गोंडा में 13 मार्च को रहस्यमय ढंग से फर्नीचर व्यवसायी हुआ था लापता पांच दिन बाद मिला शव….
उत्तर प्रदेश के गोंडा में पांच दिन पहले रहस्यमय ढंग से लापता हुए फर्नीचर व्यवसायी का शव मंगलवार को बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि व्यवसायी की गला दबाकर हत्या की गई है। इस घटना के पीछे मृतक के बहनोई का हाथ है, जो सैन्य कर्मी बताया जा रहा है। पुलिस आरोपित की तलाश में लगी है।
पांच दिन से था लापता
मामला खोडारे थानाक्षेत्र के ग्राम पंचायत बस्ती का है। यहां के निवासी फर्नीचर व्यवसायी बाबूजी 13 मार्च को रहस्यमय ढंग से गायब हो गया। परिवार वालों की खोजबीन में भी नहीं मिला। पांच दिन बाद युवक का शव परशुरामपुर थानाक्षेत्र के मडेरिया के पास स्थित गन्ना क्रय केंद्र के पास गेहूं के खेत में पड़ा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। वहीं, मृतक के परिवार वालों ने हत्या के पीछे बहनाई का हाथ बताया है।
हत्या के पीछे बहनाई का हाथ
छानबीन में ता चला कि मृतक की बहन की 2004-05 में अपने ही कॉलेज में पढ़ने वाले बलराम भट्ट पुत्र नत्थू प्रसाद से दास्ती हो गई। धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ी और दोनों एक दूसरे से शादी करना चाह रहे थे। बताया जा रहा है कि प्रेमी के परिवार वाले शादी के खिलाफ थे। इसपर बलराम लड़की को लेकर लखनऊ भाग आया। इसी दौरान बलराम की सेना में नौकरी लग गई। लड़की के परिवार वालों ने शादी का दबाव बनाया। इसपर साल 2015-16 में बलराम ने छात्रा से कोर्ट में शादी रचाई। इस दौरान बलराम के परिवार के लोग शामिल नहीं हुए। कुछ साल बीतने के लड़की के भाई बाबूजी ने परिवार रजिस्टर, आधार कार्ड और सेना में नौकरी के दस्तावेजों में नॉमिनी बनाने का दबाव बनाया। बलराम ने साफ इनकार कर दिया।
पहले पिलाई शराब, गला दबाकर फेंका शव
पुलिस के मुताबिक, इसके बाद बलराम ने बाबूजी को रास्ते से हटाने के लिए प्लान बनाना शुरू कर दिया। बलराम की सेना की ट्रेनिंग विदेश में होनी थी। उसने सोचा कि अगर बाबूजी को खत्म कर दूंगा तो कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा। पूरा प्लान बनाकर बाबूजी की दुकान पर कुछ लोगों को बेड खरीदने के बहाने भेजा। पैसा देने के लिए हथियागढ़ ले गया। रास्ते में शिकार घाट पुल पर चारपहिया वाहन में बैठाकर जिला मुख्यालय चला गया। इस दौरान शराब पिलाकर बाबूजी को घंटों घुमाते रहे। बाद में इन लोगों ने गाड़ी में ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। शव फेंकने के लिए अयोध्या सरयू नदी पर लेकर गए, लेकिन लोगों की भीड़ भाड़ देखकर भाग निकले। इसके बाद आरोपितों ने परशुरामपुर थानाक्षेत्र के मडेरिया के पास स्थित गन्ना क्रय केंद्र के पास गेहूं के खेत में शव फेंक दिया। वहीं, छानबीन कर पुलिस ने मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
क्या कहना है पुलिस का ?
थानाध्यक्ष खोंडारे अटल बिहारी ठाकुर ने बताया कि मुख्य आरोपित की तलाश की जा रही है। आरोपित सेना में कहां और किस पद पर तैनात हुआ है, इस बारे में भी पता किया जा रहा है।