लखीमपुर कांड में चार्जशीट, मंत्री पुत्र समेत 16 आरोपी
लखीमपुर कांड आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
लखीमपुर खीरी कांड में चार्जशीट दाखिल।यूपी पुलिस के विशेष जांच दल चार्जशीट के हजारों पन्नों के साथ सुबह लखीमपुर खीरी स्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट पहुंचा. ये पन्ने दो ताले लगे एक बड़ी पेटी में बंद थे. वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एसपी यादव ने लखीमपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘हां, चार्जशीट दाखिल कर दी गई है.पिछले साल किसान प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी.
लखीमपुर खीरी कांड की जांच कर रहे उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल ने एक स्थानीय कोर्ट में 5,000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. किसान आंदोलन के दौरान बीजेपी सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा के अलावा टेनी के एक और करीबी वीरेंद्र शुक्ला को भी आरोपी बनाया गया है, अब मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा सहित कुल 16 आरोपी हो गए हैं.
बता दें कि पिछले साल लखीमपुर खीरी में किसान प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी. यूपी पुलिस के विशेष जांच दल ने चार्जशीट के हजारों पन्ने आज सुबह लखीमपुर खीरी स्थित मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट पहुंचा. ये पन्ने दो ताले लगे एक बड़ी पेटी में बंद थे. वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एसपी यादव ने लखीमपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘हां, चार्जशीट दाखिल कर दी गई है.’
आपको याद दिला दें कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का जेल में बंद बेटा आशीष मिश्रा पिछले साल अक्टूबर में लखीमपुर खीरी में चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या का मुख्य आरोपी है. इस घटना में कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी.
आशीष मिश्रा ने कथित तौर पर अपनी एसयूवी से चार किसानों और एक पत्रकार को रौंद दिया था, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी, जिसमें दो भाजपा कार्यकर्ताओं सहित तीन अन्य लोगों की मौत हो गई थी. सोशल मीडिया पर देश को झकझोर देने वाले वीडियो में एक एसयूवी किसानों को तेज रफ्तार से रौंदते हुए दिख रही थी.
यूपी पुलिस ने अगले दिन आशीष मिश्रा और 12 अन्य को हत्या के आरोपी के रूप में नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी. लेकिन केंद्रीय मंत्री के बेटे को सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद एक सप्ताह बाद गिरफ्तार किया गया था. जबकि अजय मिश्रा को ने अब तक न तो मंत्री पद से त्यागपत्र दिया है और न ही बीजेपी ने इस पर कोई भी बयान जारी किया.
पिछले महीने, एसआईटी ने स्थानीय अदालत को बताया था कि किसानों और पत्रकार की हत्या एक “सुनियोजित साजिश” थी. यह कोई लापरवाही से मौत का मामला नहीं था. साथ ही मांग की गई थी कि आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ रैश ड्राइविंग के आरोपों को संशोधित किया जाना चाहिए और हत्या के प्रयास और जान बूझकर चोट पहुंचाने का आरोप जोड़ा जाना चाहिए.
लखीमपुर पुलिस द्वारा दो प्राथमिकी दर्ज की गईं हैं- एक मृत किसानों के परिवारों द्वारा, जिन्होंने मुख्य आरोपी के रूप में आशीष मिश्रा का नाम लिया. दूसरी लखीमपुर में भाजपा कार्यकर्ता सुमित जायसवाल द्वारा अज्ञात किसानों के खिलाफ दर्ज करवाई गई है.
जायसवाल ने आरोप लगाया कि किसानों ने हिंसा भड़काई. वायरल वीडियो में जायसवाल किसानों को टक्कर मारने वाली एसयूवी से भागते हुए दिखाई दे रहे थे. बाद में उसे आशीष मिश्रा से जुड़े मामले में सह-आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया था.
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