बनारस में कोरोना वैक्सीन लगवाने पहुंचे 125 साल के बुजुर्ग
शिवानंद हर दिन सुबह 3 बजे उठ जाते हैं
देशभर में कोरोना वैक्सीन लगाने की मुहिम चल रही है. इसमें बुजुर्गों को खासतौर पर वैक्सीन लगाई जा रही है और उन्हें कोरोना की महामारी से बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में बुजुर्ग भी इस मुहिम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और वैक्सीन की सभी डोज समय पर लेकर कोरोना को मात देने में योगदान कर रहे हैं. वाराणसी में भी ऐसा ही कुछ है. हालांकि यहां स्थित एक वैक्सीन सेंटर में उस समय सभी चौंक गए जब एक 125 साल के बुजुर्ग वैक्सीन लगवाने खुद पहुंचे.
आधार कार्ड से मिली जानकारी के अनुसार स्वामी शिवानंद नामक ये बुजुर्ग 8 अगस्त 1896 में जन्में हैं और फिलहाल भेलपुर क्षेत्र की कबीर नगर कॉलोनी में रहते हैं. शिवानंद ने आज खुद वैक्सीन सेंटर पहुंच कर कोविडशिल्ड की पहली डोज ली.
दुर्गाकुंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आधार कार्ड के अनुसार वॉक इन रजिस्ट्रेशन कर स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें वैक्सीन लगाई.
शिवानंद हमेशा से ही काशी के लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहे हैं. 125 साल की उम्र में भी वे काफी एक्टिव हैं और बिना किसी की मदद के वे अपने सभी काम खुद ही करते हैं. लोगों का कहना है कि शिवानंद की दिनचर्या का मुकाबला कोई जवान व्यक्ति भी नहीं कर सकता है. बांग्लादेश के श्रीहट्ट में जन्मे शिवानंद हर दिन सुबह 3 बजे उठ जाते हैं और गंगा में स्नान करने के बाद योग करते हैं.
सादा भोजन है राज–
शिवानंद के अनुसार वे बिल्कुल सादा भोजन करते हैं और तेल व मसालों से काफी दूर रहते हैं. उन्होंने बताया कि वे ज्यादातर उबली सब्जियों और दलिया ही खाते हैं. साथ ही उन्हें किसी भी प्रकार का कोई व्यसन नहीं है. शिवानंद के अनुसार वे बेहद गरीब परिवार में जन्मे थे और उनके माता पिता की मौत भी भूख के कारण ही हो गई थी. तब से लेकर आज तक वे आधा पेट ही भोजन करते हैं.
वाराणसी में कोरोना की पहली डोज लेने पहुंचे शिवानंद की उम्र आधार कार्ड के हिसाब से करीब 125 साल है. हालांकि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं है और वे वैक्सीन लेने के लिए केंद्र पर भी खुद ही पहुंचे थे.
विनीत गुप्ता