कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों के शहीद होने के बाद बदमाशों की धर पकड़ का अभियान

मुख्यमंत्री योगी के सख़्त निर्देश

(मीडिया  स्वराज़ डेस्क )

कानपुर में बीती रात 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद बदमाशों की धरपकड़ के लिए ऑपरेशन लॉन्च कर दिया गया है।फॉरेन्सिक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। पुलिस के आलाधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। चौबेपुर थाना क्षेत्र के  बिकरू गांव में देर रात शातिर बदमाश हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। चार पुलिसकर्मी घायल भी हैं। 

मुख्यमंत्री योगी के निर्देश 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले 8 पुलिस कर्मियों को भावभीनी श्रद्धाञ्जलि दी है।
पुलिस कार्मिको की शहादत को शत् शत् नमन करते हुए मुख्यमंत्री जी ने इनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री  ने पुलिस महानिदेशक को इस दुर्दांत घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने तथा तत्काल मौके की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

मरने वालों में सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा और एसओ शिवराजपुर महेश यादव भी शामिल हैं। बताया गया है कि विकास और उसके साथियों की फायरिंग में एसओ बिठूर, एक दरोगा समेत कई पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी। दो सिपाहियों के पेट में गोली लगी जिन्हें गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस महानिदेशक  हितेश अवस्थी ने कहा है कि घायल हुए जवानों को बेहतर इलाज मुहैया कराना हमारी प्राथमिकता है। संभवतः कुंडा (प्रतापगढ़) की घटना,जिसमें उप अधीक्षक और मुजफ़्फ़रनगर के एस.ओ.की जान गयी,के बाद यह पहली ऐसी घटना है,जिसमें इतने (8) पुलिस कर्मियों की जान गयी।इस दयनीय स्थिति के लिए   अपराधियों का राजनैतिक संरक्षण पूर्ण रूप से ज़िम्मेदार है।

पुलिस की टीम जब इस हिस्ट्री शीटर के यहां दबिश देने पहुंची तो दुबे की गैंग के लोग यहां घात लगाकर पुलिस का इंतजार कर रहे थे। इससे पहले पुलिस अपनी कार्रवाई को अंजाम देती कि इन अपराधियों ने उस पर गोलियां बरसा दीं। गैंग के सदस्यों ने पुलिस को चारों ओर से घेर लिया था। पुलिस को ऐसे हमले की उम्मीद नहीं थी। बताया जा रहा है कि विकास दुबे यहां से फरार हो गया है। पुलिस ने राज्य के सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं। 

गुरुवार रात करीब साढ़े 12 बजे बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने मिलकर विकास दुबे के गांव बिकरू में उसके घर पर दबिश दी। बिठूर एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विकास और उसके 8, 10 साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी

एसओ कौशलेंद्र के एक गोली जांघ और दूसरी हाथ पर लगी। इसके अलावा सिपाही अजय सेंगर, अजय कश्यप, सिपाही शिवमूरत, दरोगा प्रभाकर पांडेय, होमगार्ड जयराम पटेल समेत सात पुलिसकर्मियों को गोलियां लगीं। सेंगर और शिवमूरत के पेट में गोली लगी। दोनों की हालत गंभीर है।

  जिस तरीके से हमला हुआ, उससे आशंका है कि  बदमाशों को पुलिस की दबिश की भनक मिल गई थी। जिस कारण उन्होंने तैयारी करके पुलिस पर हमला किया।पुलिस ने बताया कि विकास दुबे खूंखार अपराधी है जिस पर 2003 में शिवली थाने में घुसकर तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप लगा था। बाद में वह इस केस से बरी हो गया था। इसके अलावा विकास पर प्रदेश भर में दो दर्जन से ज्यादा गंभीर केस दर्ज हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्विटर पर अपने बयान में  घटना को शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा आकी, सत्ताधारियों और अपराधियों की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्य निष्ठ पुलिस कर्मियों को भुगतना पड़ा है. 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

उधर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी योगी सरकार को आड़े हाथों  लिया है. 

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