तावेजों को भी इनकम टैक्स के अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। समाजवादी इत्र बनाने वाले कारोबारी के यहां इनकम टैक्स की ये कार्रवाई कानपुर, कन्नौज और मुंबई के 6 ठिकानों पर की गई।

कन्नौज के बड़े इत्र कारोबारी पीयूष जैन का समाजवादी पार्टी से खास कनेक्शन है। उनकी कंपनी ने पिछले महीने समाजवादी इत्र को बनाया था जिसकी बकायदा अखिलेश यादव ने 9 नवंबर को लॉन्चिंग की थी। पीयूष जैन समाजवादी पार्टी के MLC पम्मी जैन के करीबी भी हैं।

पीयूष जैन का समाजवादी कनेक्शन?

कन्नौज के बड़े इत्र कारोबारी पीयूष जैन का समाजवादी पार्टी से खास कनेक्शन है। उनकी कंपनी ने पिछले महीने समाजवादी इत्र को बनाया था जिसकी बकायदा अखिलेश यादव ने 9 नवंबर को लॉन्चिंग की थी। पीयूष जैन समाजवादी पार्टी के MLC पम्मी जैन के करीबी भी हैं।

बता दें कि पिछले हफ्ते ही समाजवादी पार्टी के नेताओं और पार्टी से जुड़े लोगों के घरों पर इनकम टैक्स ने छापे मारे थे। जिन लोगों के घर छापे पड़े उनमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय शामिल हैं। उनके मऊ के घर पर छापा पड़ा। मैनपुरी में सपा नेता मनोज यादव के ठिकानों पर रेड पड़ी। लखनऊ में एसपी के फाइनेंसर माने जाने वाले जैनेंद्र यादव के घर रेड पड़ी। सीएम कार्यकाल के दौरान वो अखिलेश यादव के ओएसडी रह चुके हैं। इसके अलावा राहुल भसीन के यहां छापा पड़ा जो जैनेंद्र के क़रीबी बताये जाते हैं। ये छापेमारी आय से अधिक संपत्ति और फर्जी शेल कंपनियों के जरिए टैक्स चोरी के आरोप में की गई।

इसे भी पढ़ें:

भाजपा सरकार में ‘राम राम जपना, पराया माल अपना’ का काम हो रहा

Leave a Reply

Your email address will not be published.

six + 2 =

Related Articles

Back to top button