स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश की तो उसे मुंहतोड़ जवाब -रक्षा मंत्री का लद्दाख़ दौरा

(मीडिया स्वराज डेस्क)

कई महीनों तक लगातार तनाव की स्थिति रहने के बाद अब जब भारत और चीन की सेनाएं LAC से पीछे हटने लगी हैं,  रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी इस दौरे पर उनके साथ हैं। रक्षा मंत्री ने सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया और एलएसी पर सुरक्षा हालात का जायजा लिया। लद्दाख पहुच कर रक्षा मंत्री अग्रिम चौकी लुकुंग पर गए और भारतीय सेना के जवानों एवं अधिकारियों से बातचीत की। इस दौरान जवानों का हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी ने हमारे स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने की कोशिश की तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

Defense minister raj Nath Singh

रक्षा मंत्री ने कहा कि इस समय सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत का दौर चल रहा है। मामला हल होना चाहिए, लेकिन कहां तक हल होगा इसकी अभी मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं। मैं इतना यकीन दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन को भी दुनिया की कोई भी ताकत छीन सकती।

भारत शांति चाहता है

राजनाथ सिंह ने कहा कि हम शांति चाहने वालों में से हैं, भारत ने हमेशा पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया है। हमारे जवानों ने देशवासियों के सम्मान की रक्षा की। हम सीमा पर दुश्मनों की किसी भी हिमाकत का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

गत 15 जून को गलवान घाटी की PP14 चीन के  सैनिकों से हुई खूनी झड़प में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘हमारे कुछ जवानों ने अपना बलिदान देते हए अपनी सीमा की रक्षा की। उन्हें खोने का गम और आपसे मिलने की खुशी है। जवानों की शहादत को देश हमेशा याद रखेगा’।

वैसे तो पहले तय कार्यक्रम के अनुसार रक्षा मंत्री को 3 जुलाई को ही लद्दाख आना था। किंतु अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लद्दाख दौरा तय हो गया जिससे रक्षा मंत्री का कार्यक्रम टल गया था।

रक्षा मंत्री के समक्ष सेना ने किया अभ्यास

लेह के स्टाकना में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने की मौजूदगी में भारतीय सेना के टी -90 टैंक और बीएमपी पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों ने अभ्यास किया।

लेह में रक्षा मंत्री ने सेना की अत्याधुनिक मशीन गन चलाने का भी अनुभव लिया। 

इसके अलावा भारतीय सेना के जांबाजों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में पैरा ड्रॉपिंग अभ्यास किया। जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्री लेह स्थित उत्तरी कमान की 14 कोर के मुख्यालय में सेना अधिकारियों से बैठक कर पूर्वी लद्दाख के मौजूदा हालात पर चर्चा भी की साथ ही एलएसी पर तैनात जवानों से मुलाकात भी की।

कश्मीर के हालात की जानकारी

लद्दाख के बाद रक्षा मंत्री जम्मू-कश्मीर के दौरे पर श्रीनगर पहुचे हैं। वह सीमाओं पर स्थिति की समीक्षा करेंगे और जम्मू-कश्मीर में भी अग्रिम चौकियों का दौरा करेंगे साथ ही कश्मीर में सुरक्षा हालात की भी जानकारी लेंगे। 

इस समय कश्मीर में सेना द्वारा आतंकवादियों पर लगातार दबिश दे कर स्थायी शांति कायम करने की कोशिश की जा रही है। सेना की पंद्रह कोर मुख्यालय श्रीनगर में रक्षा मंत्री अधिकारियों से बैठक करेंगे। इसमें वह आतंकवादियों के खिलाफ अभियान व गोलाबारी कर रहे पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए उठाए जा रहे कदमों को जानेंगे। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

राहुल गांधी सरकार पर हमलावर

इस बीच विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जो पिछले दिनों लद्दाख के मामले पर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री पर विफल होने का आरोप लगाते रहे हैं, ने एक बार फिर से सरकार पर विभिन्न मोर्चों पर फेल रहने का आरोप लगाया है। अपने कई ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा कि सरकार आर्थिक मोर्चों पर भी बुरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने इसे ‘आर्थिक कुप्रबंधन’ की संज्ञा दी।

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