बाल संरक्षण आयोग ने आदिवासी बच्चों की गिरफ्तारी पर एसपी सोनभद्र से रिपोर्ट माँगी
दुद्धी, सोनभद्र 29 जून 2020 . आदिवासी रामसुंदर गोंड़ की हत्या के बाद उसकी एफआईआर दर्ज करने की मांग करने पर गांव के लोगों पर ही उल्टा पुलिस द्वारा मुकदमा कायम करने और उसमें नाबालिग बच्चों को फंसाए जाने पर आज राज्य बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ विशेष गुप्ता ने एसपी सोनभद्र से आख्या तलब की है. बाल संरक्षण आयोग द्वारा जारी पत्र में एसपी सोनभद्र से यह अपेक्षा की गई है कि वह बच्चों को जेल भेजने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई कर एक हफ्ते में आख्या दें.
स्वराज अभियान के दिनकर कपूर ने एक बयान में कहा कि ये सरकार आदिवासियों पर बड़ी विपत्ति है. खनन माफियाओं के इशारे पर सीओ दुद्धी के नेतृत्व में काम कर रही पुलिस ने नाबालिग बच्चों को भी नहीं बख्शा और फर्जीवाडा कर कानून के विरुद्ध उन्हें मिर्जापुर जेल भेज दिया. यह बाल अधिकारों का खुला उल्लंघन है. कानून के मुताबिक बच्चों को जेल नहीं बाल संरक्षण गृह भेजा जायेगा लेकिन पुलिस ने यह नहीं किया. जिस पर अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग को पत्रक दिया गया था और उन्होंने कार्यवाही की है.