अखिलेश राजभर की मऊ रैली में लाल पीले दिखा पूरा मैदान

UP: अखिलेश और राजभर की मऊ में रैली

अखिलेश राजभर की मऊ रैली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों को लेकर आज बीजेपी जितनी सशंकित होगी, उतनी ही अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहा था, सपा और सुभासपा का नया गठबंधन. यूपी के रतनपुरा ब्लॉक के हलधरपुर में इकट्ठा विशाल जनसमूह इस बात की तस्दीक कर रहा था. लाल और पीले रंग से रंगा यह मैदान दिल्ली की सत्ता में बैठे लोगों के चेहरे का रंग लाल पीला कर रहा होगा, यकीनन अखिलेश राजभर की मऊ रैली को देखकर इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं महसूस होती. हालांकि, चुनाव भी किसी खेल से कम नहीं, इसलिए अंत तक कुछ भी दावे के साथ यहां भी नहीं कहा जा सकता. तो चलिए, देखते हैं आगे आगे होता है क्या?

मीडिया स्वराज डेस्क

अखिलेश राजभर की मऊ रैली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से पहले राज्य में नए सियासी समीकरण बनने शुरू हो गए हैं. राज्य में आज, 27 अक्टूबर 2021 को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 19वें स्थापना दिवस के अवसर पर यूपी के मऊ (Mau) में पार्टी अध्यक्ष ओपी राजभर (OP Rajbhar) और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव एक साथ एक मंच पर मौजूद थे.

अखिलेश-राजभर की मऊ रैली : सपा और सुभासपा, के मिलकर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने की उनकी घोषणा के बाद यह पहला मौका था, जब दोनों दलों के मुखिया ने एक साथ मंच साझा किया. रतनपुरा ब्लॉक का हलधरपुर (ढ़ोलवन), आज सुभासपा व सपा की मित्रता का गवाह बना.

अखिलेश राजभर की मऊ रैली : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-34 के किनारे स्थित मैदान में आयोजित जनसभा की तैयारियां एक दिन पहले ही पूरी हो चुकीं थीं. सुबह नौ बजे के बाद से आयोजन शुरू हुआ तो मंच पर पदाधिकारियों का संबोधन शुरू हुआ. मंच से एक-एक कर महापंचायत के बारे में जनता को संबोधित करते हुए आगामी चुनाव के दौरान कार्यकर्ताओं को जूझने के लिए तैयार रहने की अपील की गई.

अखिलेश राजभर की मऊ रैली : दोपहर 12.25 बजे समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर एक साथ आयोजन स्‍थल पर पहुंचे तो भीड़ ने दोनों नेताओं का जोरदार नारों से स्‍वागत किया. इससे पूर्व दोनों ही नेता एक साथ वाराणसी में बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे तो कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनका स्‍वागत किया. वहीं दोपहर 2.30 बजे जनसभा खत्‍म हो गई.

मैं इस मैदान को भी देख रहा हूं, जहां तक मुझे दिखाई दे रहा है, पूरा मैदान भरा हुआ दिखाई दे रहा है. पीछे तक लोग हमें दिखाई दे रहे हैं. जो सड़क हलदर मैदान को जोड़ रही है, सब तरफ लोग ही लोग दिखाई दे रहे हैं.

अखिलेश ने अपने भाषण की शुरुआत इस तरह की, अभी “भारतीय सोहेल देव समाज पार्टी” के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी आपको संबोधित कर रहे थे, मैं उनका भाषण बड़े ध्यान से सुन रहा था. मैं इस मैदान को भी देख रहा हूं, जहां तक मुझे दिखाई दे रहा है, पूरा मैदान भरा हुआ दिखाई दे रहा है. पीछे तक लोग हमें दिखाई दे रहे हैं. जो सड़क हलदर मैदान को जोड़ रही है, सब तरफ लोग ही लोग दिखाई दे रहे हैं.

