केंद्रीय मंत्री टेनी को अब हटाएंगे मोदी?

विशेष जॉंच दल के इंस्पेक्टर विद्या राम दिवाकर ने सोमवार को चीफ़ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट लखीमपुर खीरी की अदालत में एक प्रार्थना पत्र देकर अदालत को नए तथ्यों से अवगत कराया है.

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी कांड में आई एसआईटी की रिपोर्ट ने अब यूपी और केंद्र सरकार दोनों को फंसा दिया है. रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद से मोदी सरकार में गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र उर्फ़ टेनी की मुसीबतें भी बढ़ गई हैं. लखीमपुर खीरी कांड के विशेष जाँच दल ने अदालत को बताया है कि वहाँ जो पॉंच किसानों की मौत गाड़ियों से कुचलकर हुई थी, वह कोई अचानक हुआ हादसा नहीं था बल्कि वह एक सोची समझी साज़िश थी. इसलिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष व अन्य अभियुक्तों के ख़िलाफ़ साज़िशन हत्या का भी मामला बनता है. एसआईटी की इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इस मामले पर विपक्ष की ओर से कई नेताओं के बयान भी आने लगे हैं। साथ ही, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार टेनी की बर्खास्तगी की मांग भी तेज हो गई है। बहरहाल, अब देखना यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में कब आगे बढ़कर अपना बयान देते हैं और टेनी की बर्खास्तगी की खबर जनता को सुनने को मिलती है!

मीडिया स्वराज डेस्क

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी कांड ने अब यूपी और केंद्र सरकार दोनो को फंसा दिया है. मोदी सरकार में गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र उर्फ़ टेनी की मुसीबतें बढ़ गई हैं. लखीमपुर खीरी कांड के विशेष जाँच दल ने अदालत को बताया है कि वहाँ जो पॉंच किसानों की मौत गाड़ियों से कुचलकर हुई थी, वह कोई अचानक हुआ हादसा नहीं था बल्कि वह एक सोची समझी साज़िश थी. इसलिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष व अन्य अभियुक्तों के ख़िलाफ़ साज़िशन हत्या का भी मामला बनता है.

अब पुलिस ने भी कह दिया है यह सब सुनियोजित था. ऐसे में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी सरकार के गले की हड्डी बन गए हैं. एसआईटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले की जांच कर रही पुलिस ने कोर्ट को लिखा है कि मामले में आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ धाराओं को संशोधित किया जाना चाहिए.

विशेष जॉंच दल के इंस्पेक्टर विद्या राम दिवाकर ने सोमवार को चीफ़ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट लखीमपुर खीरी की अदालत में एक प्रार्थना पत्र देकर अदालत को नए तथ्यों से अवगत कराया है. इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री अजय कुमार में हत्या का दावा था कि इस लोमहर्षक हत्याकांड में उनके बेटे का कोई हाथ नहीं था. लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य विपक्षी दल शुरू से ही यह कहते रहे हैं कि लखीमपुर खीरी में किसान आन्दोलन का दमन करने के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों पर जान बूझकर गाड़ियां चढ़ा दी गई थीं.

विशेष जॉंच दल के इंस्पेक्टर विद्या राम दिवाकर ने सोमवार को चीफ़ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट लखीमपुर खीरी की अदालत में एक प्रार्थना पत्र देकर अदालत को नए तथ्यों से अवगत कराया है. इससे पहले केंद्रीय राज्यमंत्री अजय कुमार में हत्या का दावा था कि इस लोमहर्षक हत्याकांड में उनके बेटे का कोई हाथ नहीं था. लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा और अन्य विपक्षी दल शुरू से ही यह कहते रहे हैं कि लखीमपुर खीरी में किसान आन्दोलन का दमन करने के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों पर जान बूझकर गाड़ियां चढ़ा दी गई थीं.

विशेष जॉंच दल द्वारा नये तथ्य उजागर होने के बाद किसान नेता धर्मेंद्र मलिक ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मॉंग दोहराई है. बता दें कि लखीमपुर मामले में SIT ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश का हिस्सा थी.

किसान और सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण हो रहा है ये. धीरे-धीरे सच सामने आने लगा है कि आशीष मिश्रा ने जानबूझकर किसानों को कुचला था: योगेंद्र यादव

किसान और सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण हो रहा है. धीरे धीरे सच सामने आने लगा है कि आशीष मिश्रा ने जानबूझकर किसानों को कुचला था. पर इसका साजिशकर्ता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी है. टेनी ने घटना से 5 दिन पहले किसानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था.

इसको लेकर किसान नेता योगेंद्र यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि हमारा मिशन यूपी जारी रहेगा और बीजेपी का बॉयकॉट करेंगे. वहीं, किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि ये किसान और सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण हो रहा है. योगेंद्र यादव ने कहा कि ये किसान और सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण हो रहा है. धीरे धीरे सच सामने आने लगा है कि आशीष मिश्रा ने जानबूझकर किसानों को कुचला था. पर इसका साजिशकर्ता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी है. टेनी ने घटना से 5 दिन पहले किसानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था. फिर घटना के दिन किसानों को देखकर गंदे इशारे भी किए. मुख्य साज़िशकर्ता अजय मिश्रा टेनी अब भी मंत्री है और खुला घूम रहा है.

उन्होंने कहा कि हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अब भी हमारा मिशन यूपी जारी है. हम बीजेपी का बॉयकॉट जारी रखेंगे. हम हर किसान को यूपी में बताएंगे कि बीजेपी का मंत्री अजय मिश्रा टेनी हत्यारा है. हम बीजेपी का विरोध जारी रखेंगे.

