Search Results for: बजरंग दल
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प्रमुख खबरें
राम जन्मभूमि का ताला खुलने की कहानी, वकील की ज़ुबानी
🔊 सुनें जब 1984 में राम जन्म भूमि मुक्ति का आंदोलन शुरू हुआ तो अयोध्या निवासी वकील उमेश चंद्रा पांडेय…
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देश
फक्कड़ समाजवादी मामा बालेश्वर दयाल, जिन्हें भीलों ने देवता बना दिया
25 हज़ार से अधिक आदिवासी हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कड़कती सर्दी में राजस्थान से 22 दिसंबर से…
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उत्तर प्रदेश
अखिलेश ने हनुमानजी का आशीर्वाद ले रायबरेली से की ‘विजय यात्रा’ के 7वें चरण की शुरुआत
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को समाजवादी विजय रथ यात्रा के सातवें चरण की शुरुआत रायबरेली से बजरंग बली…
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धर्म
1600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है 2000 साल पुराना मां बम्लेश्वरी देवी शक्तिपीठ मंदिर
मां बम्लेश्वरी शक्तिपीठ का इतिहास 2000 साल पुराना है. लगभग दो हजार साल पहले माधवानल और कामकंदला की प्रेम कहानी…
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मीडिया जगत
आज 6 अगस्त , 2021 न्यूज एजेंडा
🔊 सुनें आज 6 अगस्त , 2021 का दिन …. और बात करते हैं कुछ अहम खबरों की …. BJP सांसद राकेश…
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Uncategorized
असहयोग आंदोलन के 100 वर्ष पर युवा प्रशिक्षण शिविर
सर्व सेवा संघ परिसर में ऐसे शिविर हर माह पूरे वर्ष भर आयोजित किये जाने है। असहयोग आंदोलन के 100वे…
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पर्यावरण
भारत में खेती किसानी की सांस्कृतिक वैज्ञानिकता बनाम व्यापारिक वैज्ञानिकता
भारत में खेती किसानी के क्षेत्र में सैकड़ों वर्ष से एक संघर्ष छिड़ा हुआ है खेती किसानी की सांस्कृतिक वैज्ञानिकता…
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कानून
बाबरी विध्वंस : सुप्रीम कोर्ट, लिब्रहान और सेशंस कोर्ट के निष्कर्ष में अंतर क्यों?
🔊 सुनें बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सेशंस कोर्ट ने पिछले हफ़्ते सभी अभियुक्तों को बाइज़्ज़त बरी कर दिया . अदालत ने कहा यह घटना सुनियोजित नहीं थी . अदालत ने इस कांड के लिए अराजक तत्वों को ज़िम्मेदार बताया. लाल कृष्ण आडवाणी के बारे में अदालत ने कहा कि वह मस्जिद को बचाने की कोशिश कर रहे थे जबकि वह बाबरी मस्जिद के ख़िलाफ़ आंदोलन के अगुआ थे . इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में इसे आपराधिक कृत्य बताया था और जस्टिस लिब्रहान जॉंच आयोग ने सुनियोजित षड्यंत्र. पढ़िये वरिष्ठ पत्रकार राम दत्त त्रिपाठी का विश्लेषण. छह दिसम्बर बानवे को अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस कुछ अराजक तत्वों द्वारा अचानक हुई घटना थी अथवा यह की सालों के सुनियोजित और संगठित प्रयास का परिणाम था? इतिहास में यह सवाल हमेशा पूछा जाएगा. हमारे वेदों में कहा है कि सत्य का मुख सोने के पात्र से ढका हुआ होता है. सत्य की खोज श्रमसाध्य एवं अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है. सत्य अलग अलग कोण से अलग दिखता और देखने वाले की नज़र से भी. बाबरी मस्जिद बनाम राम जन्मभूमि प्रकरण में मैं एक दर्शक रहा हूँ. चालीस साल से प्रत्यक्ष और उसके पहले का फ़ाइलों और पुस्तकों के ज़रिए. वास्तव में यह कहानी दिसम्बर उनचास से शुरू होती है, जब रात में पुलिस के पहरे में मस्जिद में भगवान राम की मूर्तियाँ प्रकट हुईं. अथवा जैसा कि पुलिस रपट में है कि चोरी से रखकर मस्जिद को अपवित्र कर दिया गया. विवादित बाबरी मस्जिद अयोध्या एक धर्म के लोगों द्वारा जबरन दूसरे धर्म के प्रार्थना गृह में क़ब्ज़ा.…
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