अखिलेश राजभर की मऊ रैली :अखिलेश यादव ने सुभासपा के 19वें स्‍थापना दिवस समारोह के मौके पर मंच से जनता को संबोधित किया. साथ ही कहा कि पूरे मैदान में चारों ओर पीला और हरा रंग (झंडा) दिख रहा है. यह पीला रंग सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का है. सब पीला ही पीला दिखाई दे रहा है और लाल टोपी भी सर में है. सोचिए, हम मैदान में लाल और पीले वाले इकट्ठे हुए हैं. हमें देखकर ना जाने कोई कहाँ लाल पीला हो रहा होगा. यह ओम प्रकाश राजभर जी अच्छी तरह से जान रहे हैं. हमारे राजभर जी अच्छी तरह जानते होंगे कि जब पीला और लाल एक हो गया तो दिल्ली और लखनऊ में लाल पीला कौन हो रहा है.

अखिलेश ने आगे कहा, अगर बंगाल में खेल हुआ है तो पूर्वांचल के लोग भी खदेड़ा करके दिखाएंगे, यहां भी खदेड़ा होगा. मैंने लखनऊ में कहा जिस दरवाजे से भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है, वह दरवाजा ओमप्रकाश राजभर जी ने बंद कर दिया है और हम लोगों ने मिलकर उस में सिटकनी लगा दी है बताओ भारतीय जनता पार्टी का क्या होगा?

प्रदेश में अब जो गठबंधन हुआ है, उससे भाजपा का सफाया होगा. भाजपा ने जो सपने दिखाए, झूठ बोलकर जनता को बरगलाया. अब झूठ बोलने वालों की कोई सजिश दलित और पिछड़े वर्ग वालों पर सफल नहीं होगी.

जिस तरह से बंगाल में खेल हुआ है, उसी तरह प्रदेश में खदेड़ा होगा. प्रदेश में अब जो गठबंधन हुआ है, उससे भाजपा का सफाया होगा. भाजपा ने जो सपने दिखाए, झूठ बोलकर जनता को बरगलाया. अब झूठ बोलने वालों की कोई सजिश दलित और पिछड़े वर्ग वालों पर सफल नहीं होगी.

सपा प्रमुख ने आगे कहा, बीजेपी का सफाया इसलिए भी जरूरी है कि सुहेलदेव जी और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया जी को मानने वाले लोग, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने वाले लोग और तमाम महापुरुष, जिन्होंने हमें और आपको पीढ़ी दर पीढ़ी जगाने का काम किया, उन सब के सिद्धांतों पर चलने वाले हम लोग हैं इसलिए जब आगे एक होकर चलेंगे और संघर्ष करेंगे तो इस ताकत का कोई मुकाबला नहीं, जैसे ही गठबंधन हुआ है, जिन्होंने आकलन करना शुरू किया था, जो संस्थाएं हैं, वे भी महसूस करने लगी हैं कि अब इस गठबंधन को कोई रोकने वाला नहीं है. यह आपके भविष्य का चुनाव है, जो खोया हुआ सम्मान है, उस सम्मान को पाने का चुनाव है. बताओ, एक साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी का सफाया होगा कि नहीं होगा?

अब इस गठबंधन को कोई रोकने वाला नहीं है. यह आपके भविष्य का चुनाव है, जो खोया हुआ सम्मान है, उस सम्मान को पाने का चुनाव है.

जो मैंने पहले कहा था फिर कहता हूं. जब पीले और समाजवादी पार्टी के लोग एक हो रहे हैं, तो हो सकता है कि जनता 400 सीटें भी जिता दे. यह आपके भविष्य का चुनाव है. जो खोया हुआ सम्मान है, उस सम्मान को पाने का चुनाव है. बताओ, एक साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी का सफाया होगा कि नहीं होगा?

आप का गठबंधन हुआ, भारतीय जनता पार्टी ने कितने सपने दिखाए, न जाने क्या षड्यंत्र किए, कितना झूठ बोला, बताओ झूठ बोलने वाली पार्टी कौन सी है? झूठ बोलने वालों की कोई भी साजिश अब दलित पिछड़ों के बीच में चलने वाली नहीं है. सपना दिखाया कि चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में चलेगा, आज महंगाई के कारण चप्पल पहनने वाले व्यक्ति की मोटरसाइकिल भी खड़ी नहीं हो रही है. आज पेट्रोल की कीमत क्या है? बताओ. सौ के पार है या नहीं?

