रामायण कान्क्लेव का समापन CM Yogi ने किया

अफगानिस्तान के काबुल नदी से एक लड़की ने भेजा जल

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामायण कान्क्लेव का समापन करने आज, रविवार को अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंचे. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भगवान राम सबके हैं. राम सभी के हैं. पूरा भारत समाज राममय है. इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुये आज मैं इस कान्क्लेव का समापन कर रहा हूं. विगत 29 अगस्त 2021 को राष्ट्रपति ने यह रामायण कान्क्लेव शुरू किया था.

मीडिया स्वराज डेस्क

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज, रविवार को अयोध्या पहुंचे और रामायण कान्क्लेव का समापन किया. यह कान्क्लेव बीते 29 अगस्त से लगातार यहां चल रहा था. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भगवान राम सबके हैं. आज पूरा भारत राममय है. इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुये आज मैं इस कान्क्लेव का समापन कर रहा हूं.

सीएम योगी ने कहा कि यह प्रदेश के 16 जनपदों में अलग अलग थीमों पर शुरू किया गया था. इसका उद्देश्य यह था कि आम जनमानस और नई पीढ़ी में राम के चरित्र को समझ सके.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अफगानिस्तान के काबुल शहर की एक लड़की ने भगवान राम को अर्पित करने के लिए काबुल नदी का जल भेजा था, उसे प्रधानमंत्री ने मुझे देकर कहा था कि आप इसे रामलला के जन्मस्थान/गर्भगृह में अर्पित कर दें.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज इस अवसर पर मैं आगामी 3 नवम्बर 2021 को होने वाले पंचम दीपोत्सव 2021 के तैयारी की समीक्षा करने आया हूं. इसी कड़ी में आज हम इसका समापन कर रहे हैं. इस अवसर पर हम अयोध्या के पूज्य संतों का आर्शीवाद भी लेने आये हैं तथा उनका दर्शन भी करने आये हैं. हमें सभी कार्यों में उनका आर्शीवाद एवं मार्गदर्शन मिलता है.

अफगानिस्तान से काबुल नदी का जल भेजा

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या के लिए रामायण कान्क्लेव का समापन एक अन्य वजह से भी महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अफगानिस्तान के काबुल शहर की एक लड़की ने भगवान राम को अर्पित करने के लिए काबुल नदी का जल भेजा था, उसे प्रधानमंत्री ने मुझे देकर कहा था कि आप इसे रामलला के जन्मस्थान/गर्भगृह में अर्पित कर दें. भगवान रामलला के दर्शन के बाद मैं उसे गर्भगृह में अर्पित करने पहुंचा था. कई टीवी चैनलों द्वारा इसका सीधा प्रसारण भी किया गया.

सीएम योगी ने कहा कि आप सभी इस बात से अवगत होंगे कि अयोध्या का अफगानिस्तान से गहरा सम्बंध है. हमारे अयोध्या के महाराजा दशरथ की एक महारानी एवं पूज्य भरत जी की माता कैकेयी अफगानिस्तान की थीं, कैकेय राज्य/गन्धार से सम्बंध था, जिनके पिता अश्वपति का अनेक जगहों पर उल्लेख मिलता है.

अयोध्या शोध संस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तक का विमोचन

मुख्यमंत्री ने रामायण कान्क्लेव का समापन कार्यक्रम के दौरान अयोध्या शोध संस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तक का विमोचन भी किया. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पुस्तक साधु संतों को भी भेंट करें. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री व अयोध्या जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने रामायण कान्क्लेव पर विस्तार से प्रकाश डाला.

इसके बाद मुख्यमंत्री ने अयोध्या के लगभग 2 दर्जन से ज्यादा संतों को उनके स्थान पर जाकर सम्मानित किया, जिनमें सुरेश दास, राजकुमार दास, धर्मदास, मैथिलीरमण, शरण जीत, राम दास, जन्मेजय शरण, देवेन्द्रप्रसादाचार्य भी शामिल थे.

मुख्यमंत्री ने इससे पहले श्रीराम लला का दर्शन पूजन किया तथा गर्भगृह का अवलोकन किया. साथ ही, उस स्थल पर काबुल से आये जल को अर्पित किया और कहा कि आतंकवाद से जूझ रहे अफगानिस्तान के काबुल नदी का यह जल, वहां की सभी बेटियों की ओर भगवान राम को समर्पित है.

काबुल से आया जल अर्पित किया

मुख्यमंत्री ने रामायण कान्क्लेव का समापन से पहले श्रीराम लला का दर्शन पूजन किया तथा गर्भगृह का अवलोकन किया. साथ ही, उस स्थल पर काबुल से आये जल को अर्पित किया और कहा कि आतंकवाद से जूझ रहे अफगानिस्तान के काबुल नदी का यह जल, वहां की सभी बेटियों की ओर भगवान राम को समर्पित है. सभी को इसकी भावना का सम्मान करते हुये मानवता की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए. भगवान राम हमेशा मानवता की रक्षा करने के लिए आगे आते रहे हैं.

इसके बाद मुख्यमंत्री राम की पैड़ी कार्यक्रम का हिस्सा बने और अयोध्या के कार्यक्रमों समेत दीपोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग भी मांगा.

रामायण कान्क्लेव का समापन के बाद मुख्यमंत्री राम की पैड़ी कार्यक्रम का हिस्सा बने और अयोध्या के कार्यक्रमों समेत दीपोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग भी मांगा. मुख्यमंत्री ने इसके बाद रामकथा पार्क/संग्रहालय में दीपोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की. साथ ही निर्देश दिया कि सारी तैयारियां 1 नवम्बर 2021 तक पूरी हो जानी चाहिए.

