सपा नेताओं पर आयकर का छापा, जीत के लिये बीजेपी ​का नया राजनीतिक दांव

लखनऊ में आयकर का छापा आंबेडकर पार्क के पास स्थित जैनेंद्र यादव के आवास पर पड़ा है। वहीं मऊ में सपा नेता राजीव राय के कैंप कार्यालय पर छापेमारी की गई। छापेमारी की सूचना पर दर्जनों कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया।

सपा नेताओं के घर-दफ्तर पर आयकर का छापा

उत्तर प्रदेश के चुनावी दंगल अब बीजेपी ने जीत के लिये हर पैंतरा अपनाना शुरू कर दिया है। बीजेपी को लगातार अपनी रैलियों के माध्यम से चुनावी मैदान में पछाड रही समाजवादी पार्टी को झटका देने के लिये बीजेपी ने अब नया दांव चलना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब उसने सपा के नेताओं पर छापेमारी शुरू कर उन्हें परेशान करने का राजनीतिक दांव चलना शुरू कर दिया है।

आयकर विभाग की टीम ने शनिवार सुबह लखनऊ, मैनपुरी, मऊ में सपा नेताओं के घर और कैंप कार्यालयों पर छापामारी की है। आगरा के मनोज यादव, लखनऊ में जैनेंद्र यादव और मऊ के राजीव राय सहित लगभग एक दर्जन से ज्यादा नेता इसमेें शामिल हैं। लखनऊ में आयकर का छापा आंबेडकर पार्क के पास स्थित जैनेंद्र यादव के आवास पर पड़ा है। वहीं मऊ में सपा नेता राजीव राय के कैंप कार्यालय पर छापेमारी की गई। छापेमारी की सूचना पर दर्जनों कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ने की आशंका के चलते भारी पुलिस फोर्स मौके पर बुलाया गया है।

मऊ में सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के शहर कोतवाली के सहादतपुरा स्थित कैंप कार्यालय में शनिवार सुबह इनकम टैक्स टीम ने छापेमारी की है। इस दौरान वाराणसी की इनकम टैक्स ने राजीव राय को उनके घर में नज़रबन्द कर दिया। इस पर सपाईयों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद राजीव राय के घर के बाहर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई। दरअसल, राजीव राय पर सपा सरकार में पावर कारपोरेशन के भूमिगत केबल बिछाने के काम में भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप हैं और विभागीय जाँच में भी वे दोषी पाए गए थे।

वहीं, आगरा के पंजाबी कॉलोनी निवासी राजकीय ठेकेदार मनोज यादव के आवास पर शनिवार को तड़के आयकर विभाग ने छापा मारा है। 12 गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंची आयकर विभाग की टीमों ने पूरे घर को अंदर से बंद कर लिया है। घर के बाहर स्थानीय पुलिस का पहरा लगा हुआ है। किसी को भी अंदर जाने नहीं दिया जा रहा।

सुबह 6 बजे से आयकर विभाग की टीमें घर के अंदर जांच कर रही हैं। छापेमारी की वजह को लेकर कोई जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है। राजकीय ठेकेदार मनोज यादव सपा के बेहद करीबी हैं। बड़ी संख्या में लोग इस छापेमारी की जानकारी लेने के लिए उनके घर के आस पास पहुंचे हैं, लेकिन किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं दिया गया है।

राजनीतिक विश्लेषक इस छापे को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं। वे मानते हैं कि बीजेपी ने जीत के लिये यह अपना अगला राजनीतिक दांव फेंका है। आगामी चुनाव में सपा से अब उसे जितना ज्यादा खतरा नजर आने लगा था, उसे देखते हुये बीजेपी ने आयकर छापे का यह राजनीतिक दांव चला है।

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