दीप सिद्धू और गैंगस्टर लक्खा सिधाना पर भी आपराधिक मुक़दमा
मोदी और शाह के साथ सिद्धू को फ़ोटो वायरल
दिल्ली पुलिस ने आख़िरकार बहुचर्चित फ़िल्म अभिनेता दीप सिद्धू Deep Siddhu और गैंगस्टर लक्खा सिधाना के नाम भी गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल क़िले पर उपद्रव के लिए आपराधिक मुक़दमा दर्ज कर लिया है.
इनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. सिद्धू ने स्वयं भी अपने फ़ेसबुक पेज पर विडियो डाले हैं.
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ शांतिपूर्ण आंदोलन चलाने वाले संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर रैली के दौरान दीप सिद्धू और लक्खा पर किसानों को भड़काने और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया है.
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता INdian Penal Code , सार्वजनिक संपत्ति को क्षति से रोकथाम अधिनियम और अन्य कानूनों के अंतर्गत उत्तरी जिले के कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया है।
रपट में प्राचीन स्मारकों और पुरातात्विक स्थलों और अवशेष अधिनियम तथा शस्त्र अधिनियम शामिल है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि लाल किला कांड में दीप सिद्धू शामिल था।
घटना के तत्काल बाद से दीप सिद्धू की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, गुरदास पर से भारतीय जनता पार्टी सांसद सनी देवल और हेमा मालिनी के साथ तस्वीरें वायरल हो रही हैं. दीप सिद्धू सनी देवल का चुनाव प्रचारक था. सनी देवल ने एक विडियो में उसे अपना भी जैसा बताया था. हालाँकि अब उनका कहना है कि अब वह उनका करीबी नहीं है.
सवाल पूछा जा रहा था कि जब मेधा पाटकर, योगेन्द्र यादव, राकेश टिकैत जैसे लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमे क़ायम किए गए हैं तो दीप सिद्धू और टोली के ख़िलाफ़ क्यों नहीं.
यह भी आरोप लगाए गए कि सरकार और सत्तारूढ़ दल ने किसान आंदोलन को बदनाम करने के दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना जैसे लोगों के माध्यम से लाल क़िला जैसी हेरिटेज इमारत पर उपद्रव कराया.
सोशल मीडिया पर सवाल पूछा जा रहा है कि क्या दीप सिद्धू और उसकी टीम के लोगों को गिरफ़्तार किया जाएगा , अथवा केवल आलोचनाओं के मद्देनज़र मुक़दमा क़ायम किया गया है.
दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं.
समझा जाता है कि इन्हीं आशंकाओं के चलते संयुक्त किसान मोर्चा ने पहली फ़रवरी को प्रस्तावित पैदल संसद मार्च रद्द कर दिया है. मोर्चा ने अब तीस जनवरी महात्मा गांधी की शहादत पर पूरे देश में उपवास का आह्वान किया है.