मिशिगन में बाढ़ ट्रंप ने आपातकाल लागू किया
अमेरिका के मिशिगन में बाढ़ के कारण उत्पन्न हालात को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यहां आपातकाल लागू करने का ऐलान किया है। ट्रम्प ने मध्य मिशिगन में आई बाढ़ के मद्देनजर गृह मंत्रालय और संघीय आपात प्रबंधन एजेंसी को राहत कार्यों में समन्वय का अधिकार देते हुए आपातकाल की घोषणा पर हस्ताक्षर कर दिया। बाढ़ के कारण अनेक लोगों को शिविरों में सुरक्षित ले जाया गया। इन शिविरों के मैनेजर जेरी वसेरमैन ने बताया कि यहां अधिकांश बुजुर्ग हैं। उन्होंने आगे कहा कि मिडलैंड हाई स्कूल के जिम में आए लोगों में 90 फीसद बुजुर्ग हैं। इन शिविरों में लोगों की उम्र व कोविड-19 की महामारी को देखते हुए अतिरिक्त सावधानियां बरती गई।
शहर की प्रवक्ता सेलिना टिस्डाले ने बताया कि मिडलैंड में कई लोगों को बुधवार और बृहस्पतिवार की रात जहां तहां शिविरों में रात गुजारनी पड़ी। अस्थायी आश्रय स्थलों में बितानी पड़ी। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को जलस्तर कम जाने के बाद लोग अपने घरों में लौट सके। इस बीच, वैज्ञानिकों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि मध्य मिशिगन में डाउ केमिकल कंपनी से निकले डाइऑक्सिन के कारण दूषित हुई दो नदियों और उनके किनारे स्थित इलाकों को साफ करने का काम जारी है। साथ ही उन्होंने आशंका जताई कि यहां फिर से बाढ़ का पानी घुस सकता है।
मिशिगन में लगातार बारिश और दो बांधों के टूट जाने से पानी खतरे के निशान से ऊपर चला गया और मिडलैंड में 11,000 लोग विस्थापित हो गए। टिटाबावासी नदी डाउ संयंत्र के पास से गुजरती है और बाद में सागीनाउ नदी में जाकर मिल जाती है, जो ह्यूरॉन झील की सागीनाउ खाड़ी तक जाती है। 50 मील का यह क्षेत्र अत्यंत जहरीले यौगिक डाइऑक्सिन से दूषित है। अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि डाइऑक्सिन प्रजनन क्षमता और प्रतिरोधी क्षमता को कमजोर करने में सक्षम है और इससे कैंसर भी हो सकता है। नियामकों और कंपनी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह बताना जल्दबाजी होगी कि बाढ़ के कारण प्रदूषक और फैल गए हैं या नहीं। डाउ ने कहा कि वह बाढ़ का पानी कम हो जाने के बाद उन स्थानों का निरीक्षण करेगी, जिन्हें प्रदूषक से मुक्त किया जा चुका है।