बदायूँ गैंग रेप में पुलिस की हीलाहवाली और लापरवाही फिर उजागर
लखनऊ, 6 जनवरी.
बदायूँ गैंग रेप मामले में पुलिस ने काफ़ी हीलाहवाली के बाद थानेदार को निलम्बित और दो अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया है. इस जघन्य कांड में अपराधी दरिदों का बर्बर चेहरा सामने आया है इस कांड से एक बार फिर पुलिस की अपराध छिपाने की प्रवृत्ति और लापरवाही उजागर हुई है.
महिला की उम्र लगभग पचास वर्ष थी और वह सरकारी आंगनबाड़ी परियोजना में काम करती थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि महिला की मौत पहले बलात्कार के बाद हत्या से हुई। आरोपियों ने महिला के साथ इतनी बर्बरता की, कि बलात्कार के बाद उसके गुप्तांग में लोहे की रॉड जैसी कोई चीज डाली गयी जिससे उसकी मौत हो गई.
पुलिस की भूमिका पर राम दत्त त्रिपाठी की टिप्पणी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बदायूँ पुलिस के एसएसपी संकल्प शर्मा ने गैंग रेप के आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया है। पुलिस ने 2 गैंग रेप आरोपियों को पकड़ लिया है, वहीं लापरवाही के आरोप में थानाध्यक्ष को सस्पेंड कर दिया गया. अब उघैती पुलिस ने धर्मस्थल के पुजारी सत्यनारायण दास, मेवली निवासी वेद राम और यशपाल के खिलाफ हत्या व दुष्कर्म के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है।
सनसनीख़ेज़ वारदात
गैंग रेप की यह सनसनीखेज वारदात बदायूँ में उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव की है. महिला पास के गांव स्थित एक मंदिर पर रोजाना की तरह रविवार को भी पूजा करने गई थी।
मुकदमे की रपट के मुताबिक मंदिर का महंत देर रात अपनी बोलेरो से उसका शव घर के दरवाजे पर फेंककर चला गया था .परिवार को बताया कि इनकी मौत कुएं मे गिरने से हो गयी।
वहीं परिजनों ने थाने जाकर मन्दिर के पुजारी पर गैंग रेप के बाद हत्या करने का आरोप लगाया था. लेकिन उघैती के थानेदार रावेंद्र प्रताप सिंह ने परिजनों की फरियाद सुनना तो दूर घटनास्थल का मौका मुआयना तक नहीं किया और मामला संदिग्ध मानकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पोस्ट मार्टम में चौंकाने वाला खुलासा
महिला के शव की हालत देखकर खुद चिकित्सक तक हैरान रह गए. महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ. रिपोर्ट मे महिला की गैंग रेप के बाद हत्या करने की बात सामने आयी है। महिला के साथ इतनी बर्बरता की गयी कि उसके गुप्तांग मे लोहे की राड जैसा कुछ डाला गया। पीएम रिपोर्ट मे महिला के पैर और पसली टूटने की भी बात सामने आई है. उसके शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हो गई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हस्तक्षेप
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बदायूं की घटना का संज्ञान लेते हुए घटना के अभियुक्तों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिये हैं। यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने ए0डी0जी0, बरेली जोन को घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यू0पी0एस0टी0एफ0 को इस घटना की विवेचना में सहयोग प्रदान करने के लिए निर्देशित किया है।
अखिलेश यादव की चेतावनी
लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आड़े हाथों लिया है. ट्विटर पर जारी बयान में श्री यादव ने कहा,”भाजपा सरकार का कुशासन अपराधियों की ढाल न बने.
प्रियंका को सरकार की नीयत पर शक कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने हाथरस कांड की याद दिलाते हुए कहा कि, ” महिला सुरक्षा के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की नीयत में खोट है.
घटनाक्रम से ज़ाहिर है कि अगर शिकायत मिलते ही थाने की पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर दी होती तो सभी अभियुक्त तुरंत पकड़े जा सकते थे और सरकार की भी इस तरह फ़ज़ीहत नहीं होती. यह भी समझ में नही आता कि पुलिस के आला अधिकारी प्रभावी कार्यवाही करने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देशों का इंतज़ार क्यों करते रहते हैं, जबकि क़ानून में इसकी कोई ज़रूरत नहीं है.
राम दत्त त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार लखनऊ
राम दत्त त्रिपाठी, बीबीसी के भूतपूर्व संवाददाता हैं . वरिष्ठ पत्रकार होने के साथ ही क़ानून के जानकार हैं.
ramdutt.tripathi@gmail.com