निलंबित सांसदों के धरने पर उपसभापति हरिवंश बाबू की चाय डिप्लोमेसी
विपक्ष ने निलंबन जारी रहने तक सदन के बहिष्कार का ऐलान किया, कृषि विधेयक पर तीन मांगें रखीं
दिल्ली। राज्यसभा से निलंबित संजय सिंह समेत निलंबित 8 सांसद रात भर धरने पर बैठे रहे।
किसान बिल के विरोध में सांसद संजय सिंह के साथ कई दूसरे निलंबित सांसद भी धरने पर बैठे रहे।
मजेदार बात यह रही कि उपसभापति हरिवंश बाबू धरने पर बैठे सभी सांसदों को अपने घर से लाकर चाय और स्नेक्स खिलायी।
हालांकि निलंबित सांसद संसद के सामने धरने पर बैठकर पूरी रात गुजारी।
राज्यसभा के उपसभापति ने 8 निलंबित सांसदों से मुलाकात की और अपनी बात रखी।
इसी क्रम में 8 सांसदों को उपसभापति हरवंश बाबू खुद घर से चाय लाये और सबको पिलाये।
हालांकि निलंबित सांसदों ने चाय पीने से इनकार कर दिया।
हरिवंश बाबू ने इस पूरे प्रकरण को देखते हुए 24 घंटे उपवास पर रहने का फैसला किया है।
उन्होंने उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू को पत्र लिख पूरे मामले पर अपनी वेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वह अगले 24 घंटे उपवास पर रहेंगे।
उपवास आज सुबह से शुरू होकर कल सुबह तक जारी रहेगा।
इस दौरान वह संसद का कामकाज जारी रखेंगे।
उधर, विपक्ष ने निलंबित किए गए आठ सांसदों के निलंबन को वापस लेने की गुज़ारिश के साथ विपक्ष ने मंगलवार को राज्यसभा का बहिष्कार करने को लेकर ऐलान कर दिया है।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि जब तक इन सांसदों का निलंबन वापस नहीं लिया जाता है, विपक्ष राज्यसभा की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेगा।
तीन मांगें
नेता प्रतिपक्ष आजाद ने मंगलवार को इन निलंबित सांसदों से मुलाकात की और इसके बाद अपनी मांगें सामने रखीं।
उन्होंने कहा कि ‘हमने राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी की तरफ से तीन महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं:
पहली मांग है कि सरकार एक नया बिल लाये जिसमें यह बात सुनिश्चित की जाये कि कोई भी निजी कंपनी एमएसपी के नीचे किसानों से कोई उपज नहीं खरीद सकती हैं।
हमारी दूसरी मांग है कि स्वामीनाथन फार्मूला के तहत एमएसपी देश में तय हो।
हमारी तीसरी मांग है कि भारत सरकार राज्य सरकार या फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यह सुनिश्चित करें कि किसानों से निर्धारित एमएसपी की रेट पर ही है उनकी उपज खरीदी जाये।
जब तक यह तीनों मांगें नहीं मानी जातीं हम सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करेंगे।
रविवार के हंगामे के बाद से आठ सासंदों को निलंबित कर दिया गया था, जो कल दिन से ही संसद परिसर में धरने पर बैठे थे। आज उन्होंने धरना खत्म कर दिया है।