अखिलेश बोले, कर्मचारियों-शिक्षकों के लिए करेंगे पुरानी पेंशन योजना बहाल
कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए 2005 से पहले की पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का वादा
- मैं आज घोषणा करता हूं कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी जाएगी।
- अधिकारियों, कर्मियों को सेवानिवृत्त के बाद मासिक पेंशन दी जाती थी। भाजपा सरकार ने नई नियमावली लागू की गई। जिसके बाद पेंशन बंद की गई और एक मुश्त रकम दी जाने लगी।
- इसके बाद हमारी अनेकों एक्सपर्ट्स के साथ बैठक हुई जिसके बाद हमने इसको अपनी मेनिफेस्टो में शामिल करने का फैसला लिया।
- मुझ से लगातार कर्मचारी संगठन के नेता मिले और उन्होंने मुझसे पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का आग्रह किया उन्होंने सरकार से भी आग्रह किया लेकिन सरकार ने उनकी एक न सुनी।
- मैंने इस संबंध में कर्मचारियों, वित्त विशेषज्ञों से बात कर ली है। एक कॉर्पस बना कर धनराशि की व्यवस्था करने के लिए हम सक्षम हैं।
- सबसे बड़ा महत्वपूर्ण फैसला जो समाजवादी घोषणा पत्र में शामिल होने जा रहा है वह यह है कि 2005 से पूर्व कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएगी।
- समाजवादी सरकार में नेता जी ने लोगों को यश भारती अवार्ड देना शुरू किया था, हमारी सरकार बनते ही हमलोग इस अवॉर्ड को फिर से देना शुरू करेंगे।
- हमने ये भी तय किया है यश भारती के साथ ही साथ नगर भर्ती सम्मान की शुरुआत करेंगे, जो नगर के साहित्यकारों, खिलाड़ियों, व्यापारियों, डॉक्टर, पत्रकारों उत्कृष्ट कार्य करने वालों को ये पुरस्कार दिया जाएगा।
कर्मचारियों-शिक्षकों के लिए करेंगे पुरानी पेंशन योजना बहाल : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2022 में सपा की सरकार बनने पर राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए 2005 से पहले की पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का वादा किया है। यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी इसे अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी।
उन्होंने कहा कि आर्थिक मंथन के बाद पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का फैसला किया गया है। अखिलेश यादव ने विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाले यश भारती सम्मान को फिर शुरू करने और जिला स्तर पर नगर भारती सम्मान दिए जाने की घोषणा की।
यादव ने वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय देने की व्यवस्था करने का भी आश्वासन दिया। यादव ने कहा कि बीजेपी कर्मचारी विरोधी है। हर वर्ग को धोखा दिया है। भाजपा सरकार भेदभाव के साथ काम करती रही जबकि समाजवादी पार्टी की कथनी करनी में कोई अंतर नहीं है। हमने जो भी वादा किया उसको पूरा किया है। आउटसोर्सिंग को लेकर यादव ने कहा कि यह अच्छी प्रथा नहीं है, इसमें शोषण के अलावा कुछ नहीं होता है। भाजपा सरकार ने कर्मचारियों की बात नहीं सुनी।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में कर्मचारियों, शिक्षकों, आंगनबाड़ी सभी की समस्याओं को शामिल करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में रही तो हर चीज बेच देगी। भाजपा एक दिन सरकार को भी आउटसोर्स कर देगी। समाजवादी पार्टी निजीकरण के खिलाफ है। भाजपा ने निजीकरण के जरिए संविधान और आरक्षण को नुकसान पहुंचाया।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा ने अपने साथ व्यापक जनाधार वाले नेताओं और मंत्रियों को जोड़ा है। क्षेत्रीय पार्टियों से गठबंधन किया है। समाजवादी पार्टी लड़ाई जीत गई है। भाजपा हार गई है। समाजवादी पार्टी चुनाव में हर तरह से आगे हैं और हम सरकार बनाने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो परसेप्शन समाजवादी पार्टी का है, जिस तरीके से समाजवादी पार्टी में भाजपा के बड़े बड़े मंत्री शामिल हुए हैं, जिनके पास व्यापक जनाधार है। स्वामी प्रसाद मौर्या जी के पास कितना बड़ा जनसमर्थन है उनके साथ लोग हैं। दारा सिंह चौहान जी के पास कितना बड़ा समर्थन है, लोग हैं। परसेप्शन की लड़ाई में भाजपा हार गई हम उनसे आगे है, हम अपना मेनिफेस्टो रिलीज कर रहे हैं। हम जनता के बीच चुनाव में जा रहे हैं अपनी बातें बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त देने की घोषणा की है। घबराकर भाजपा ने बिजली का बिल आधा कर दिया। यानी आप, पूरे कार्यकाल महंगी बिजली देते रहे। जब बिजली का बिल आधा किया जा सकता था इन्होंने जनता से दुगना बिल क्यों लिया। समाजवादी सरकार के समय 2012 से 2017 के बीच बिजली उत्पादन दुगुना हो गया था। बिजली के लिए ज्यादा बजट दिया गया था।
यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने लगभग 20 लाख छात्र नौजवानों को लैपटॉप दिए, जो आज भी चल रहे हैं। बीजेपी सरकार ने जो टेबलेट दिए हैं उन पर सवाल उठ रहे हैं। मैंने अपनी सरकार में 1800000 लैपटॉप दिए, जिससे युवाओं ने अपनी रोजगार की व्यवस्था की। आईटी में कितने रोजगार के अवसर है, ऑनलाइन कितने रोजगार के अवसर है। जो समाजवादी पार्टी सरकार 1800000 लैपटॉप दे सकती है, वो सोचिए रोजगार के क्षेत्र में कितने रोजगार दे सकती है और देने का वादा करेगी। नौकरी और रोजगार के लिए भी आप समाजवादी पार्टी के मेनिफेस्टो का इंतजार करिए।
किस प्रकार से नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिले इसके लिए समाजवादी पार्टी अभी चर्चा कर रही है। यादव ने कहा कि हम घोषणा पत्र में नौजवानों के लिए नौकरी और रोजगार की योजना लाएंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा साजिश और षडयंत्र करके आगे बढ़ना चाहती है। भाजपा सरकार में लाखों लोगों का रोजगार और नौकरी छिन गई। यूपी सरकार के पास किसी भी चीज का आंकड़ा नहीं है। भाजपा आंकड़ों को छुपाती है। कोरोना में कितने लोगों की जान गई सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है। कितने लोगों की नौकरी और रोजगार गए भाजपा सरकार नहीं बता सकती।
साढ़े 4 साल तक अपमानित होते रहे डिप्टी सीएम। जिनको भाजपा की सरकार में अपमान मिला हो, जो अपने समाज के लिए कुछ ना कर पाए हो। उनके समाज के कितने नौजवान सड़कों पर लाठी खाए उनकी भी मदद वह नहीं कर पाए। इसलिए इनकी चर्चा करना बेकार है।
यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में प्रोग्रेसिव सरकार बनाएं। हम जो भी वादे कर रहे हैं सब पूरे करेंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी वर्चुअल रैली के साथ साथ फिजिकल कैंपेन भी कर रही हैं। हमने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह डोर टू डोर जाकर लोगों को समाजवादी पार्टी की योजनाओं की जानकारी दें और जनता से वोट की अपील करें।