गौरतलब है कि एसआईटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले की जांच कर रही पुलिस ने कोर्ट को लिखा है कि मामले में आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ धाराओं को संशोधित किया जाना चाहिए. ऐसे समय जब सत्‍ताधारी बीजेपी, यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही है, यह घटनाक्रम केंद्रीय गृह राज्‍यमंत्री अजय मिश्रा के लिए बड़ी परेशानी का संकेत है. अजय मिश्रा को हटाने की लगातार मांग के बावजूद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्‍हें कैबिनेट में बरकरार रखा है. लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर किसानों में तीखा गुस्‍सा है जिसका असर आने वाले चुनावो में देखने को मिल सकता है.

SIT ने माना कि किसान नरसंहार सुनियोजित योजना से किया गया, फिर गृह राज्य मंत्री को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्यों बचा रहे हैं? : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी

फूलचंद पासी के परिवार से मिलेंगी प्रियंका
लखीमपुर किसान नरसंहार पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रेस से कहा है कि-
एसआईटी ने माना कि किसान नरसंहार सुनियोजित योजना से किया गया, फिर गृह राज्य मंत्री को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्यों बचा रहे हैं?
गृह राज्यमंत्री को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर लखीमपुर किसान नरसंहार में उनकी भूमिका की जाँच हो!

लखीमपुर किसान नरसंहार पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रेस से कहा है कि-

  1. एसआईटी ने माना कि किसान नरसंहार सुनियोजित योजना से किया गया, फिर गृह राज्य मंत्री को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्यों बचा रहे हैं?
  2. गृह राज्यमंत्री को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर लखीमपुर किसान नरसंहार में उनकी भूमिका की जाँच हो!

SIT की जांच रिपोर्ट के बाद गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ‘‘टेनी’’ दें इस्तीफा अथवा प्रधानमंत्री करें बर्खास्त- अजय कुमार लल्लू

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि न्यायालय के दबाव एवं सत्याग्रह की ताकत से विशेष जांच दल की रिपोर्ट में लखीमपुर कांड में चार किसानों की कुचलकर हत्या की साजिश स्पष्ट हो गयी है। मुख्य विवेचक द्वारा अदालत में प्रस्तुत जांच रिपोर्ट के माध्यम से यह साबित हुआ है कि तिकुनिया लखीमपुर कांड लापरवाही और उपेक्षापूर्वक गाड़ी चलाते हुए जान लेने की दुर्घटना का मामला नहीं था।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि न्यायालय के दबाव एवं सत्याग्रह की ताकत से विशेष जांच दल की रिपोर्ट में लखीमपुर कांड में चार किसानों की कुचलकर हत्या की साजिश स्पष्ट हो गयी है। मुख्य विवेचक द्वारा अदालत में प्रस्तुत जांच रिपोर्ट के माध्यम से यह साबित हुआ है कि तिकुनिया लखीमपुर कांड लापरवाही और उपेक्षापूर्वक गाड़ी चलाते हुए जान लेने की दुर्घटना का मामला नहीं था। यह सोची समझी साजिश के चलते भीड़ को कुचलने, हत्या करने और हत्या के प्रयत्न के साथ ही अंग भंग करने का मामला है। इसलिए भारत सरकार के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘‘टेनी’’ को अपने दावे के अनुसार तत्काल पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने पूर्व में यह दावा किया था कि अगर उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद होगा तो वह पद से इस्तीफा दे देंगे। अब जब जांच में साबित हो गया है तब उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए अथवा प्रधानमंत्री जी को उन्हें तत्काल उनके पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।

इसे भी पढ़ें:

लखीमपुर खीरी हिंसा : अजय मिश्रा की गिरफ्तारी को लेकर किसानों का देशव्यापी आंदोलन कल

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री की मानसिकता किसान विरोधी रही है। जिसके कारण उनके प्रधानमंत्रित्व काल में लगातार किसानों पर अत्याचार एवं आक्रमण जारी है। किसानों पर हो रहे हमलों के विरुद्ध प्रधानमंत्री जी के स्तर से कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। जबकि उनका मौन किसान विरोधी कुचक्रों, साजिशों अपमानजनक टिप्पणियों के प्रति मौन स्वीकृति जैसी प्रतीत होने लगती है। उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी अजय कुमार मिश्रा ‘‘टेनी’’ जो कि लखीमपुर कांड में साजिश के आरोपी हैं और उनके बेटे पर घटना को अंजाम देने एवं साजिश रचने का षड्यंत्र एसआईटी की रिपोर्ट में स्पष्ट हुई है। इसके बावजूद उनकी बर्खास्तगी ना होना प्रधानमंत्री जी का किसान विरोधी होना साबित करता है। यदि प्रधानमंत्री जी किसानों के प्रति संवेदनशील हैं, देश के कानून, संविधान और लोकतंत्र में उनकी आस्था अवशेष है तो तत्काल जांच रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए अजय मिश्रा ‘‘टेनी’’ को उनके पद से बर्खास्त करते हुए उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करवायें।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि विशेष जांच दल की रिपोर्ट में घटना के साजिशन अंजाम देने की बात सामने आयी है। अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की भूमिका की जांच निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए। इसके लिए यह जरूरी है कि उन्हें उनके पद से हटाया जाय। पूर्व में यह स्पष्ट रूप से देखा गया है कि पुलिस केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री एवं सत्ता के दबाव में काम कर रही थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

nine + 19 =

Related Articles

Back to top button