रामायण एवं रामकथा सम्पूर्ण विश्व में व्याप्त है. इसके असंख्य अनुयायी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम द्वारा स्थापित आध्यात्मिक, नैतिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों का अनुकरण कर अपना पथ प्रशस्त करते हैं और अपने भविष्य की आधारशिला भी रखते हैं. रामकथा की इसी वैश्विक व्याप्ति को ध्यान में रखते हुए उप्र पर्यटन विभाग ने पिछले साल से इस रामायण कान्क्लेव का आयोजन आरंभ किया था, जिसे इस वर्ष संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अयोध्या शोध संस्थान द्वारा उप्र के 16 प्रमुख शहरों में श्रृंखलाबद्ध आयोजनों के माध्यम से मूर्त रूप प्रदान करने का प्रयास किया गया है.

राष्ट्रपति ने शुरू किया था रामायण कान्क्लेव

बता दें कि इस रामायण कान्क्लेव का भव्य शुभारम्भ अयोध्या से राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के कर कमलों से दिनांक 29 अगस्त 2021 को रामकथा पार्क के मुख्य मंच से किया गया था, जिसमें प्रदेश की राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं संस्कृति मंत्री भी मौजूद थे. अयोध्या से प्रारम्भ हुई यह सांस्कृतिक एवं बौद्धिक यात्रा गोरखपुर, बलिया, वाराणसी, विंध्याचल, चित्रकूट, ललितपुर, श्रृंगवेरपुर, बिठूर, बिजनौर, बरेली, गाजियाबाद, मथुरा, गढ़मुक्तेश्वर, सहारनपुर तथा लखनऊ से होते हुये पुनः अयोध्या पहुंची, जहां आज दिनांक 31 अक्टूबर 2021 को इस कान्क्लेव का समापन ​कर दिया गया.

रामायण कान्क्लेव का समापन के इस आयोजन में लगभग 2 हजार कलाकारों, सैकड़ों साहित्यकारों/मानस मर्मज्ञों एवं कवियों ने रामकथा के विभिन्न पहलुओं पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, संगोष्ठी/परिचर्चा एवं कवि सम्मेलन आदि में भाग लिया. रामायण कान्क्लेव में प्रातः कालीन सत्र में विशिष्ट कथा वाचकों एवं रामायण पर अधिकृत विद्वानों के साथ रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर सारगर्भित व्याख्यान एवं विचार विमर्श हुये तथा सायंकालीन सत्र में रामायण एवं रामकथा से संबंधित उत्तर प्रदेश के 5 सांस्कृतिक अंचलों-अवध, पूर्वांचल, बुंदेलखण्ड, ब्रज एवं पश्चिमांचल की लोक एवं शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुतियां की गईं. साथ ही रामलीला एवं लोक बेलियों के कवि सम्मेलनों के माध्यम से रामकथा के विभिन्न संदर्भों को भी प्रस्तुत किया गया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीपैड से रामकथा पार्क पहुंचे और अयोध्या के प्रसिद्ध संत एवं अशर्फी भवन पीठाधीश्वर जगतगुरु श्रीधराचार्य से अशर्फी भवन जाकर मुलाकात की और उनका आर्शीवाद लिया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीपैड से रामकथा पार्क पहुंचे और अयोध्या के प्रसिद्ध संत एवं अशर्फी भवन पीठाधीश्वर जगतगुरु श्रीधराचार्य से अशर्फी भवन जाकर मुलाकात की और उनका आर्शीवाद लिया. इस दौरान सीएम के साथ प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना डा0 नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर पुलिस महानिदेशक एसएन सावंत, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे.

अयोध्या के चौतरफ़ा विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोशिश

कानून मंत्री बृजेश पाठक भी अयोध्या पहुंचे

वहीं, उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक भी आज रामायण कान्क्लेव का समापन कार्यक्रम के दौरान अयोध्या के हनुमानगढ़ी पहुंचे और वहां पूजन दर्शन किया. कानून मंत्री ने कहा कि अयोध्या को पूरी दुनिया देखना चाहती है. यहां भगवान राम का मंदिर बन रहा है. दीपोत्सव का भव्य आयोजन हो रहा है. दीपों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछली बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था. इस वर्ष भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा. अयोध्या देशवासियों और प्रदेशवासियों के आकर्षण का केंद्र बन गई है. केंद्रीय पर्यटन के पटल पर अयोध्या का स्थान सबसे पहले हो जाएगा.

अयोध्या शोध संस्थान रामायण विश्व महाकोश प्रकाशित करेगा

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री से अफगानिस्तान की लड़की ने आग्रह किया था​ कि अफगानिस्तान के काबुल नदी का जल भगवान राम के श्री चरणों पर चढ़ाएं. पूरी दुनिया के लिए अयोध्या आज एक पर्यटन स्थल बन चुका है. भारत के लिए यह एक धार्मिक केंद्र बन चुका है. यह भारतीयों की भावनाओं का कद्र करने वाला केंद्र बन चुका है. श्रीराम का आशीर्वाद सब पर बना रहेगा. अयोध्या में बैंक कर्मी आत्महत्या के मामले में शामिल आईपीएस अधिकारी के नाम पर कानून मंत्री ने कहा कि सभी दोषियों पर कार्रवाई होगी. जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.

अयोध्या के वासुदेव घाट स्थित अनंत श्रीसीताराम दास ओंकारनाथ देव आश्रम श्रीराम जानकी मंदिर में विश्व कल्याण यज्ञ की ओर से 12 नवंबर से 19 नवंबर तक लाइट एंड साउंड कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.

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