पटना शादी में सौ से अधिक कोरोना पोजिटिव : पाबंदियों के बावजूद सैकड़ों लोग इकट्ठा कैसे हुए

(मीडिया स्वराज डेस्क)

पटना : प्रधानमंत्री और सरकार की तमाम चेतावनी  के बावजूद लोग भीड़ न जुटाने और शारीरिक दूरी बनाने के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं, और न ही प्रशासन घोषित पाबंदियों को लागू कर पा रहा है. विवाह के दूसरे  दिन दूल्हे की मौत और सौ से अधिक बारातियों में कोरों संक्रमण पाए जाने के बाद अब जिला प्रशासन ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि नियमों की अवहेलना करते हुए किस प्रकार 50 से अधिक लोग इस विवाह समारोह में और 20 से अधिक अंत्येष्टि में उपस्थित हुए थे.

शादी का प्रतीकात्मक चित्र

राजधानी पटना के पालीगंज ब्लॉक में 15 जून को  एक विवाह समारोह के बाद दूल्हे समेत कई रिश्तेदारों को इस बीमारी ने अपने चपेट में ले लिया है. बताया जा रहा है कि दूल्हा अपने विवाह के लिए गुरुग्राम से व्यक्तिगत गाड़ी पर आया था. और शुरू से ही उसमें कोरोना के लक्षण दिख रहे थे. इस कारण वह कुछ दिन आइसोलेशन में भी रहा. विवाह के दूसरे ही दिन दूल्हे की मौत हो गयी.

बाद में दूल्हे की अंत्येष्टि में कई स्थानीय लोग शामिल हुए थे, उनमें भी कोरोना की पुष्टि की गई है. इनमें स्थानीय दुकानदार से लेकर सब्जी विक्रेता और हलवाई तक शामिल हैं. हालांकि तब  मृतक दूल्हे की कोरोना रिपोर्ट नही आयी थी.

पेशे से इंजीनियर यह युवक हरियाणा के गुरुग्राम से अपने घर पालीगंज पहुँचा था, विवाह समारोहों के दौरान उसकी तबियत बिगड़ने लगी तो उसे नजदीक के पटना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बताया गया कि उसके अंदर डायरिया के लक्षण हैं. इसी दौरान विवाह में शामिल कई रिश्तेदारों में भी वैसे ही लक्षण दिखने लग गए. शुरुआती जांच में जब पता चला कि इनमें से 9 कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया.

प्रशासन ने इसके बाद ग्रुप सैंपलिंग शुरू की और जब संक्रमितों की संख्या 31 हो  गयी तो, 24 व 26 जून को एक कैम्प लगाकर तकरीबन 400 लोगों के कोविड सैंपल लिए गए. इनमें से 86 लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए और उनको नियमानुसार आइसोलेशन में भेज दिया गया. इस प्रकार  विवाह और अंत्येष्टि में भाग लेने वाले कुल 111 लोगों में संक्रमण की पुष्टि अभी तक हो चुकी है. सभी का इलाज किया जा रहा है.

सरकारी आंकड़ों के अनुसार बिहार में अब तक कुल 9744 लोग कोविड 19 से संक्रमित पाए गए हैं और 62 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. हालांकि 7544 व्यक्ति स्वस्थ भी हो चुके हैं. यहां उल्लेखनीय है कि प्रति 10 लाख व्यक्तियों की टेस्टिंग के मामले में बिहार देश मे सबसे निचले पायदान पर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रति दिन 15 हजार कोरोना टेस्ट करने का लक्ष्य रखा है.

मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भी इस प्रकार की लापरवाही न बरतने का आग्रह किया था. और साथ ही सख्ती से कोरोना से बचाव के उपायों को लागू करवाने के लिए प्रशासन को चेताया भी था. इन उपायों में फेस मास्क पहनना, 2 गज की दूरी बनाए रखना तथा बार बार साबुन से हाथ धोने के साथ साथ भीड़ भाड़ वाली जगहों में जाने से बचना शामिल हैं.

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