जनहित में एलोपैथी – आयुष मिलकर काम करें
लखनऊ किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर एम एल भट्ट, हेमवती नादान बहुगुणा मेडिकल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर हेम चंद्र , कौंसिल ओफ़ इंडियन मेडिसिन के पूर्व अध्यक्ष वेदप्रकाश त्यागी और चित्रकूट के प्रसिद्ध वैद्य ड़ा मदन गोपाल वाजपेयी के साथ राम दत्त त्रिपाठी की चर्चा. चर्चा में आम राय बनी कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में आयुर्वेद के डाक्टरों को कोरोना इलाज से दूर रखना दुर्भाग्यपूर्ण था. अब तीसरी लहर का मुक़ाबला करने के लिए आयुष और आधुनिक चिकित्सा मिलकर काम करें. साथ ही अस्पतालों में डाक्टर, नर्स व अन्य ज़रूरी स्टाफ़ की संख्या बढाई जाए.