Covid 19 – आख़िरकार कोरोना से जंग जीत गए 75 वर्षीय प्रेम प्रकाश

Big Day of COVID care in SGPGI, Lucknow

(मीडिया  स्वराज़ डेस्क )

लखनऊ. कोरोना संकट काल में बुजुर्गों को बच्चों को सबसे ज्यादा एहतियात बरतने के लिए कहा जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर ये कोरोना की चपेट में आएंगे तो इनका इलाज करना कठिन होगा। ऐसे ही एक दुष्कर कार्य को पीजीआई के डॉक्टरों की टीम ने अंजाम दिया है। वह 75 वर्षीय कोरोना संक्रमित मरीज प्रेम प्रकाश को मौत के मुंह से वापस खींच लाए हैं। डॉक्टरों की इस सफलता की हर ओर चर्चा हो रही है।

जानकारी के मुताबिक लखनऊ निवासी प्रेम प्रकाश कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। उन्हें पीजीआई के कोरोना आईसीयू-1 में पल्मोनरी विभाग के डॉक्टर जिया हाशिम की देख रेख ने भर्ती किया गया था। वहीं उनका सफल इलाज हुआ।

डॉक्टरो ने बताया कि कोरोना के चलते उन्हें निमोनिया हो गया था। उनके शरीर में ऑक्सीजन लेवल बेहद कम था। जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। लेकिन उनकी इच्छा शक्ति और डॉक्टरों की जी तोड़ मेहनत के चलते उन्होंने कोरोना जैसी घातक बीमारी को परास्त कर दिया है।

डॉ. जिया हाशिम

प्रेम प्रकाश का इलाज करने वाले डॉक्टर जिया हाशिम ने मीडिया स्वराज से बातचीत में बताया कि बीती 9 जुलाई को 75 वर्षीय वृद्ध प्रेम प्रकाश को कोरोना संक्रमण के चलते भर्ती कराया गया था। इसके बाद 11 जुलाई को हालत गंभीर होने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर शिफ्ट किया गया था। 11 दिन में डॉक्टरों की मेहनत के चलते वह पूरी तरह स्वस्थ होकर 23 जुलाई को डिस्चार्ज हुए हैं। उन्हें रेमिडिसेवेर एन्टी वायरल दवा दी गई थी। उन्हें 21 जुलाई को वेंटीलेटर से हटाकर नार्मल वार्ड में शिफ्ट किया गया। उनका चेस्ट एक्सरे सामान्य है। उनकी आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। इसलिए उनके बेटे के आग्रह पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया है।

डा हाशिम का कहना है की कोविड 19 गम्भीर मृज भी ठीक हो सकता है बशर्ते वह मानसिक रूप से घबराए नही और सही हाथों में पहुँच जाए. 

डा हाशिम कहते है डाक्टर केवल इलाज करते हैं, बाक़ी हीलिंग या बीमारी ठीक  होना ईश्वर के हाथ में है. 

प्रेम प्रकाश के  बेटे भी एक डॉक्टर हैं और उन्होंने अपने पिता का आगे का इलाज अपने निजी अस्पताल में करने की इच्छा व्यक्त की थी।

ये एसजीपीजीआई के लिए कोरोना संकट काल में एक बड़ी और महत्वपूर्ण सफलता है।

प्रेस रिलीज़

 Mr Prem Prakash a 75-year male who was admitted on 9th July and got intubated and put on ventilator on 11th July due to severe ARDS was discharged on July 23, 2020. He was given new antiviral drug Remdesivir. He was removed successfully from ventilator on 21st July. His Chest X ray is normal and his RT-PCR was negative. So he is being dicharged on request of his son who is himself an intensivist to take care of him at his own hispital in a private room. This is a big day of COVID care in SGPGI.)

(Press Release issued by SGPGI, Lucknow.)

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