शाह-राजनाथ-नड्डा की तिकड़ी के कंधों पर है UP में BJP को जीत दिलाने की जिम्मदारी

लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर और प्रयागराज में पार्टी को मजबूत करने का काम पिछले नवंबर महीने से ही शुरू किया जा चुका है, लेकिन दिसंबर और जनवरी से इसमें और भी ज्यादा तेजी लाने की उनकी योजना है। इसके लिये अन्य कई बड़े नेताओं को आगे किया गया है, लेकिन मुख्य तौर पर आने वाले विधानसभा चुनावों में जीत दिलाने की जिम्मेदारी पार्टी के दिग्गज नेताओं राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा की तिकड़ी के कंधे पर रखी गई है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर प्रदेश में सभी पार्टियों ने एड़ी-चोटी का जोर आजमाया हुआ है। खासकर समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और कांग्रेस पार्टी महा​सचिव प्रियंका गांधी, लेकिन सत्ता पक्ष भारतीय जनता पार्टी किसी भी वजह से पार्टी को हारने नहीं देना चाहती। यही वजह है कि किसान आंदोलन को खत्म करने के बाद अब बीजेपी का जोर जनता के मन में अपनी पुरानी जगह वापस पाने पर है।

आसानी से हार न मानने वाली पार्टी बीजेपी को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञ भी यह मानते हैं कि जीत के लिये बीजेपी अंतिम समय तक अपना पूरा जोर लगायेगी, यह इस पार्टी की खाासियत है। शायद यही वजह है कि बीते दिनों बीजेपी के लिये लोगों के मन में जो खटास आ गई थी, पार्टी उसे पाटने के लिये अपने दिग्गज नेताओं की तिकड़ी को आगे करने का मन बना चुकी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नवंबर महीने में ही यह साफ कर दिया था कि सभी बड़े नेता बूथ स्तर तक जाकर जनता से मिलें और उनके दिलों में फिर से अपनी पुरानी जगह वापस पाने की कोशिश करें। इसी क्रम में नवंबर से ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने काम शुरू कर दिया है।

लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर और प्रयागराज में पार्टी को मजबूत करने का काम पिछले नवंबर महीने से ही शुरू किया जा चुका है, लेकिन दिसंबर और जनवरी से इसमें और भी ज्यादा तेजी लाने की उनकी योजना है। इसके लिये अन्य कई बड़े नेताओं को आगे किया गया है, लेकिन मुख्य तौर पर आने वाले विधानसभा चुनावों में जीत दिलाने की जिम्मेदारी पार्टी के दिग्गज नेताओं राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा की तिकड़ी के कंधे पर रखी गई है।

पार्टी के तीनों बड़े नेता राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा इन सम्मेलनों के जरिए कार्यकर्ताओं में न सिर्फ जोश भर रहे हैं, बल्कि उनको जनता के बीच जाकर, आम आदमी को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में दिए गए मंत्र पर अमल करने को भी कह रहे हैं।

आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुये बीजेपी मुख्य चुनाव प्रचार अभियान शुरू होने के पहले अपने कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत से मैदान में उतारने में जुटी है। यही वजह है कि पार्टी के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे बूथ सम्मेलनों में बड़े नेताओं की मौजूदगी सुनिश्चित की जा रही है। पार्टी के तीनों बड़े नेता राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा इन सम्मेलनों के जरिए कार्यकर्ताओं में न सिर्फ जोश भर रहे हैं, बल्कि उनको जनता के बीच जाकर, आम आदमी को जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में दिए गए मंत्र पर अमल करने को भी कह रहे हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकारिणी की बैठक से भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा था कि उनको जनता के मन में जगह बनानी है। पार्टी ने दिसंबर का महीना अपने इसी रणनीति के लिए तय कर रखा है, जिसमें उसका पूरा जोर पूरी क्षमता से हर विधानसभा क्षेत्र में हर बूथ पर कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज तैनात करना है, ताकि प्रचार से लेकर मतदान तक कहीं कोई कमी ना रह सके।

जनवरी माह से भाजपा का धुआंधार प्रचार अभियान शुरू हो जाएगा, जिसमें बड़ी रैलियों और सभाओं के साथ नुक्कड़ सभाओं के जरिए पार्टी जनता के बीच पहुंचेगी।

पार्टी अपनी त्रिस्तरीय चुनाव रणनीति पर अमल कर रही है, जिसमें यह उसका दूसरा चरण चल रहा है, जो कार्यकर्ताओं पर केंद्रित है। सूत्रों के अनुसार पार्टी उत्तर प्रदेश के हर बूथ पर कम से कम 50 कार्यकर्ताओं की ऐसी टीम तैयार कर रही है, जो घर-घर दस्तक देने से लेकर मतदाताओं को बूथ तक लाने के लिए पूरे समय काम करेगी।

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