कप्तान विराट कोहली निशाने पर

भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ घुटने टेके

चेन्नई में भारत जिस तरह इंग्लैंड से हारा है, उसकी कल्पना किसी भारतीय खेल प्रेमी ने नहीं की होगी। अपनी धरती पर इतनी शर्मनाक हार भला कैसे कोई पचा पाएगा। 227 रन से पहला टेस्ट हार जाने से भारतीय टीम सीरीज में 1-0 से पिछड़ गई है। टीम संयोजन को लेकर कप्तान विराट कोहली निशाने पर हैं।

टीम के चयन में वह पहले भी मनमानी करते रहे हैं। स्पिनर कुलदीप यादव को नहीं खिलाना महंगा साबित हो गया। वह चाइनामैन गेंदबाज भी हैं। कुछ टेस्ट मैच खेलने का अनुभव भी उनके पास है। मगर, शहबाज नदीम को उतार कर कप्तान विराट कोहली ने पूरे देश को चौंका दिया। 

नदीम खूब पिटे और सौ से ज्यादा रन लुटाने के बाद पहली पारी में उन्हें दो विकेट मिले। इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर वह कोई भी प्रभाव नहीं छोड़ पाए। अव्वल तो नदीम इस सीरीज के लिए चुनी गई टीम में ही नहीं थे। उन्हें बैक अप के तौर पर रखा गया था। ऐसे में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी कुलदीप का दावा बनता था। वह इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम में चुने गए थे लेकिन अंतिम एकादश में उन्हें जगह नहीं मिली। शायद अब टीम प्रबंधन को अपनी गलती का एहसास हो गया होगा।

हमारे कई सीनियर बल्लेबाज बुरी तरह नाकाम रहे। रोहित शर्मा को रन बनाते देखना काफी लंबा अरसा हो गया है। आस्टेलिया में भी वह कुछ खास नहीं कर सके थे। टेस्ट मैच में उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा है। प्रबंधन को उन्हें हटाने पर विचार करना होगा। इसी तरह उप कप्तान अजिंक्य रहाणे का बल्ला भी रूठा हुआ है। मेलबर्न में शतक बनाने के बाद उनका बल्ला खामोश है। 

चेन्नई में पहली पारी में एक रन और दूसरी पारी में शून्य पर आउट होकर रहाणे ने भारत को पराजय की ओेर धकेल दिया। भारतीय पिचों का मिजाज इतना खराब है कि पहले दिन और पांचवे दिन में काफी अंतर दिखता है। ऐसी बेकार पिचों पर मैच होंगे तो पराजय झेलनी ही पड़ेगी। 

ऐसे में टास जीतना अहम हो जाता है। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने टास जीत कर सब कुछ अपने पक्ष में कर लिया। अपने सौंवें टेस्ट में रूट ने 218 रन की शानदार पारी खेली और अपनी टीम को जितवा भी दिया। पहली पारी में इंग्लैंड ने पहाड़ जैसा स्कोर 578 बना कर भारत से पहले ही बाजी छीन ली। 

अगला टेस्ट भी इसी मैदान पर 13 फरवरी से होना है। टीम इंडिया को नए सिरे से विचार करना होगा। विदेश में मिली हार तो स्वीकार कर ली जाती है लेकिन अपने ही मैदान पर पराजय बहुत चुभने वाली होती है। उम्मीद है, विराट टीम चयन में गलती नहीं करेंगे। जिन खिलाड़ियों ने हाल ही में विदेश में विजय दिलाई है उन्हें बाहर बेंच पर बिठाना उचित नहीं होगा।  

-आदर्श प्रकाश सिंह

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