के एस राधाकृष्ण की जन्म शताब्दी पर सेवाग्राम वर्धा में सम्मेलन

वर्ष 1924 में जन्मे आर के राधाकृष्ण जी ने सर्व सेवा संघ के संयुक्त सचिव के रूप में , जब मुख्यालय बनारस हुआ करता था , और गांधी शांति प्रतिष्ठान दिल्ली के सचिव के रूप में कार्य किया। उस समय यह प्रतिष्ठान गांधी विनोबा जयप्रकाश के प्रति समर्पित कार्यक्रमो का केंद्र हुआ करता था।

आज सेवाग्राम आश्रम यात्रीनिवास के सभागार में श्री के एस राधाकृष्ण की जन्म शताब्दी पर आयोजित त्रिदिवसीय कांफ्रेंस का उद्घाटन सत्र का शुभारंभ श्री गजानन गुरु जी के मुख से गाया गए भजन से हुआ. इससे पहले उनकी बेटी सुश्री शोभना राधाकृष्ण जिनकी गांधी कथा देश दुनिया भर में प्रख्यात है ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया।

मुख्य अतिथि गौतम बजाज कहा कि हमारा बचपन जिन लोगों के बीच में बीता है उनमें से राधाकृष्ण जी एक हुआ करते थे। वह जिन जिन पदों पर गए वहां कार्यों में तेजी आ जाना तो आवश्यक था। श्रीमती कमला राधाकृष्ण जी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अदभुत महिला थीं। कैसे सभी कार्यकर्ताओं को जोड़े रखना यह उन्हें अच्छे ढंग से करना आता था।गौतम भाई ने उनके अनेक मित्रों का जिक्र भी उन्होंने किया।

जमनालाल बजाज फाउंडेशन के प्रमुख श्री शिशिर बजाज जो कि कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे उन्होंने इस पावन धरती को प्रणाम किया और कहा कि यहां हमारे दादा श्री जमना लाल बजाज जो कि गांधी जी के पांचवें पुत्र कहलाए अनेक बार गांधी जी को बुलाने अहमदाबाद गए और जब आ गए वर्धा तो यहां अनेक वर्ष रहे।

उन्होंने विश्व युवक केंद्र की चर्चा करते हुए कहा कि उसके योगदान में भी आदरणीय के एस राधाकृष्ण जी का भरपूर योगदान रहा। शोभना बहन उनके काम को आगे बढ़ा रही है। सुश्री गीता धर्मपाल का बचपन यहीं बीता उन्होंने अनेक संस्मरण सुनाए ।

कार्यक्रम में पधारें श्री दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतॉंत ,जमना लाल बजाज फाउंडेशन के श्री हरि भाई मोरे आदि ने पुष्पांजलि प्रदान की।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

7 − one =

Related Articles

Back to top button