इस दिवाली पटाखों से नहीं, दीयों से करें घर-आंगन रौशन
दिवाली में पटाखे नहीं, जलाएं दीये
दिवाली को लेकर हर किसी के अपने अलग अलग अरमान होते हैं. कोई दिवाली के दिन दीयों से अपना घर रौशन करना चाहता है तो कोई पटाखे जलाकर उसकी रौशनी से जगमग होना. पर अगर आप दिल्ली में हैं और दिवाली पर इस बार पटाखे खरीदने, बेचने या जलाने की तैयारी में हैं तो सावधान हो जाएं. ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर आपको जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है. यकीनन आप अपनी दिवाली को अंधकारमय नहीं करना चाहेंगे. तो बेहतर होगा कि आप इस दिवाली दीयों की रौशनी से ही अपना घर और बाहर जगमग करें, पटाखों से नहीं.
सुषमाश्री
हर साल दिवाली पर दिल्ली में प्रदूषण स्तर बेहद बढ़ जाता है. इस दौरान दिल्लीवालों के लिए सबसे ज्यादा तनाव और परेशानी का कारण होता है, पटाखों से होने वाला प्रदूषण. इससे बचने के लिए यूं तो दिल्ली सरकार वर्षों से प्रयासरत है और दिवाली पर पटाखे जलाने को लेकर हर बार कठोर नियम बनाती रहती है, लेकिन इसके बावजूद प्रदूषण पर बहुत हद तक नियंत्रण कर पाने में कामयाब नहीं हो पाती. दिवाली के अगले दिन सुबह दिल्ली अंधेरे में गुम दिखती है. इंसानों की गलतियों के कारण पैदा हुआ यह धुंध हटने में फिर कई दिनों का समय लग जाता है.
इस बार भी दिवाली से पहले केंद्र शासित राज्य दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय चिंतित दिखे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो बीते 15 सितंबर को ही पटाखों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करते हुए कहा था कि यह ‘‘जीवन बचाने के लिए आवश्यक’’ है.वहीं, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज, सोमवार को कहा कि पटाखे जलाने के खिलाफ जागरुकता पैदा करने के वास्ते दिल्ली सरकार 27 अक्टूबर से ‘पटाखे नहीं, दीया जलाओ’ अभियान शुरू करेगी. इसके बाद 28 सितंबर को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने एक जनवरी, 2022 तक राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों की बिक्री और इन्हें जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया.
प्रदूषण मुक्त दिवाली : राय ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इस साल पटाखों की बिक्री के लिए कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया है और प्रतिबंध के बावजूद, हमें पटाखों की बिक्री और खरीद के बारे में सूचनाएं मिल रही हैं.’’ उन्होंने आगे कहा कि लोगों के बीच जागरुकता पैदा करने और पटाखों की खरीद-बिक्री की निगरानी के लिए जिला स्तर पर 157 सदस्यों वाली 15 टीमें बनाई जाएंगी.
मंत्री ने सोमवार को दिल्ली पुलिस और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने फैसला किया कि पटाखों को जलाने के खिलाफ जागरुकता पैदा करने के लिए ‘पटाखे नहीं, दीया जलाओ’ अभियान शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए जिला स्तर पर 157 सदस्यों वाली पंद्रह टीमों का गठन किया जाएगा और इसके अलावा सभी पुलिस थानों में गश्त के उद्देश्य से दो सदस्यीय टीम होगी.
राय ने कहा कि पटाखे जलाते हुए पाए जाने पर भारतीय दंड संहिता के संबंधित प्रावधानों और विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि शहर में ऐसे आठ मामले पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं. यानि साफ है कि इस बार दिवाली पर प्रदूषण फैलाने वालों या फिर प्रदूषण फैलाने वाली कोई भी चीज को बढावा देने वालों की मदद करने वालों की एनसीटी दिल्ली में खैर नहीं.
अगर आप भी इस दिवाली दिल्ली में पटाखे जलाने और दिल्ली को प्रदूषण युक्त बनाने की तैयारी में हैं तो संभल जाएं. वरना हो सकता है कि इस ऐसा करने पर अब आपको जेल की हवा भी खानी पड़े और आपकी दिवाली रौशन के बजाय अंधकारमय हो जाए.