कंगना, मनोज बाजपेयी, धनुष समेत सुशांत की आखिरी फिल्म ‘छिछोरे’ को भी नेशनल अवार्ड
67वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2021
हर साल देश के बेहतरीन फिल्मों और कलाकारों को उनके बेहतरीन कार्यों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है. पिछले दो साल से कोरोना से जूझते हुए देश अब जाकर कुछ संभल पाया है. ऐसे में साल 2019 की बेहतरीन फिल्मों और उनमें सर्वश्रेष्ठ अभिनय करने वालों को 67वें नेशनल अवार्ड से आज, 25 अक्टूबर 2021 को नई दिल्ली में सम्मानित किया गया.
सुषमाश्री
National Film Awards 2021 : आज, 25 अक्टूबर 2021 को राजधानी नई दिल्ली में 67वें नेशनल फिल्म अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया. इसमें बॉलीवुड ‘क्वीन’ कंगना रनौत को चौथी बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नेशनल अवार्ड पाने का गौरव प्राप्त हुआ. जबकि सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए मनोज बाजपेयी और धनुष को भी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
वहीं, मरणोपरांत सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म ‘छिछोरे’ को भी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया. इस मौके पर उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने सभी पुरस्कार विजेताओं को इस सम्मान से नवाजा. जबकि सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर भी इस दौरान समारोह में उपस्थित रहे.
कंगना को उनकी फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन आफ झांसी और पंगा के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया. इससे पहले कंगना फैशन, क्वीन और तनु वेड्स मनु रिटन् र्स के लिए भी क्रमश: सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम कर चुकी हैं.
वहीं, एक्टिंग के माहिर मनोज बाजपेयी को भोंसले फिल्म जबरदस्त अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया. जबकि तमिल अभिनेता धनुष को उनकी फिल्म असुरन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया.
वहीं, धनुष के ससुर और सिने प्रेमियों के थलाइवा रजनीकांत को फिल्म जगत के सर्वश्रेष्ठ सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
मशहूर एक्टर रजनीकांत को फ़िल्म क्षेत्र के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के अवार्ड से नवाजा गया. उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू ने सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर की उपस्थिति में यह सम्मान रजनीकांत को प्रदान किया गया.
बता दें कि राष्ट्रीय पुरस्कार 2021 की घोषणा इसी साल मार्च के महीने में कर दी गई थी, जो साल 2019 में रिलीज हुई बेहतरीन फिल्मों और कलाकारों के सर्वश्रेष्ठ कार्यों के लिए उन्हें दी गई. पुरस्कारों की घोषणा और उसे ससम्मान देने में हुई देरी का कारण कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न हुए हालात हैं.
पिछले साल अपने कितने ही चाहने वालों को छोड़कर इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम फिल्म छिछोरे को उस साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया.
क्षेत्रीय भाषायी फिल्मों की बात करें तो असुरन को सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म और जर्सी को सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. वहीं, विजय सेतुपती को फिल्म सुपर डिलक्स के लिए सर्वश्रेष्ठ सह कलाकार का नेशनल अवार्ड दिया गया.
मलयालम फिल्म Marakkar: Arabikadalinte Simham (Marakkar: Lion of the Arabian Sea) को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया. यह फिल्म प्रियदर्शन निर्देशित है और इसमें जाने माने अभिनेता मोहनलाल ने अभिनय किया है.
वहीं, The Tashkent Files की झोली में दो राष्ट्रीय पुरस्कार आए. एक सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री के लिए पल्लवी जोशी को और दूसरा सर्वश्रेष्ठ डायलॉग राइटर का.