कौन है किसान नेता राकेश टिकैत ?

44 बार जा चुके हैं जेल…

नए क़ृषि कानून को लेकर देश भर के किसान लगभग 2 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर अड़े हुए है, उनका कहना है कि वो सरकार के कानून वापिस लेने के बाद ही वहां से हटेंगे. 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद किसान आंदोलन ख़त्म होता देख किसान नेता राकेश टिकैत रो पड़े, और उनके आंसुओं ने आंदोलन में ऊर्जा डाल दी. फिर से सारे किसान राजधानी के सीमाओं पर जुटने लगे हैं. राकेश टिकैत को रोता देख लोगों को उनके पापा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत कि याद आगई.

चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत
चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत

चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत 32 साल पहले भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक थे जिन्होंने दिल्ली को ठप कर दिया था। उस वक्त केंद्र में राजीव गांधी की सरकार थी, उन्हें किसानों के आगे झुकना ही पड़ा था. कहा जा रहा है कि राकेश टिकैत भी अपने पापा के पद चिन्हो पर चल रहे है और किसान इनको फॉलो कर रहे है.

किसान नेता राकेश टिकैत…

किसान नेता राकेश टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत

राकेश टिकैत साल 1985 में बतौर कांस्टेबल भरती हुए थे… कुछ दिन बाद ही उनका प्रमोशन हुआ और वो सब इंस्पेक्टर बन गए.. उसी के दौरान उनके पिता जब महेंद्र सिंह टिकैत किसानों के लिए बिजली के दाम कम करने की मांग कर रहे थे तब उनसे सरकार ने उनके पिता का आंदोलन समाप्त करने के लिए प्रेशर डाला फिर राकेश टिकैत ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ के अपने पापा का साथ दिया आंदोलन मे कूद पड़े … तबसे वे राजनीती में सक्रिय हो गए…

जेपी नड्डा लखनऊ पहुँचे, राजनीतिक सरगर्मी तेज(Opens in a new browser tab)

राकेश टिकैत ने कभी भी राजनीती से परहेज नहीं रखा. साल 2007 में वो पहली बार मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े जिसे वो हार गए. लेकिन उन्होंने हार नहीं मना, उसके बाद 2014 में अमरोहा लोकसभा छेत्र से चौधरी चरण सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव लड़े… वहां वो फिर से हार गए. इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले किसानों की ट्रेक्टर रैली को लेकर वो दिल्ली गेट तक आगए थे. वे अभी भारतीय किसान यूनियन के मौजूदा राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और संगठन किसानों के संयुक्त मोर्चे में भी शामिल हैं.

टिकैत 44 बार जा चुके हैं जेल…

ग़ाज़ीपुर दिल्ली सीमा पर धरना देते किसान
ग़ाज़ीपुर दिल्ली सीमा पर धरना देते किसान

राकेश टिकैत लगातार विभिन्न मंचों पर किसानों के अधिकार की बातें उठा चुके हैं. वो किसानों के अधिकार की लड़ाई के चलते राकेश टिकैत 44 बार जेल जा चुके हैं. मध्य प्रदेश में भूमि अधिकरण कानून के खिलाफ हुए आंदोलन के चलते उनको 39 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था. कुछ साल पहले दिल्ली में संसद भवन के बाहर किसानों के गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया तो उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया था. उन्होंने संसद भवन के
बाहर गन्ना जला दिया था.

राकेश टिकैत क्यों रो पड़े.??

राकेश टिकैत
राकेश टिकैत क्यों रो पड़े ?

राकेश टिकैत अभी गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के साथ क़ृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं.जब 26 जनवरी को हिंसा हुई उसके बाद किसान आंदोलन ख़त्म होता देख किसान नेता राकेश टिकैत रो पड़े. उन्होंने कहा कि वह आत्महत्या कर लेंगे लेकिन आंदोलन ख़त्म नहीं करेंगे. उनके आंसुओं ने आंदोलन को फिर से रफ़्तार देदी और फिरसे भरी संख्या में किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुचे गए.

वो कहते है कि-
” यह सरकार कि साजिश थी किसानों के खिलाफ, पुलिस को हटाना है तो डंडे मार के हटा दे हम हट जायेंगे, लेकिन पुलिस पीछे और गुंडा आगे,
किसान इतना कमजोर नहीं है “

बड़े भाई नरेश टिकैत

नरेश टिकैत ,महेंद्र सिंह टिकैत के बड़े बेटे हैं साथ ही राकेश टिकैत  के बड़े भाई भी हैं । उनका जन्म 1975 में मुजफ्फरनगर में हुआ था। नरेश इस समय राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के नेता हैं । नरेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भी हैं।

नरेश टिकैत द्वारा ट्वीट
नरेश टिकैत द्वारा ट्वीट

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर के महा पंचायत में कहा था कि – किसान आंदोलन जारी रहेगा और साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि -” सरकार हठधर्मी हो रही है, अगर सरकार चाहती तो फैसला बहुत जल्दी हो जाता. अगर मुद्दे का हल नहीं होता है तो गाज़ीपुर बॉर्डर पर आंदोलन चलता रहेगा…नरेश टिकैत का किसानों से मिलना अब भी जारी है…

इससे पहले  उन्होंने  ट्वीट करके कहा था कि- ” मेरे छोटे भाई राकेश टिकैत के ये आंसू व्यर्थ नहीं जाएंगे. अब हम इस आंदोलन को निर्णायक स्थिति तक पहुंचा कर ही दम लेंगे.”

अमन 

AMAN GUPTA (VLOGGER AND YOUTUBER). STUDENT of MA IN JOURNALISM AND MASS COMMUNICATION.
EMAIL ID- amanlkonational@gmail.com
FACEBOOK ID- coolamano14@gmail.com
YOUTUBE ID- amanlkonational@gmail.com (aman’s group)
Phone Number- 9005148585 , 9554066904

Leave a Reply

Your email address will not be published.

16 − 14 =

Related Articles

Back to top button