चुनाव प्रचार में जिस गैस सिलेंडर की खूब चर्चा की. वो सिलेंडर इतना महंगा कर दिया कि सब कबाड़ में सड़ रहे हैं. एंबुलेंस और सड़कें, जो हमने अपने समय में शुरू की थीं, उन्हें भी सब बंद कर दिया है. किसानों को 500 रुपये देकर बीज, खाद और खेती, इतनी महंगी कर दी, कि वे खेती करने लायक किसान तक नहीं रह गए. जिन्होंने तब भी किसी तरह से खेती की, वे आज फसलें जलाने या सड़ाने को मजबूर हैं. इसके बाद भी अगर ये मजबूर किसान सड़क पर आंदोलन करते हैं तो उन पर ट्रक चला दी जाती है. बताओ, क्या हालत कर दी है उत्तर प्रदेश की?

किसान भाइयों, सोचो अगर तीनों कृषि कानून लागू हो गए तो आप अपने खेत पर मजदूर बन जाओगे और खेती करने का अधिकार भी आपके खेत में नहीं होगा.

नोटबंदी की तो लंबी लंबी लाइनों में सबको खड़ा कर दिया. कहा कि सबके अकाउंट में कई हजार रुपये आएंगे और जब कोरोना आया तो सबकुछ लॉकडाउन और भगवान के भरोसे छोड़ दिया. गरीब मजदूर और किसान, सब तिल तिल मरने को मजबूर हो गए. कभी कोरोना के कारण तो कभी लॉकडाउन की वजह से. और जो इनसे भी बच गए, उन्हें महंगाई और बेरोजगारी की मार से कहीं का नहीं छोड़ा.

जिस समय कोरोनावायरस की बीमारी आई, तब सरकार को सबसे ज्यादा मदद करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने सबको बेसहारा छोड़ दिया. लोग दवाई के लिए घूमते रहे, ना अस्पताल मिला, ना बेड मिला, ना दवाई मिली, ना ऑक्सीजन मिली. तमाम गरीबों की जान चली गई. सरकार ने कोई मदद नहीं की.

अभी सुनने में आया है कि बड़े-बड़े मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. 9 मेडिकल कालेज का उद्घाटन किया गया है. मेडिकल कॉलेज के आगे पर्दा लगा कर उनका उद्घाटन कर दिया गया, लेकिन जब पर्दा हटाकर देखा गया तो सब के सब, मेडिकल कॉलेज खोखले थे. उन मेडिकल कॉलेज के अंदर ना डॉक्टर, ना दवाई का इंतजाम, ना बेड का इंतजाम, केवल गरीबों को धोखा देने का काम कर रहे हैं ये केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार.

कैसी सरकार है दिल्ली वाले लखनऊ के लिए झूठ बोल रहे हैं, लखनऊ वाले दिल्ली के लिए झूठ बोल रहे हैं. आज हमारे देश में भुखमरी है, गरीबों को भरपेट खाना नहीं मिल पा रहा है, कपड़े नहीं हैं और जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है, इस महंगाई के कारण गरीबों को आत्महत्या करनी पड़ रही है. भारतीय जनता पार्टी ने वादा किया था कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी. कौन सी फसल की आय दोगुनी हो गई?

अभी धान पड़ा है, क्या आपको धान की कीमत दोगुनी मिल जाएगी, उससे आय दोगुनी हो जाएगी? बुवाई महंगी हो गई, जुताई महंगी हो गई, बीज महंगा हो गया, पेस्टिसाइड महंगे हो गए, खेती की लागत बढ़ गई. आय दोगुनी नहीं हुई, लेकिन महंगाई दोगुनी हो गई।

जब किसान अपना हक मांगने के लिए निकला तो उन पर जीप चढ़ा दी गई. उन टायरों से किसानों को कुचल दिया. कहीं दुनिया में ऐसा होता हो तो बता दो.

