3 दिनों बाद भक्तों के लिये खुले काशी विश्वनाथ के द्वार, 13 को लोकार्पण के लिये पहुंचेगे PM मोदी
मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए तीन दिनों तक भक्तों के लिए मंदिर के कपाट बंद किये गये थे, जिसे आज फिर से दर्शन के लिए खोल दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को द्वादश ज्योर्तिलिंग में शामिल काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के लिए वाराणसी आ रहे हैं। इस दौरान मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए तीन दिनों तक भक्तों के लिए मंदिर के कपाट बंद किये गये थे, जिसे आज फिर से दर्शन के लिए खोल दिया गया। हालांकि भक्त फिलहाल दूर से ही काशी विश्वनाथ के दर्शन कर पाएंगे।
गुरुवार से काशी विश्वनाथ मंदिर के पट मंगला आरती के बाद भक्तों के लिए खुल गए, मगर सौंदर्यीकरण के काम के चलते फिलहाल कुछ दिन और भक्तों को झांकी दर्शन ही मिलेंगे। असल में, काशी विश्वनाथ की अलौकिक छटा दुनिया के सामने लाने से पहले स्वर्ण शिखर को और दमकाया जा रहा है।
यही वजह है कि मंदिर परिसर के पास बैरिकेड में भक्तों को दूर से ही भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करनी होगी। तीन दिन तक मंदिर बंद रहने के दौरान करीब 85 फीसदी हिस्से से एनामल पेंट हटा लिया गया है। अब बाबा के स्वर्ण शिखर को चमकाने का काम चल रहा है।
काशी विश्वनाथ धाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों भक्तों को समर्पित होने से पहले इस भव्य दरबार को चमकाया जा रहा है। करीब 12 साल पहले मंदिर के शिखर पर लगाए गए एनामल पेंट से मुक्ति के बाद अब पूरा मंदिर अपने पुराने स्वरूप में दिखाई देगा। धाम में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर सहित 17 मंदिरों की दीवारें वगैरह भी संरक्षित की जा रही हैं।
पहले चरण का काम तीन दिन में पूरा होने के बाद अब दूसरे चरण में स्वर्ण शिखर आदि को पुरातन स्वरूप में चमकाये जाने की योजना है।
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि बाबा विश्वनाथ के मंदिर के जीर्णोद्धार और संरक्षण का काम कराया जा रहा है। मंदिर की दीवारों से एनामेल पेंट की परत हटाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। प्रथम चरण का काम पूरा हो गया है। दूसरे चरण में स्वर्ण शिखर को चमकाया जा रहा है। स्वर्ण शिखर की सफाई शुरू करा दी गई है। फिलहाल कुछ दिनों तक बाबा के भक्तों को झांकी दर्शन की सुविधा ही मिल पायेगी। भक्त बाबा के स्पर्श दर्शन नहीं कर पाएंगे।
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