Corona Third Wave: IIT प्रोफेसर ने बताया इन राज्य में कब आएगा कोरोना का सबसे ज्यादा केस
देश में कोरोना इस नई लहर को लेकर आईआईटी के प्रोफेसर अग्रवाल ने ताजा अध्ययन के परिणाम जारी किए हैं. उनके गणना के अनुसार कोरोना संक्रमण का पैटर्न पूरे देश में बदल चुका है। यह अध्ययन कोविड ट्रेकर के सूत्र मॉडल के आधार पर किया गया है।
Corona Third Wave: IIT कानपुर के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ‘सूत्र संकुल’ के शोधकर्ता हैं। वह कोरोना के आंकड़ों को लेकर महामारी पर शुरुआत से नजर रख रहे हैं। देश में कोरोना इस नई लहर को लेकर आईआईटी के प्रोफेसर अग्रवाल ने ताजा अध्ययन के परिणाम जारी किए हैं. उनके गणना के अनुसार कोरोना संक्रमण का पैटर्न पूरे देश में बदल चुका है। यह अध्ययन कोविड ट्रेकर के सूत्र मॉडल के आधार पर किया गया है। इसके अनुसार दिल्ली और मुंबई जनवरी के दूसरे सप्ताह में पीक पर पहुंच चुके हैं. इसकी दो वजह हो सकती है.पहली तो यह कि कमजोर इम्युनिटी वालों में ओमिक्रॉन का फैलाव धीमा पड़ चुका हो और दूसरी वजह की इसकी चपेट में आने वाला संभावित आबादी समूह में यह फैल चुका हो।
11 जनवरी तक के आंकड़ों से किये गए इस अध्ययन में IIT प्रोफेसर ने यह दावा किया है कि 23 जनवरी तक देश में संक्रमण (Corona Third Wave) का पीक आ सकता है और करीब 7.2 लाख तक केस रोज मिल सकते हैं. संक्रमण का वास्तविक पथ पहले ही अपेक्षा काफी बदल चुका है, इसलिए असल पीक के वक्त 4 लाख केस प्रतिदिन आने की संभावना नहीं है।
दिल्ली के अधिकारी भी संकेत दे रहे हैं कि वहां कोरोना संक्रमण पीक पर आ चुका है. वहां दैनिक नए मामलों की संख्या लगभग स्थिर हो चुकी है. मंगलवार के दिन दिल्ली में 11,684 केस आए, जबकि सोमवार को 12,527 केस मिले थे। 13 जनवरी को दिल्ली में इस लहर के सर्वाधिक 28,867 केस मिले। यह एक दिन की सर्वाधिक बढ़ोतरी थी। कोरोना संक्रमण के पीक को लेकर ये आंकड़े गणितीय अनुमान पर आधारित हैं। इनकी गणना सूत्र संकुल ने कोविड की तीसरी लहर के आंकड़ों और जमीनी स्थिति के आकलन के आधार पर की गयी है।
इन राज्यों में पीक की तारीखों का अनुमान
. बिहार 17 जनवरी
. उत्तर प्रदेश 19 जनवरी
. दिल्ली 16 जनवरी
. मुंबई 12 जनवरी
. हरियाणा 20 जनवरी
. गुजरात 19 जनवरी
. महाराष्ट्र 19 जनवरी
. कर्नाटक 23 जनवरी
. आंध्रप्रदेश 30 जनवरी
. तमिलनाडु 25 जनवरी
. बेंगलुरु 22 जनवरी
. असम 26 जनवरी
. कोलकाता 13 जनवरी