‘बुल्ली बाई ऐप’ से जुड़े थे ‘सुल्ली डील्स ऐप’ के तार, ऐसे हुआ खुलासा…

'बुल्ली बाई ऐप' से जुड़े थे 'सुल्ली डील्स ऐप' के तार

बुल्ली बाई सुल्ली डील्स ऐप: बुल्ली बाई ऐप के बाद अब दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की साइबर क्राइम यूनिट ने कुछ महीनों पहले इंटरनेट पर मुस्लिम महिलाओं की ‘नीलामी’ (Muslim Women Auction) करने वाले ‘सुल्ली डील्स‘ ऐप बनाने के आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.

सुल्ली ​डील्स ऐप के मुख्य आरोपी 25 वर्षीय ओंकारेश्वर ठाकुर को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया है. आरोपी ओंकारेश्वर इंदौर के न्यूयॉर्क सिटी टाउनशिप का रहने वाला है. उसने आईपीएस एकेडमी इंदौर से बीसीए किया है.

बता दें कि दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने यह गिरफ्तारी बुल्ली बाई ऐप के मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर की है. प्रारंभिक पूछताछ के दौरान सुल्ली ऐप के मुख्य आरोपी ओंकारेश्वर ने स्वीकार किया कि वह ट्विटर पर एक ट्रेड-ग्रुप का सदस्य था और मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने और ट्रोल करने के लिए विचार साझा करता था. उसने यह भी कबूल किया है कि उसने GitHub पर कोड विकसित किया था.

बुल्ली बाई ऐप का मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई

उसने बताया कि GitHub पर ग्रुप के सभी मेंबर का एक्सेस था. उसने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐप को भी शेयर किया था. उसने यह भी बताया कि ग्रुप के सदस्यों द्वारा मुस्लिम महिलाओं, खासकर चर्चित मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गई थीं.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि ओंकारेश्वर ने जनवरी 2020 में अपने ट्विटर हैंडल @gangescion के जरिए ट्विटर पर एक ग्रुप जॉइन किया था. इस ग्रुप का नाम ट्रेडमहासभा था. इस ग्रुप में मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने को लेकर बहस होती थी.

इसके बाद उसने GitHub पर सुल्ली डील्स ऐप बनाया लेकिन जैसे ही सुल्ली डील्स का मामला सुर्खियों में आया, उसने अपने सभी सोशल मीडिया के फुटप्रिंट डिलीट कर दिये. उसके पास मिले गैजेट्स की पुलिस जांच कर रही है.

किशनगढ़ थाने में दर्ज FIR से हुई पुष्टि

इससे पहले बुल्ली बाई ऐप के मुख्य आरोपी से मिली जानकारी और दावे की पुष्टि दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को दिल्ली के किशनगढ़ थाने में दर्ज एक एफआईआर से हुई, उस वक्त उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए ट्विटर अकाउंट ने नीलामी के लिए एक महिला की तस्वीर ट्वीट की थी. तब डीसीपी साइबर क्राइम यूनिट केपीएस मल्होत्रा ने कहा था कि आरोपी नीरज बिश्नोई ने खुलासा किया है कि उसने हैकिंग और वेबसाइटों के साथ छेड़खानी 15 साल की उम्र से ही सीख ली थी. इससे पहले उसने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान के स्कूलों और विश्वविद्यालयों की कई वेबसाइटों को हैक किया था.

आरोपी नीरज बिश्नोई का झुकाव जापान एनीमेशन के एक गेमिंग चरित्र GIYU की ओर है. उन्होंने GIYU शब्द का उपयोग करके विभिन्न ट्विटर हैंडल बनाए थे.

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उसने GIYU शब्द के साथ ट्विटर अकाउंट बनाया था, जिसके माध्यम से उसने जांच एजेंसियों को पकड़ने की चुनौती दी थी. नीरज वर्चुअल दुनिया के जरिये मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों के संपर्क में था और ट्विटर ग्रुप चैट के माध्यम से चैट करता था. ऐसे में उसे पकड़ पाना मुश्किल था लेकिन दिल्ली पुलिस ने मामले का खुलासा होने के बाद उसे असम से धर दबोचा. इस केस में दो अन्य आरोपी भी पकड़े गए हैं.

बुल्ली बाई ऐप जैसा ही बनाया गया था सुल्ली डील्स

बुल्ली बाई ऐप की तरह ही ‘Sulli Deals’ ऐप को भी पिछले साल ही लॉन्च किया गया था. बुल्ली बाई ऐप की तरह सुल्ली डील्स ऐप पर भी मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट कर उसे ‘नीलामी’ के लिए सूचीबद्ध किया गया था. बिना अनुमति के ली गई इन तस्वीरों से छेड़छाड़ भी की गई थी.

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