आशा भोंसले के जन्मदिन पर कुमारी वैष्णवी ने कथक क्लासिकल मिक्स विधा पर नृत्य प्रस्तुति दी

राजधानी की अंजली फ़िल्म प्रोडक्शन एवं सीटीसीएस फैमिली का संयुक्त प्रयास

लखनऊ । बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में आशा भोंसले के गीतों को कौन नहीं जानता। मंगलवार को आशा भोंसले का सत्तासीवां जन्मदिन रहा।

इस अवसर पर राजधानी के अंजली फ़िल्म प्रोडक्शन एवं सीटीसीएस फैमिली एनजीओ के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को आशा भोंसले के  विभिन्न सदाबहार गीतों पर नब्बे मिनट तक बिहार राज्य के  दरभंगा से सम्बन्ध रखने वाली कुमारी वैष्णवी ने अजंली फ़िल्म प्रोडक्शन्स के फेसबुक पेज पर लाइव प्रस्तुति दी।

वैष्णवी ने “तुम जियो हज़ारो साल,साल के दिन हो पचास हज़ार से “अपने नृत्य की शुरुआत करके आशा भोंसले को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।

इसके बाद आशा भोंसले का ही गाया हुआ ग़ुरूर ब्रह्मा गुरुर विष्णु पर गुरु को याद किया।

वैष्णवी ने इसके बाद हे रँगलो झामयो, पिया बावरी,राधा कैसे न जले, रंग दे मुझे रंग दे,एक मैं और एक तू दोनों मिले इस तरह,जय रघुनन्दन जय सिया राम सहित उन्ही के द्वारा गाये गानों पर कथक एवं क्लासिकल मिक्स प्रस्तुति देकर दर्शकों का दिल जीता।

वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम को ऑनलाइन करते हुए आशा भोंसले के 87वें जन्मदिन को लाइव प्रस्तुति के माध्यम से मनाया गया।

कार्यक्रम को उनके जन्मदिन को ध्यान में रखकर ही 90 मिनट का किया गया।

नेटवर्क एरर एवं टेक्निकल इशू के कारण यह ऑनलाइन प्रोग्रामम तीन किश्तों में हुआ

प्रथम बार में 30 मिनट 59 सेकेंड, द्वितीय बार में 50 मिनट 13 सेकेंड और तृतीय बार में 8 मिनट 57 सेकेंड जो कुल मिलाकर 90 मिनट 9 सेकेंड होते हैं.

 शुरू के इंट्रोडक्शन के समय 1 मिनट 9 सेकेंड हटाने के बाद 89 मिनट की प्रस्तुति हुई।

पहले लाइव से दूसरे लाइव शुरू होने के दौरान एक मिनट से भी कम समय मे दूसरा लाइव शुरू हुआ।

इस कार्यक्रम को फेसबुक पर अंजली फ़िल्म प्रोडक्शन के पेज के माध्यम से लाईव कराया गया।

हेड अंजली पांडेय ने बताया कि इसको बाद में भी फेसबुक पर  अजंली फ़िल्म प्रोडक्शन्स सर्च करके वीडियोस में जाकर कभी भी देखा जा सकता है।

गौरतलब है की राजधानी की सिटीसीएस एवं अजंली फ़िल्म प्रोडक्शन्स टीम निर्देशन में चल रहे बाल मंच में राजधानी ही नही बल्कि विभिन्न प्रदेश एवं शहर के कलाकारों को मंच उपलब्ध करवाने में टीम निरन्तर प्रयासरत है।

कार्यक्रम की रूपरेखा सोशल एक्टिविस्ट बृजेन्द्र बहादुर मौर्या की थी.

सहयोग सिटीसीएस के संस्थापक अध्यक्ष मनोज कुमार के साथ – साथ रूपा सिंह, अर्चना पाल, निधि श्रीवास्तव व आलोक अग्रवाल का रहा।

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