पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर उमड़ी सपाईयों की भारी भीड़
अखिलेश ने बीजेपी पर अपना गुस्सा निकाला और कहा कि गाजीपुर से गाजीपुर बॉर्डर तक इस बार बीजेपी का सफाया हो जायेगा. उन्होंने किसानों के साथ जिस तरह का व्यवहार रखा है, उसका खामियाजा बीजेपी को इस विधानसभा चुनाव में भुगतना होगा.
उप्र विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर उत्तर प्रदेश में लगातार बीजेपी और सपा के बीच जुबानी जंग जारी है. एक ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव हैं तो दूसरी ओर बीजेपी के सरताज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. इसमें गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के अन्य बड़े नेताओं को भी शामिल किया जा रहा है. हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर इस चुनावी रथ का पहिया किस ओर मुड़ता है…
मीडिया स्वराज डेस्क
मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का भारी जमावड़ा नजर आया. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की विजय रथ यात्रा आज यहां एक्सप्रेस वे पर पहुंची है. इस दौरान अखिलेश ने बीजेपी पर अपना गुस्सा निकाला और कहा कि गाजीपुर से गाजीपुर बॉर्डर तक इस बार बीजेपी का सफाया हो जायेगा.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने गाजीपुर में कहा कि किसान को जो धान की कीमत मिलनी चाहिए, भाजपा सरकार में उन्हें वह नहीं मिल पा रही है. हमने गाजीपुर एक्सप्रेस वे पर किसानों के लिए वो मंडिया बनाई, जिसमें किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम वहीं पर मिल जाए. जबकि बीजेपी ने उनसे वे मंडियां भी छीन लीं. उन्होंने किसानों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया है, उसका खामियाजा बीजेपी को इस विधानसभा चुनाव में भुगतना होगा. भाजपा सरकार में किसानों के साथ बेहद नाइंसाफी हुई है.
इस गाजीपुर मंडी से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर तक सफर आसान होगा. जिस तरह रफ्तार बढती है, उससे अर्थव्यवस्था बढती है, ठीक उसी तरह प्रगति और तरक्की भी उसी तेजी से बढेगी. समाजवादियों ने जो सपना देखा था, उस तरीके से सपना पूरा नहीं हुआ है. यह शहरों और गांवों को जोडने वाला एक्सप्रेस वे है. इससे शहर और गांवों की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. अखिलेश विकास की बात करते नजर आये.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जब से भाजपा सरकार आई है, उसने हमारी मिली-जुली संस्कृति को, हमारी गंगा जमुनी तहजीब को गहरा आघात पहुंचाया है. हमारी एकता को अगर कोई चोट पहुंचा रहा है तो वह है भारतीय जनता पार्टी की सरकार. ऐसी सरकार का सफाया इस बार तय है. बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर आज सपाईयों की भारी भीड़ अपने प्रमुख अखिलेश यादव की विजय रथ यात्रा में शामिल होने के लिए यहां पहुंची थी. कई जगह तो इनके साथ ही अखिलेश यादव को धक्कम धुक्की करते हुए भी देखा गया.
उप्र विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर यहां बीजेपी और सपा को लगातार अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए देखा जा रहा है. एक ओर जहां पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर आज अखिलेश यादव विजय रथ यात्रा निकाल रहे थे वहीं, दूसरी ओर आज समाजवादी पार्टी के चार विधायक भाजपा में शामिल हो गये हैं. इससे प्रदेश में भाजपा और मजबूत होगी, ऐसा भाजपाईयों का मानना है. जो विधायक आज सपा छोड बीजेपी में शामिल हुए हैं, उनका कहना है कि ओमप्रकाश राजभर पहले बीजेपी में थे, पैसे कमाए और चले गए. एक बार फिर वे यही करने की फिराक में हैं. इसलिए उनसे हमें डरने की जरूरत नहीं है.
माना जा रहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को ध्यान में रखते हुए यहां दोनों ही पार्टियां अपना शक्ति प्रदर्शन करने में जुटी हैं. पिछले दिनों बीजेपी से कुछ लोग जब सपा में शामिल हुये थे तो अखिलेश ने भाजपा को एक नया स्लोगन दिया था, हमारा परिवार भागपा परिवार. ऐसे में आज सपा के चार विधायकों का भाजपा में शामिल होना अखिलेश के लिए तगडा झटका मानी जा रही है.
बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे यूपी चुनावों में एक बडा मुद्दा बन चुका है. आज अखिलेश यहां अपनी विजय रथ यात्रा लेकर पहुंचे हैं, सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पहुंचे थे. वहीं, रविवार को अखिलेश ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को लेकर ही एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया था.
लोकार्पण के बाद योगी और मोदी ने क्रमश: सपा का विरोध करते हुए यूपी में योगी आदित्यनाथ के पिछले पांच वर्षों के काम को बेहतरीन बताया. इससे पहले रविवार को भी प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को अपने कार्यकाल में बनाए जाने और मोदी व योगी को इसके लिए श्रेय लेने वाले झूठे लोगों का जमावड़ा बताया था.
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जो काम समाजवादी पार्टी साढे चार साल पहले ही कर चुकी है, आज वही काम अपना बताकर बीजेपी कर रही है. यह कहना है सपा प्रमुख अखिलेश यादव का, जबकि भाजपा से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि बहुत कम समय में बीजेपी ने यूपी के विकास के लिए काफी काम किया है, जबकि सपा सरकार बीते कई वर्षों में भी यूपी के विकास को लेकर एक भी काम नहीं कर सकी.