जब किसान अपना हक मांगने के लिए निकला तो उन पर जीप चढ़ा दी गई. उन टायरों से किसानों को कुचल दिया. कहीं दुनिया में ऐसा होता हो तो बता दो. क्या हमने आपने वह तस्वीरें नहीं देखी, जब किसान अपना हक मांगने गया, अपने अधिकारों को मांगने गया, तो इसी सरकार के एक मंत्री के बेटे ने किसानों को गाड़ी से कुचल दिया. किसानों की जान चली गई लेकिन अभी तक गृह राज्य मंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया है, गृह राज्य मंत्री हटाए नहीं गए हैं. जिसके बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी हो और उसके पिता गृह राज्य मंत्री हों तो बताओ, भला किसानों को न्याय कैसे मिलेगा.

किसान भाइयों, सोचो अगर तीनों कृषि कानून लागू हो गए तो आप अपने खेत पर मजदूर बन जाओगे और खेती करने का अधिकार भी आपके खेत में नहीं होगा. जिससे आपका कॉन्ट्रैक्ट हो जाएगा, वह तय करेंगे कि कौन सी खेती करनी है.

सपा प्रमुख ने कोरोना संक्रमण काल को याद दिलाते हुए कहा कि उस दौरान जिस तरह से गरीबों को अनाथ छोड़ दिया गया. अब मेडिकल कालेज खोले गए. उद्घाटन कर दिया गया. पर्दा हटा तो अंदर कुछ भी मौजूद नहीं था. अब लखनऊ वाले दिल्ली वालों के लिए और दिल्ली वाले प्रदेश के लिए झूठ बोल रहे हैं.

मऊ में जनसभा को संबोधित करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मैं अगले मुख्यमंत्री को लेकर आया हूं. सरकार बनते ही गरीबों का बिजली बिल माफ होगा.

इस शानदार कार्यक्रम के लिए मैं ओपी राजभर जी को बहुत-बहुत बधाई आपको धन्यवाद देता हूं. जिस समय पूर्वांचल जाग जाता है, जिस समय पूर्वांचल के लोग चल देते हैं वह निश्चित दिन हो जाता है कि चुनाव बदलेगा. पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक, जिन्हें अपने अधिकार नहीं मिले, जिनको सम्मान नहीं मिला, मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले समय में जब चुनाव होगा, उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी का सफाया होगा.

मऊ में जनसभा को संबोधित करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मैं अगले मुख्यमंत्री को लेकर आया हूं. सरकार बनते ही गरीबों का बिजली बिल माफ होगा. दुनिया के सबसे बड़े झूठे पीएम नरेन्‍द्र मोदी और उत्‍तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्‍यनाथ हैं. अब उत्‍तर प्रदेश से योगी की विदाई तय है. हर तरफ महंगाई बढ़ी है. पश्चिम बंगाल के बाद अब उत्‍तर प्रदेश में खेला होगा.

उन्होंने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि ‘योगी जी सुन लीजिए, मैं सत्ता पर बैठाना जानता हूं तो उतारना भी जानता हूं.’ सरकारी कर्मचारियों की समस्‍या को उठाते हुए कहा कि प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों संग वेतन की विसंगतियों को दूर करना है और पुलिसकर्मियों की ड्यूटी को आठ घंटे करने के साथ सप्‍ताह में एक दिन का अवकाश भी दिया जाएगा.

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भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि कल के बाद भाजपा अफवाह उड़ाना शुरू कर देगी कि ओम प्रकाश राजभर 500 या एक हजार करोड़ लेकर बिक गया लेकिन, इस पर विश्वास करने की जरूरत नहीं है. कहा कि अब हमारी पार्टी सुभासपा ने तय कर लिया है कि अगले मुख्यमंत्री उत्‍तर प्रदेश के अखिलेश यादव ही होंगे. कहा कि इस समय हिन्दू नहीं देश, संविधान, सरकारी संपत्ति खतरे में है. हम अखिलेश यादव के साथ सरकार बनाकर इसे बचाएंगे. पीएम नरेन्‍द्र मोदी कहते थे कि देश बिकने नहीं दूंगा और धीरे-धीरे इसे बेच रहे हैं.

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