उत्तराखंड डायरी : बाघ – बाघिन की मौत और हाथियों का तांडव

उत्तराखंड डायरी

उत्तराखंड डायरी . उत्तराखंड को देव भूमि कहा जाता है. उसकी पहचान हिमालय पर्वत , गंगा और जंगलों से है. उत्तराखंड के राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन की झलक प्रस्तुत करने के लिए नैनीताल से पत्रकार इस्लाम हुसेन उत्तराखंड डायरी प्रस्तुत कर रहे हैं.

उत्तराखंड के कार्बेट नेशनल पार्क से जुड़े फतेहपुर रेंज में इनोवा कार की टक्कर से एक बाघ की मौत हो गई यह घटना हल्द्वानी कालाढूंगी रोड पर भाखड़ा नदी के पुल के पास हुई। फतेहपुर रेंज का इलाका पश्चिम में कार्बेट नेशनल पार्क से मिलता है.

हरिद्वार: हरिद्वार वन प्रभाग की श्यामपुर रेंज में मादा बाघिन की मौत से हो है। मामला श्यामपुर रेंज के अंदर पीली क्षेत्र का है।

उत्तराखंड जिम कोर्बेट नेशनल पार्क में बाघ की मौत
उत्तराखंड जिम कोर्बेट नेशनल पार्क में बाघ की मौत

तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा बाघिन का परीक्षण किया। अधिकारियों के अनुसार बाघिन की उम्र लगभग 7 से आठ वर्ष के बीच है। डॉक्टरों द्वारा बाघिन का मौके पर ही पोस्टमार्टम किया गया।

हाथियों का तांडव

नैनीताल के कालाढूंगी में विगत गुरुवार की रात्रि हाथी ने व जंगल किनारे की आबादी में जमकर तांडव मचाया। हाथी ने लोनिवि बंगले व सिंचाई विभाग के बंगले की बाउंड्री की दीवारों को भी तोड़ दिया। साथ ही सिंचाई विभाग के कार्यालय के परिसर में लगे गेहूं को भी रौंद डाला, लोनिवि के बंगले के परिसर में लगे केले के पेड़ों को तोड़कर  खा गया। यह इस तरह की पहली घटना है। इस घटना से आसपास के लोगों में दहशत बनी है। जंगल से निकलकर हाथी ने दो सरकारी विभागों को ही अपना निशाना बनाया था.

हाथियों का झुंड

ऊधम सिंह नगर के सितारगंज के आबादी क्षेत्र में हाथियों का एक झुंड आ गया जिसने फसलों को पूरी तरह से रौद दिया हाथियों की सूचना के बाद वन विभाग द्वारा भीड़ को नियंत्रण करते हुए ड्रोन के माध्यम से घने गन्ने के खेतों में हाथियों का पता लगाया गया जिसके बाद वन विभाग के द्वारा हाथियों को फिर से जंगल की ओर भेजने का प्रयास किया गया.

भारत नेपाल सीमा सड़क राजमार्ग घोषित

भारत नेपाल सीमा पर चार किमी सड़क राजमार्ग घोषित हो गई है, खटीमा बनबसा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 09 को नेपाल से जोड़ने के लिए 04 किलोमीटर को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने और इसे फोर लेन बनाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया था। इस पर केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से इस मार्ग को फोर लेन बनाने और राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किए जाने की सहमति दे दी गई है।

सबसे ऊपर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ?

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले नम्बर पर आए हैं। एक मीडिया ग्रुप द्वारा कराए गए एक सर्वे में  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को पूरे भारत में सबसे खराब कार्य करने/ पर्फार्मेंस करने वाले मुख्यमंत्रियों की श्रेणी में सबसे उपर रखा है मीडिया में इसे उत्तराखंड के लिए भी बेहद शर्म की बात बताई जा रही है।

इस सर्वे में जनता ने त्रिवेंद्र को सबसे खराब मुख्यमंत्रियों की श्रेणी में पहले नम्बर पर रखा, हरियाणा बीजेपी के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दूसरे पर जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को तीसरे नंबर पर जगह मिली।

 

त्रिनेत्र सिंह रावत मुख्यमंत्री उत्तराखंड

जबकि मुख्यमंत्रियों की श्रेणी में जनता की पहली पसंद उड़ीसा के मुख्यमंत्री, नवीन पटनायक को जबकि दूसरा नम्बर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मिला। इस सर्वे में देश की सभी लोकसभा के 543 सीटों पर सर्वे किया गया था.

अमर्यादित टिप्पणी पर पिटी भद्द

पिछले दिनों उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष बंशीधर भगत ने अपनी पार्टी के एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वह वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री डा श्रीमती इंदिरा हृदयेश पर एक ओछी और अमर्यादित छींटाकशी कर दी, जिस कार्यक्रम में यह टिप्पणी की उसमें बीजेपी के कई नेता और नेत्रियां भी थे, जो भगत की टिप्पणी पर हंसते दिखे थे।

इस कार्यक्रम का वीडियो वायरल होते ही बवाल हो गया, लोगों ने भगत की अभद्रता की निंदा तो की ही, बीजेपी की उस महिला नेत्री की भी निंदा की जो एक वरिष्ठ महिला पर की गई अभद्रता पर हंसती देखी गई थी।

इस खबर के फैलते ही राजनीति हलकों में चर्चाएं चल पड़ी और इसे सत्ता पक्ष के नकारात्मक पक्ष के रूप में देखा जाने लगा। कांग्रेस पार्टी और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगों ने इसकी कड़ी निन्दा करते हुए भगत से ऐसी टिप्पणी पर माफी मांगने को कहा।

मामले की गंभीरता को देखकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जल्दी ही इसपर संज्ञान लिया और मामला सुलझाते हुए तुरंत सार्वजनिक माफी मांग ली। बाद में जब सब ओर से भद्दी पिटी तो बंशीधर भगत ने भी अपनी टिप्पणी वापस लेते हुए  माफी मांगने की औपचारिकता निभा ली।

इस वर्ष बम्पर भर्तियां

शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय के अनुसार इस वर्ष  शिक्षा विभाग में बम्पर भर्तियां होंगी। 

रिटायरमेंट और प्रमोशन से रिक्त हुए कर्मचारियों अध्यापकों की लगभग 1500 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया 1 जुलाई से होगी, बैकलाग की भर्ती 28 फरवरी तक हो जाएगी, इसके अतिरिक्त 2600 नई भर्तियां भी 30 मई पूरी की जाएंगी, इसके अतिरिक्त 30 जून के बाद रिटायरमेंट से खाली होने वाले एलटी और प्रवक्ता के पदों का प्रस्ताव लोक सेवा आयोग को भेजने का निर्णय है।

शिक्षा मंत्री अदालत में

पिछले दिनों प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय स्थानीय अदालत में पेश हुए। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे पर मारपीट समेत कई मुकदमें दर्ज हैं। उन्हीें में से 2015 के एक मामले में उनको कोर्ट में पेश होना पड़ा। इस मामले में वो जमानत पर चल रहे हैं। पहले हुई सुनवाई में पेश नहीं होने से, उनके खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया था। 

25 अगस्त 2015 को गदरपुर में मंत्री अरविंद पांडेय और उनके समर्थकों पर तहसीलदार से मारपीट और अभद्रता का आरोप था। तहसीलदार शेर सिंह गुवाल ने मंत्री अरविंद पांडेय सहित दर्जनों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की अगली तिथि 30 जनवरी की रखी है। मंत्री के वकील दिवाकर पांडे के अनुसार सरकार की ओर से वाद वापसी का आदेश जारी हो गए हैं।

किसान आंदोलन के समर्थन में रैलियां

ऊधम सिंह नगर के खटीमा में किसानों ने रैली निकाली है।किसान आंदोलन के समर्थन में खटीमा के सैकड़ों किसानों ने अपने ट्रैक्टरों को सडक़ पर उतार कर जोरदार प्रदर्शन करते हुए नगर के विभिन्न मार्गो में रैली निकाली। किसानों की ट्रैक्टर रैली से राष्ट्रीय राज मार्ग में जाम लग गया। टै्रक्टर रैली नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए नानकमत्ता गुरूद्वारा साहिब की ओर रवाना हो गई।

इसका नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष गुरुसेवक सिंह व जसविंदर सिंह पप्पू ने किया।

देशभर में चल रहे किसान आंदोलन का उत्तराखंड के तराई में असर दिख रहा है, विगत दिनों उधम सिंह नगर के गदरपुर कस्बे में आए प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय का काले झंडे दिखाकर व कनस्तर बजाकर विरोध किया गया। इससे पहले भी ऊधम सिंह नगर में कृषि कानूनों के विरोध में अनेक प्रदर्शन हो चुके हैं।

लालकुआं में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस सेवादल की नैनीताल जिला इकाई द्वारा कार रोड बिन्दुखत्ता से लालकुआं नगर होते हुए हल्दूचौड़ तक देश में चल रहे किसान आन्दोलन के समर्थन में “किसान संघर्ष यात्रा” आयोजित की गई। जिसमें पूर्व काबीना मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, ने भी भाग लिया, रैली का नेतृत्व सेवा दल के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र चन्द्र दुर्गापाल ने किया।

तीन कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाले किसानों के  प्रदर्शन में उत्तराखंड की तराई से हजारों किसानों के भाग लेने की तैयारियां चल रही है, जिसमें बड़ी संख्या में ट्रैक्टर भी जाएंगे।

कृपया इसे भी देखें

https://mediaswaraj.com/yogi-tahri-bhoj-journalists-k-vikram-rao/

गढ़वाल में सड़क आंदोलन

गढ़वाल में नंदप्रयाग घाट मोटर मार्ग आंदोलन के सवा महीना बीत जाने के बावजूद क्षेत्रीय जनता की  मांग पूरी नही होने पर अब क्षेत्रीय जनता में आक्रोश बढ़ गया है। जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है। 

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अब आंदोलन कारी जनता ने आज विरोध का अनूठा तरीका अपनाया गया है, जनता ने मानव श्रृंखला का बनाकर आंदोलन शुरू किया। पूरे प्रखंड के 55 ग्राम सभाओं के लोगों कि एकजुटता से आज साफ तौर पर  संदेश दे दिया है कि यह मुद्दा आने वाले दिनों में और भारी पड़ सकता है।

 उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के दो मुख्यमंत्रियों की दो बार की घोषण करने के बाद भी इस सड़क पर काम शुरू नही किया गया, जिससे ग्रामीण गुस्से में हैं। नंदप्रयाग घाट मोटर मार्ग काफी संकरा है जिसे ग्रामीणों द्वारा चौड़ीकरण की मांग उठाई जा रही है।

इस्लाम हुसैन, पत्रकार, नैनीताल

इस्लाम हुसेन पत्रकार नैनीताल
इस्लाम हुसेन

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